धार~3 साल के बच्चें का हुआ था अपहरण, पुलिस ने मुंह बोले मामा को किया गिरफ्तार~~

रुपए के कारण किया था अपहरण, बच्चें को पाकर मां की आंखों में आंसू~~

धार ( डॉ. अशोक शास्त्री )

 शहर के दशहरा मैदान से तीन साल के बच्चें का अपहरण हो गया था, अब कोतवाली पुलिस को इस मामले में सफलता मिल गई है। मासूम बच्चें को उसका मुंह बोला मामा अपने साथ लेकर गया था। आरोपी बच्चें को बाजार घूमाने के बहाने लेकर गया व अपहरण कर लिया था। पुलिस बच्चें व आरोपी को ग्राम जीराबाद क्षेत्र से लेकर आई हैं। थाने की कार्रवाई पूरी होने के बाद बच्चें को पुलिस ने परिजनों को लौटा दिया है। इधर बच्चें को देखकर मां की आंखों में आंसू आ गए। पुलिस ने बच्चें को तोहफे में बिस्किट का पैकेट भी दिया। वहीं आरोपी रमेश उर्फ थानसिंह पिता सनिया उम्र 23 साल निवासी पिपरानी को अब कोर्ट के समक्ष पेश किया जाएगा।
मुंह बोली बहन के घर था आना-जाना
 कोतवाली थाना अंतर्गत दशहरा मैदान क्षेत्र में स्थित चालीस पीर रोड पर सपना पति रमेश निनामा का मकान हैं, आरोपी ने बच्चे की मां को अपनी मुंह बोली बहन बनाकर रखा था। इसी कारण आरोपी का घर पर आना-जाना लगा रहता था, आरोपी बच्चें को भी सामान दिलाने के लिए बाजार अपने साथ ले जाता था। 23 मई को सुबह आरोपी घर आया व हर्षित पिता रमेश उम्र 3 साल को अपने साथ लेकर चला गया। हालांकि परिवार को पता नहीं था कि आरोपी बच्चें को लेकर वापस बाजार से घर नहीं आएगा। देर शाम तक बच्चा नहीं लौटा व आरोपी का फोन भी बंद हो गया तो परिजन कोतवाली थाने पर पहुंचे, जहां पर पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी मनोज कुमार सिंह के मार्गदर्शन में एक टीम गठित की गई, पुलिस ने प्रकरण की जांच के लिए साइबर पुलिस की मदद ली। आरोपी को गिरफ्तार करने की कार्रवई सहायक उपनिरीक्षक सुरेश कुशवाह, आरक्षक रामनरेश, अरविंद ने की।
भांजे ने बताया मामा बच्चें को लेकर आया
थाना प्रभारी दीपक सिंह चौहान ने बताया कि 3 साल के बच्चें को सकुशल लेकर आना पुलिस के लिए चुनौती था, क्योंकि आरोपी का पीड़ित परिवार के पास कोई फोटो भी नही था। पूरे शहर में आरोपी सहित बच्चें की तलाश की गई। इस दौरान सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। हालांकि आरोपी ने अपना फोन बंद करने के पहले जीराबाद निवासी अपने भांजे को फोन किया था। ऐसे में धार पुलिस ने जीराबाद चौकी पुलिस की मदद ली तथा उक्त भांजे को सबसे पहले तलब किया गया। भांजे अर्जुन ने पुलिस को बताया कि मामा थान सिंह एक बच्चें को लेकर गांव आया हैं, किंतु बच्चें के बारे में कुछ बता नहीं रहा है। ऐसे में कोतवाली पुलिस टीम गांव पहुंची तथा बच्चें को दस्तयाब करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया।
ऊधार के रुपए लेने थे, परिवार का इंकार  
आरोपी थानसिंह से कोतवाली पुलिस ने थाने पर सख्ती से पूछताछ की, जिसमें आरोपी ने बताया कि तीन साल पहले बच्चें की नानी को रुपए उधार दिए थे। करीब 90 हजार रुपए की उधारी हो चुकी थी। बोलने पर भी परिवार रुपए नहीं लौटा रहा था। इसी कारण बच्चें का अपहरण कर बस से गांव लेकर चला गया था। हालांकि पीडित परिवार का कहना हैं कि आरोपी ने कोई रुपए उधार नहीं दिए थे। पुलिस से बचने के लिए आरोपी उधारी की झूठी कहानी बना रहा है।
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