धार~मामला अवैध शराब परिवहन का........

बड़ी कार्रवाई- राजकोट से दो बदमाश गिरफ्तार, इंदौर में शराब ठेकेदार के घर धार पुलिस की दबिश ~~

भाटिया हुआ भूमिगत पुलिस ने किया 10 हजार का इनाम घोषित, मैनेज धर्मेन्द्र की तलाश भी तेज ~~
19 आरोपियों में दो की और गिरफ्तारी, अब तक 7 आरोपी हिरासत में लिए ~~

धार ( डाॅ. अशोक शास्त्री )।

 अवैध शराब परिवहन मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गुजरात के राजकोट से दो बदमाश महेश दिलीपसिंह मोरडुंडिया निवासी झाबुआ, किडिया पिता इडिया मोरडुंडिया रणापुर-झाबुआ को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। दोनों बदमाश अवैध शराब परिवहन में पकड़ाए ट्रक पर ड्रायवर और क्लीनर थे। इधर बड़वाह में शराब ठेकेदार इंदौर निवासी रिंकु भाटिया को भी आरोपी बनाया गया है। मंगलवार रात को धार पुलिस ने भाटिया के घर पर दबिश दी थी। इस दौरान भाटिया भूमिगत हो गए है। जिसके बाद पुलिस ने उन पर 10 हजार का इनाम घोषित किया है। इस मामले में धार एसपी आदित्य प्रतापसिंह ने बताया कि धार में 13 सितंबर को अवैध शराब का जो ट्रक पकड़ाया था उसकी शराब भाटिया के मैनेजर धर्मेन्द्र द्वारा भराई गई थी। इस पूरे परिवहन में भाटिया की मिली भगत भी सामने आई है। जिसके कारण उन्हें भी आरोपी बनाया गया है। 
अभी तक 7 की गिरफ्तारी 
यंू तो धार जिले से गुजरात तक अवैध शराब का परिवहन सालों से होता आया है। इस मर्तबा परिवहन रोकने के दौरान प्रशासनिक  टीम पर हमल में एक आईएएस के प्रभावित होने के बाद   मामले ने तुल पकड़ लिया है। इसके बाद पुलिस भी सख्ती के मुड़ में दिख रही है। एसपी आदित्यप्रतापसिंह ने घटना के 48 घंटे के भीतर पुलिस की स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम गठित कर दी थी। इसके प्रमुख की जिम्मेदारी एएसपी देवेन्द्र पाटीदार को सौंपी गई है। श्री पाटीदार और पुलिस टीम ने अब तक इस मामले में करीब 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं 19 आरोपी चिह्नित किए गए है। घटना दिनांक को  लोगों के खिलाफ एफआईआर लिखी गई थी। इसके बाद पूछताछ एवं अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपी बढ़ाए गए थे। 
सुखराम की गिरफ्तारी के लिए टीम सक्रिय 
एसपी श्री सिंह ने बताया कि मामले में मुख्य आरोपित सुखराम की तलाश के लिए पुलिस टीम लगी हुई है। प्रत्येक सूचना को गंभीरता से लिया जा रहा है और लगातार फिल्ड सर्चिंग और तकनीकी आधार पर सुखराम को तलाश किया जा रहा है। इधर मैनेजर धर्मेन्द्र यादव की तलाश भी तेज हो गई है। धर्मेन्द्र की गिरफ्तारी से पुलिस को इस अवैध शराब परिवहन के मामले में महत्वपूर्ण साक्ष्य मिल जाएगा। उल्लेखनीय है कि इस मामले में जहां अपराधियों की धरपकड़ जारी है। वहीं लापरवाही पर अब तक 1 आबकारी अधिकारी और 2 पुलिस सेवा से जुड़े कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई की गई है। 
मजिस्ट्रियल जांच जारी 
अवैध शराब परिवहन मामले में दो जांच एजेंसियों काम कर रही है। कलेक्टर द्वारा मजिस्ट्रियल जांच दल गठित किया गया है। वहीं पुलिस की एसआईटी भी अपनी रिपोर्ट बना रही है। पुलिस की कार्रवाई के दौरान अब तक थाना प्रभारी और एसडीएम के गनमेन को निलंबित किया जा चुका है।  वहीं प्रशासनिक कार्य व्यवस्था का आधार बनाकर सहायक आयुक्त आबकारी को धार से हटाया जा चुका है। गोपनीयता भंग ना हो इसके लिए मजिस्ट्रियल जांच पूर्ण होने तक कार्रवाई को छूपाया जा रहा है। संभावना है कि आबकारी महकमें से और डिस्लरी पर तैनात आबकारी अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है।  

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