धार~आरोप : रिकॉर्ड में रखे मोबाइल की चैटिंग डिलीट कर दी, बालिग लड़की को नाबालिग बता दिया~~
घायल युवक के पिता ने एसपी को सौंपा आवेदन, 17 दिन बाद भी मेरे बेटे को होश नहीं, पुलिस ने केस प्रभावित कर दिया~~
20 अप्रैल को धार के मांडू रोड पर घायल अवस्था में मिले युवक के परिजनों ने पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह को सोमवार को आवेदन सौंपा है। इस आवेदन में केस के विवेचना अधिकारी पर केस को प्रभावित करने के आरोप लगाए हैं। एसपी से मुलाकात में परिजनों ने कहा कि आठ घंटे हमारे बेटे की सर्जरी हुई है। उसे इतनी बुरी तरीके से मारा गया है। पिछले 17 दिनों से वो ठीक से बोलने की स्थिति में नहीं आया है। इसके बावजूद पुलिस ने बगैर उसके बयान दर्ज करने की प्रतीक्षा किए आरोपित के बयान के आधार पर कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर केस को प्रभावित किया है। एसपी मनोज सिंह ने परिजनों को आश्वस्त किया है कि निष्पक्ष जांच कराई जाएगी। यदि आरोपित बालिग है तो झूठे दस्तावेज प्रस्तुत करने पर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस वाले जीजा को हटाने की मांग
परिजनों ने आवेदन पत्र के माध्यम से बताया है कि आरोपित युवती के जीजा पुलिसकर्मी हैं। उन्होंने विवेचक के साथ सांठगांठ करके इस केस को प्रभावित किया है। बयान दर्ज होने और आरोपों की जांच पूर्ण होने तक जीजा पुलिसकर्र्मी को स्थानीय थाना क्षेत्र से हटाया जाए और जिले से बाहर भेजा जाए। इधर आवेदन में परिजनों ने बताया कि युवती का जन्म 2004 का है। इसी आधार पर 19 वर्षीय बेटे के साथ उसकी सगाई की थी। घटनाक्रम होने के बाद पुलिस ने मोबाइल जब्त किए थे। उसमें चैट मौजूद थी, अभी मोबाइल देखने पर प्रतीत होता है कि उसे फॉर्मेट कर दिया गया है।
यह था मामला
20 अप्रैल को मांडृू रोड पर खरगोन के बाबलियाखुर्द निवासी मोहित जाट धार में अपने जीजा के घर बहन को छोड़ने के लिए आया था। इस दौरान परिचित से मिलने का कहकर गया था। कुछ समय बाद उसके घायल अवस्था में मिलने की सूचना मिली थी। गंभीर अवस्था होने के कारण उसे इंदौर रैफर किया गया था। 17 दिन से वो उपचाररत है। इधर पुलिस ने जांच के दौरान उसकी देपालपुर निवासी मंगेतर जो वर्तमान में अपने पुलिसकर्मी जीजा के डीआरपी लाइन स्थित निवास में रहती है, उसकी भूमिका पाई गई। आरोपित मंगेतर युवती से पूछताछ की गई तो उसने हथौड़ी से युवक पर वार करना स्वीकार किया था। हालांकि उसने घटना को लेकर बचावी बयान में कहा कि मंगेतर उससे गलत बातें करता था और परेशान भी करता था। इसको लेकर मुलाकात के दौरान विवाद हुआ और उसने हथौड़ी निकालकर मंगेतर पर वार कर दिए थे। इस मामले में आरोपिता के परिजनों ने उसे नाबालिग बताया था। इसके बाद उसे बाल न्यायालय में पेश किया गया था।
कुछ सवाल...
परिजनों के आरोप के बाद इस मामले में पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं। इधर युवती भी सवालों के घेरे में है। सवाल यह है कि युवती को यदि उसका मंगेतर घायल युवक परेशान कर रहा था तो उसने बात परिजनों को क्यों नहीं बताई। युवती चाहती तो प्राणघातक हमले की बजाय सगाई तोड़ भी सकती थी। मिलने के दौरान युवती अपने साथ हथौड़ी लेकर गई थी, क्या हमले के लिए पूर्व नियोजित मानसिकता से पहुंची थी। यह सब सवाल युवती के मामले में पुलिस चर्चा के बाद सामने आए हैं। घायल युवक को होश आने के बाद पूरा सच सामने आएगा। युवती के हमला करने के दौरान क्या कोई और उसके साथ था। इस मामले में लखन नाम के युवक की चर्चा हो रही है। यह लखन कौन है? उसकी क्या भूमिका है? यह सब मोहित को होश आने के बाद पता चलेगा। फिलहाल मोबाइल की चैटिंग डिलीट करने और युवती के नाबालिग न होने के आरोप की जांच जरूरी हो गई।
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