धार~19 साल बाद श्रावण में बन रहा है ये दुर्लभ संयोग, जमकर बरसेगी भोलेनाथ की कृपा- डॉ शास्त्री~~




धार। आज 4 जुलाई से श्रावण का शुभ महीना शुरू होने वाला है। इस बार 19 सालों के बाद श्रावण पर बेहद शुभ संयोग बन रहा है । इस संदर्भ में मालवा के प्रसिद्ध ज्योतिशाचार्य डॉ अशोक शास्त्री ने बताया कि हिंदू धर्म में श्रावण के महीने का बहुत बड़ा महत्व है। यह मास भगवान शिव को समर्पित है। इस महीने भोलेनाथ की पूरी श्रद्धा से पूजा-अर्चना की जाती है । ऐसा माना जाता है कि श्रावण का महीना भगवान भोलेनाथ को सबसे प्रिय है। शिव पुराण के अनुसार शंकर भगवान सावन माह में सोमवार का व्रत करने वाले भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी करते हैं । श्रावण के महीने का शिव भक्तों को हमेशा इंतजार रहता है। इस बार का श्रावण बेहद खास रहने वाला है।
इस मर्तबा दो माह रहेगा श्रावण
डॉ शास्त्री ने बताया कि इस बार श्रावण का महीना 2 महीने का होने वाला है। श्रावण माह 4 जुलाई से आरंभ होकर 31 अगस्त तक रहेगा। सावन के महीने में 59 दिन रहेंगे। 18 जुलाई से लेकर 16 अगस्त तक श्रावण अधिकमास रहेगा। इस बार 18 जुलाई से 16 अगस्त तक मलमास रहेगा। श्रावण मास के दौरान अधिकमास पड़ रहा है, इसलिए उस दौरान पूजा-अर्चना करने से भगवान हरि के साथ ही भोलेनाथ की भी जमकर कृपा बरसेगी।
3 साल में आता है अधिकमास
डॉ अशोक शास्त्री के मुताबिक वैदिक पंचांग की गणना सौरमास और चंद्रमास के आधार पर होती है। एक चंद्रमास 354 दिनों का होता है वहीं एक सौरमास 365 दिनों का होता है। इस तरह से इन दोनों में 11 दिन का अंतर आ जाता है। लिहाजा 3 साल में यह अंतर 33 दिन का हो जाता है। इस तरह हर तीसरे वर्ष में 33 दिनों का अतिरिक्त एक माह बन जाता है। इन 33 दिनों के समायोजन को ही अधिकमास कहा जाता है।
19 साल बाद बना संयोग
वर्ष 2023 में अधिकमास के दिनों का समायोजन श्रावण के माह में हो रहा है। इस कारण से श्रावण एक की बजाय दो महीने का होगा और सावन में आठ सोमवार पड़ेंगे। इस बार हिंदू कैलेंडर का 13वां महीना मिलेगा, जिसमें अधिकमास शामिल होगा। खास बात यह है कि यह संयोग 19 साल बाद बन रहा है। हर तीन साल पर एक अतिरिक्त मास होता है, जिसे अधिकमास या मलमास कहलाता है। इसे पुरुशोत्तम मास भी कहा जाता है ।
बहेगी शिव भक्ति की बयार
डॉ शास्त्री ने बताया कि इस बार श्रावण का महीना तकरीबन दो माह का होग, यानि हर सावन में चार या पांच सोमवार ही पड़ते थे और शिवभक्त भगवान भोले की पूजा अर्चना करते थे, लेकिन इस बार श्रावण में आठ सोमवार पड़ेंगे। इस बार दो महीने तक शिव भक्ति की बयार बहती रहेगी। इस दौरान शिव जी का अभिषेक, रुद्राभिषेक, जलाभिषेक, गंगा जल से अभिषेक किया जाएगा। साथ ही भक्त गंगा से कावंड भरकर भी लाएंगे और शिवजी को गंगा जल अर्पित करेंगे ।
श्रावण सोमवार की तिथियां
श्रावण का पहला सोमवार: 10 जुलाई
श्रावण का दूसरा सोमवार: 17 जुलाई
श्रावण का तीसरा सोमवार: 24 जुलाई
श्रावण का चौथा सोमवार: 31 जुलाई
श्रावण का पांचवा सोमवार: 07 अगस्त
श्रावण का छठा सोमवार: 14 अगस्त
श्रावण का सातवां सोमवार: 21 अगस्त
श्रावण का आठवां सोमवार: 28 अगस्त
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