झाबुआ। कल शहर के ऐतिहासिक बावन जिनालय से चैत्री पूर्णिमा के शुभ अवसर पर श्री आदिनाथ भगवान की विशाल रथयात्रा शहर के मुख्य मार्गो से होती हुई बावन जिनालय झाबुआ पहुची।
महातीर्थ शत्रुंजय की भाव वंदना का हुआ आयोजन-सिद्धाचल समरू सदा..
शास्त्रों के अनुसार प्रथम तीर्थनकर आदिनाथ जी के प्रथम गणधर श्री पुण्डरीक स्वामी जी पांच करोड़ मुनि भगवंतों के साथ एक मास का अनशन कर श्री पालीताना तीर्थ से मोक्ष पद को प्राप्त हुए थे। इसीके उपलक्ष्य में आज प्रतिवर्ष की तरह सर्वप्रथम प्रातः 6 बजे श्री भक्ताम्बर श्रोत व गुरु गुण इक्कीसा का पाठ, भगवान का अभिषेक,शांति स्नात्र पूजन,भव्य रथ यात्रा, भाव वंदना,भाता वितरण और अंत मे साधर्मिक वात्सल्य का आयोजन किया गया।
फोटो,
Post A Comment: