धार~आॅनलाईन मिटिंग के दौरान अस्पताल की छत गिरी, 2 लोग घायल ~~
टीबी अस्पताल की पीओपी छत का हिस्सा टूटा, अन्य कक्षों में भी यही हाल ~~
जिला अस्पताल के टीबी भवन में बुधवार को आॅनलाईन मिटिंग के दौरान बड़ा हादसा होते होते टल गया। कक्ष मे लगी पीओपी की छत का बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे आ गिरा। इस दौरान आॅनलाईन मिटिंग में शामिल दो लोगों को चोंटे आई है। घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई। मामले की जानकारी के बाद सीएमएचओ डॉ शिरिश रघुवंशी मौके पर पहुंचे और घायल की स्थिति जानी। छत गिरने से चोटिल हुए कर्मी को मामूली चोंटे आई है। अच्छी बात यह रही कि कक्ष में करीब आधा दर्जन लोग मौजूद थे। कुछ हिस्सा धराशायी हुआ है। पूरी पीओपी छत गिरती तो कई लोग घायल हो सकते थे।
100 साल पुराना है भवन
जिला अस्पताल के एक हिस्से में टीबी वार्ड संचालित किया जाता है। 100 वर्ष पुरानी इमारत आज भी मजबूती के साथ खड़ी हुई है। समय-समय पर होने वाला मैंटनेंस में लापरवाही रखी जाती है। जिसका नतीजा इस तरह सामने आता है। दरअसल जिला क्षय अधिकारी के जिस मिटिंग कक्ष में छत गिरी है वहां पर पीओपी की छत डालने के पूर्व मूल छत भी टूटी थी। उसे रिपेयर करने की बजाय पीओपी का सुंदर पैबंद लगाया गया था। यह पीओपी की छत गिरी है। इस मामले में क्षय अधिकारी संजय जोशी ने बताया कि भवन के एक हिस्से में मरम्मत पीडब्ल्यूडी के माध्यम से की जा चुकी है। दूसरे हिस्से में कार्य होना शेष था। उसी हिस्से की छत क्षतिग्रस्त हुई है।
कई कक्षों में छत के बुरे हाल
बुधवार को जिला क्षय अधिकारी श्री जोशी द्वारा अक्षय कार्यक्रम के तहत आॅनलाईन मिटिंग एनजीओ सदस्यों के साथ अटेंड की जा रही थी। इस दौरान छत गिरने की घटना से हड़कम्प मचा। चोटिल हुए एनजीओ के सदस्य मुकेश विश्वकर्मा के सिर में चोंटे आई है। वहीं एक अन्य सदस्य भी आंशिक चोटिल हुए है। घायल की मलहम-पट्टी के बाद मिटिंग को दूसरे कक्ष में शिफ्ट करके यथावत रखा गया। इस पूरी घटना में जिला क्षय अधिकारी चोटिल होने से बच गए। उल्लेखनीय है कि टीबी वार्ड के अन्य कक्षों में छत की स्थिति खराब है। लैब सहित कई कक्षों में छत क्षतिग्रस्त स्थिति में है। इसे समय पर रिपेयर किया जाए तो 100 वर्ष पुरानी इमारत से कोई खतरा नहीं है। उसकी मजबूती आज भी यथावत है।
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