*इस वर्ष देवउठनी एकादशी पर गुरु अस्त होने से तुलसी विवाह को छोड कोई विवाह नही*~~
*26 नवंबर को शुक्र का उदय होगा , गुरु अपनी स्वराशि मे होने से कन्याओं के विवाह मे कोई रोकटोक नही*~~
धार , आज देवउठनी एकादशी से शादियों की भरमार रहेगी । जो यह सिलसिला जून अंत तक चलेगा । इस संदर्भ मे मालवा के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डाॅ. अशोक शास्त्री ने एक विशेष साक्षात्कार मे विस्तार से बताया की इस बार 08 महिने मे 50 श्रेष्ठ मुहूर्त है । देवउठनी एकादशी को अबूझ मुहूर्त मे गुरु अस्त होने से सामूहिक विवाहों की संख्या कम रहेगी । देवउठनी एकादशी आज है । ज्योतिषाचार्य डाॅ. अशोक शास्त्री के मुताबिक आगामी देवशयनी एकादशी के पूर्व 28 जून 2023 तक विवाह मुहूर्त रहेंगे । *देवशयनी एकादशी पर शुक्र अस्त होने से 26 नवंबर को दोपहर शुक्र उदय होने से विवाह आयोजनों की संख्या बढेगी ।* *नवंबर - दिसंबर मे केवल दो दो मुहूर्त ही है । मई 2023 मे सबसे अधिक 17 विवाह के मुहूर्त*
2022 मास नवंबर मे - 25 , 26 , दिसंबर - 7 , 8 सन् 2023 - माह जनवरी - 19 , 25 , 26 , 27 ।, माह फरवरी - 6 , 7, 8 , 9 , 16 , 17 , 22 , 27 , 28 । माह मार्च - 5 , 8 , 9 , । माह मई - 2 , 3 , 6 , 7 , 8 , 9 , 10 , 11 , 15 , 16 , 17 , 20 , 21 , 28 , 29 , 30 , 31 ,। माह जून - 1 , 2 , 3 , 5 , 6 , 7 , 11 , 12 , 13 , 22 , 23 , 26 , 28 । डाॅ. शास्त्री के मुताबिक इस वर्ष पिछले दो वर्षों से कम मुहूर्त है । सन् 2020 - 21 मे 59 मुहूर्त थे तथा 2021 - 22 मे 65 मुहूर्तों विवाह हुए थे । इस बार गुरु स्वयं की राशि मीन मे उदित है । इस कारण कन्याओं को गुरु बल रहेगा । जिन कन्याओं को 4 , 8 , 12 वे मे गुरु उन्हे भी दोष नही रहेगा । कन्या के विवाह के लिए गुरु बल , बालक के विवाह के लिए सूर्य बल देखा जाता है । डाॅ. शास्त्री के मुताबिक मलमास ( धनु संक्रान्ति ) 16 दिसंबर से 14 जनवरी 2023 तक , मलमास ( मीन संक्रान्ति ) - 14 मार्च से 13 अप्रेल 2023 तक । गुरु अस्त - 02 अप्रैल से 29 अप्रैल 2023 तक एवं शुक्र अस्त - 05 अगस्त से 18 अगस्त 2023 तक इन तारीखों मे विवाह नही होंगे ।
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