झाबुआ। नगर में मंगलवार को श्री महावीर स्वामी जन्म कल्याणक महोत्सव मधुर प्रवचनकार वरिष्ठ मुनिराज हितेशचंद्र विजयजी मुनिराज वैराग्य यश विजयजी म.सा.एवं पू साध्वीजी सौम्यप्रिया श्रीजी मसा. की शुभ निश्रा में धूमधाम बाजे गाजे के साथ नगर में रथ यात्रा के मनाया गया।
नगर के प्रमुख मार्गों से निकाली गयी रथ यात्रा...
प्रभु महावीर स्वामी जी को सर्वप्रथम चांदी के रथ में विराजित कर यह रथयात्रा बावन जिनालय से प्रारंभ होकर बाबेल चौराहे, मुख्य बाजार,आजाद चौक, राजवाड़ा चौक,लक्ष्मीबाई आदि मार्गो से होते हुए अंत मे बावन जिनालय पर इसका समापन किया गया। रथ को सु श्रावक और समाजजनों ने सार्थी बनकर पूरी यात्रा के दौरान खेचा।
त्रिशला नंदन वीर की, जय बोलो महावीर की के नारों से गूंज उठा नगर.....
त्रिशला नंदन वीर की, जय बोलो महावीर की व महावीर स्वामी के मूल सिद्धांत जिओ और जिनो दो के नारों से पूरा नगर गूंज रहा था। इस यात्रा में श्री सकल श्वेताम्बर श्रीसंघ, वर्धमान स्थानक वासी और श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ सभा ने सम्पूर्ण रूप से उपस्थित होकर अपनी अपनी सहभाकिता दर्ज कराते हुए सकल जैन की एकता का परिचय दिया।
दिए मधुर प्रवचन...
रथ यात्रा पश्चात मधुर प्रवचनकार वरिष्ठ मुनिराज हितेशचंद्र विजयजी मासा. ने अपने मधुर प्रवचन से सभी को लगभग पौने घंटे तक बांध दिया।उन्होंने मुख्यतः जैन समाज की इस एकता को देखकर कहा कि मुझे ऐसा वातावरण बहुत कम देखने मे आता है। झाबुआ श्री संघ के आत्मीय आग्रह पर मैंने इस कार्यक्रम को सहमति प्रदान की थी। इस विशाल उपस्थिति को देखकर मेरा मन काफी प्रफुल्लित हो गया। पूरे संघ को इसके लिए हमारे सम्पूर्ण मुनिराज मंडल की ओर से हम ढ़ेरो साधुवाद प्रेषित करते है।
फ़ोटो01 गहुली करती महिलाये
फ़ोटो02-रथ खेचते हुए समाज जन
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