बाकानेर~मदीने वाले को मेरा सलाम कहना हज उमरा के लिए समाजसेवी नियाज हैदर हाशमी धार से मक्का मदीना के लिए रवाना ~~

समाज जन दोस्त रिश्तेदारों ने विदाई दी सब ने दुआ के लिए कहा मदीने वाले को सलाम कहना*~~

बाकानेर धार सैयद अखलाक अली~~

दुआ तकदीर बदल देती है और सपने सच हो जाते हैं वरिष्ठ पत्रकार सैयद अशफाक अली बबलू के जीजा और बहन तथा युवा समाजसेवी इमरान हाशमी के पापा नियाज हैदर हाशमी, मम्मी शकेरा हाशमी, 22 दिन की हज उमरा यात्रा पर रवाना हुए रिश्तेदार दोस्त समाज जनों ने विदाई दी और कहा मदीने वाले को हमारा सलाम कहना, नियाज हैदर हाशमी ने बताया रोज नमाज में एक ही दुआ मांगता था सब खैरियत से रहें और मक्का मदीना परिवार के साथ पहुंचे परवरदिगार ऐसा करम कर देना। मुझे दोस्त रिश्तेदारों पोती नाती बेटियों की दुआ है कि यह दिन नसीब हो रहा है सारे आलम देश दुनिया में सब अमन-चैन खैरियत से रहें भाईचारे से रहे, बीमारियों से महफूज रहे हैं, यही दुआ में यहां भी मांगता हूं और मक्का मदीना में भी जाकर मांग लूंगा कुदरत हर दुआ कबूल करती है बस दुआ मांगने वाला होना।
हज उमरा यात्रा पर जाने वालों को स्वागत इस्तकबाल मुबारकबाद
डॉक्टर परवेज खान,  रफीक खान , फखरुद्दीन खान, साहब मास्टर धार, एहतेशाम खान तंजीम खान अब्दुल फरीद खान साहब बड़नगर, हाजी लियाकत साहब बड़नगर, सोनू दादा वाजिद अली हाशमी खाचरोद वानिया
एहसान खान धार सैयद महमूद अली हसीब भाई सोल्जर ,सैयद अशफाक अली बबलू ,अनवर खान खाचरोद अल्ताफ खान धार फवानिया हाशमी उमेरा हाशमी,
 बुशरा हाशमी, लक्की जुबीन हनी ने मुबारकबाद दी।
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