जोबट ~~ क्षेत्र में बढ़ते अपराधों पर आतमचिंतन करें पुलिस के आला अधिकारी~~

"सी.सी.टीवी फुटेज के बाद भी बाद भी चोरो को पकडने में नाकाम थाना प्रभारी~~

दिनेश उपाध्याय जोबट~~

जोबट /- लगता हैं जोबट पुलिस प्रशासन ने अपने स्लोगन देश भक्ति-जन सेवा के मायने ही बदल दिये है!इसी के चलते क्षेत्र में अवेध कारोबार की बाढ़ आ गई लगता है चोरी,राहजनी,लुट, अवेध शराब के अड्डे, अवेध परिवहन, जेब कट्टी इत्यादि कई अपराध है जो बे खोफ संचालित हो रहे है लगता है देश भक्ति अब नोट भक्ति तथा जन सेवा अब खाओ मेवा में परिवर्तित हो चुकी है! जिला स्तर पर तो पुलिस विभाग अपने आला अधिकारी के नेतृत्व में  बीना किसी ठोस सबुतो के भी अपनी मुस्तेदी एवं सतर्कता से कई बडी घटनाओं को उजागरा  करने में कामयाबी हासील कर लेता है  मगर जोबट थाना प्रभारी इस मामले में फिसड्डी साबित हो रहे है यही कारण है की सीसीटीवी कैमरे में स्पष्ट दिखाई दे रहे चोरो को पकडने में इनका नेतृत्व नाकाम साबीत हो रहा है ! अपराधों की रोकथाम हेतु नगर परिषद ने लाखो खर्च कर नगर में चारो और सीसीटीवी कैमरे लगवाये है ताकि नगर की जनता चोरी जैसी घटनाओं से निजात पा सके और पुर्व थाना प्रभारीयो ने इस मामले में सफलता भी हासिल की है तथा अपने आला अधिकारीयो से पीठ थपथपवाई है यह कहा जा सकता है कही हद तक ये सीसीटीवी कैमरे कामयाब रहे है..लेकिन बिते कुछ समय से कामयाबीयो पर ग्रहण लग चुका है   कहावत है न हाथ कंगन को आरसी क्या-पडे लिखे को फारसी क्या ? जब से  जनकसिंह रावत ने  जोबट थानाप्रभारी का पद संभाला है तब से अपराध का ग्राफ बड़ता ही  जा रहा है यह भी देखा जा रहा है की बिते कुछ माह पहले चोरी गये दो पहिया वाहन आज तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं कई महिने बीत गये है लेकिन मोटर सायकल चोरो को ये पकड पाने में लगभग नाकामी ही रही है ! यह भी देखा जा रहा है की केवल अपनी नाक बचाने के लिये व अपना नाम खराब ना हो इसलिये पहले चोरी गये दो पहिया वाहन मालिक से आवेदन लिया जाता है और उसके बाद एक से दो माह बाद नाकामी हासील होने पर एफआईआर दर्ज की जाती है ऐसा ही एक प्रकरण सामने आया है जिसके अनुसार लगभग पांच माह पहले  दिनांक 6 सितम्बर 2018 को नगर के ही राजेश पाटीदार की स्पेलण्डर मोटर सायकल दिन दहाडे चोरी हो गई,   उक्त मोटर सायकल चोर चोरी की मोटर सायकल सहित सीसीटीव्ही केमरे में स्पष्ट रूप से केद हो कर देखे जा चुके हैं इसके बावजुद पुलिस थाना प्रभारी उन तक पहुचने में नाकाम रहे है ! और पिडित फरयादी निरंतर थाने के चक्कर पे चक्कर लगाता रहा अंतः  लगभग 3 माह नाकामी के बाद पुलिस ने संबधीत मोटरसायकल मालिक की एफआईआर दर्ज की एवं आज दिनांक तक उक्त मोटर सायकल चोरो तक नही पहुच पाये..i इसी प्रकार अन्य चोरी की घटना भी    कैमरो में केद हो चुकी है लेकिन पुलिस विभाग की नाकामी का ये आलम है की अभी तक एक भी चोर तक पहुचने में इन्होने सफलता हासील नही की है.. कुछ माह पुर्व मोटरसायकल चोरी की ये घटनाएं एक-एक दिन व रात में तीन से चार की संख्या में होती थी ,थाना प्रभारी की पदस्थापना से लेकर अभी तक दर्जनों मोटरसायकले चोरी हो चुकी लेकिन कुछ एक दो छोडकर अभी तक उनका पता नही लग पाया है जिसके चलते चोरो के होसले  तो बुलंद हो ही   रहे है पुलिस की कार्य प्रणाली पर भी प्रश्नचिह्न लग रहा है तथा जनता से पुलिस का विश्वास उठता जा रहा है ऐसे में पुलिस के आला अधिकारीयो को चाहिये की विभाग की नाक बचाने हेतु निरंतर असफल हो रहे अधीकारी को अन्यत्र भेजे अपने दिशा निर्देशन जन हितेषी कार्यो को अंजाम दे कर पुलिस की गिरती साख को पुनः स्थापित करें!

*एक और दिनदहाडे मोटरसायकल चोरी*

स्थानीय नगर परिषद में भृत्य पद पर कार्यरत् कर्मचारी समरथ चौहान की हीरो होण्डा सीडी डिलक्स जिसका वाहन क्रमांक एमपी 45 एमडी 1940 था चोर दिन दहाडे नगर परिषद परीषद से चोरी कर ले गये! यहा पर भी पुलिस विभाग द्वारा संबधीत मोटर सायकल वाहन मालिक से आवेदन लेकर इती श्री कर ली अब जब कुछ माह तक उक्त मोटरसायकल नही मिली फिर वाहन मालिक की एफआईआर दर्ज होगी । इस बात से आप अंदाजा लगा सकते है की पुलिस थाना प्रभारी नगर की सुरक्षा को लेकर कितने गम्भीर है । वही दुसरे कई अन्य मामले भी सामने आये है जिसमे थाना प्रभारी जनकसिंह रावत लापरवाही बरतते नजर आ रहे है जिसका खुलासा जल्द ही समाचार पत्र के माध्यम से आम जनता के सामने किया जायेगा ! वही पुलिस अधिक्षक की इन पर मेहरबानी आमजनता में चर्चा का विषय बनी हुई है ! क्या प्रदेश अपराध को लेकर गंभीर चेतावनी दे चुके मुख्यमंत्री कमलनाथ जी इस और ध्यान दे कर जनहित में कोई उचित कार्रवाई करगे ।

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