बड़वानी~ धूमधाम से निकलने वाली साईं पालकी यात्रा रद्द समिति के लोगों ने लगाएं पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप कहां हमारे जनप्रतिनिधियों को बोले अपशब्द~~



बड़वानी शहर में रामनवमी के एक दिन पूर्व निकलने वाली साईं पालकी यात्रा रद्द की गई। आज श्री साई शनेश्वर मंदिर समिति द्वारा पालकी यात्रा को लेकर भव्य तैयारिया की गई थी। उक्त आयोजन को लेकर समिति के सदस्य शहर के पाटी नाका स्थित गायत्री मंदिर परिसर पहुँचे। वहां पर यात्रा को लेकर तमाम तैयारियां की जा रही थी। उसी समय पुलिस प्रशासन द्वारा मौके पर पहुंच कर समिति के लोगों से चर्चा की गई। और आदर्श आचार संहिता का हवाला देता हुए। डीजे साउंड बंद करने की बात कही। वही समिति के लोगों द्वारा प्रशासन का सहयोग करते हुए डीजे साउंड को बंद कर दिया गया। समिति के सदस्यों ने थाना प्रभारी सहित पुलिस अधिकारियों से बात की और सात चलित झांकियों में दो-दो बॉक्स लगाने की मांग की। मगर पुलिस प्रशासन ने इसे अलाव नही किया। इसको लेकर समिति सदस्यों और पुलिस के बीच काफी चर्चा भी हुई मगर पुलिस ने आदर्श आचार संहिता का हवाला देकर उक्त साउंड को गाड़ी से निकालने की बात कही तभी समिति के सदस्यों ने आपसी सहमति से साउंड को निकालने की बात कही तभी अचानक मौके पर पहुँचे एसडीओपी दिनेश चौहान ने समिति सदस्यों से बात करते हुए जनप्रतिनिधियों को लेकर अपशब्दों का इस्तेमाल कर दिया। जिससे समिति के सदस्यों में आक्रोश बढ़ गया और पुलिस और समिति के बीच तूतू-मेमे शुरू हो गई। समिति के सदस्यों ने सर्व समिति से यह निर्णय लिया कि साई पालकी यात्रा नही निकाली जाएंगी और समिति अध्यक्ष दीपक जैमन ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस द्वारा दुव्यवहार किया गया।
साथ ही हमारे जनप्रतिनिधियों को लेकर एसडीओपी दिनेश चौहान ने अपशब्दों का इस्तेमाल किया। जो कि गलत है। साथ ही समिति द्वारा बड़वानी शहर में ऑटो रिक्शा के माध्यम से अलाउंस करवाया गया कि साई पालकी यात्रा नही निकाली जाएंगी।प्रशासन की हठधर्मिता और हमारे जनप्रतिनिधियों का अपमान प्रशासन की बर्बता और दादागिरी के कारण हमारे हिन्दू समाज को आघात हुआ है। समिति सदस्य संजय गुप्ता ने बताया कि रामनवमी के उपलक्ष्य में पूर्व संध्या पर पिछले 25 सालों से पालकी यात्रा निकाली जाती है। जिसमें सभी समाज के लोग उपस्थित होते हैं।मगर आज पुलिस प्रशासन के द्वारा ऐन टाइम पर आकर कहा कि पुरी यात्रा में सिर्फ दो बॉक्स ही चलेंगे। जबकि यात्रा में सात तो चलित झाकियां है। और बिना भजनों से चलित झांकिया नहीं चल सकती है.साथ ही उक्त आयोजन को लेकर हमारे द्वारा परमिशन भी ली गई थी। मगर प्रशासन का यह कहना है.की परमिशन में ऐसा लिखा नहीं है.कि कितने बॉक्स लगेंगे और कितना साउंड रहेगा।संजय गुप्ता ने कहा कि प्रशासन की हठधर्मिता के चलते ही हमारी मंदिर समिति को करीब चार लाख रुपए का नुकसान हुआ है। सारे कानून कायदे और नियम सनातन धर्म और हिंदुओ पर ही लागू होते हैं। आज जो कार्यक्रम नहीं हो रहा है. उसका जिम्मेदार पुलिस प्रशासन है। वही पुलिस प्रशासन ने उक्त मामले और लगाएं गए आरोप प्रत्यारोप को लेकर कोई भी जवाब नही दिया और थाना प्रभारी सहित एसडीओपी गाड़ी में जाकर बैठ गए।
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