*इस वर्ष करवा चतुर्थी पर बने हैं कई शुभ संयोग* *( डॉ. अशोक शास्त्री )*~~

करवा चौथ व्रत का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है । इस व्रत को करने से पति की आयु लंबी होती है साथ ही वैवाहिक जीवन में आ रही परेशानियों से मुक्ति मिलती है । इस संदर्भ मे मालवा के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डाॅ. अशोक शास्त्री ने विस्तृत रुप से जानकारी देते हुए बताया की करवा चौथ को लेकर सुहागन महिलाओं में काफी उत्साह रहता है । सुहागिन महिलाओं के लिए यह दिन बहुत विशेष होता है । इस व्रत को करने से वैवाहिक जीवन सुखमय होता है और अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है । करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है । इस वर्ष करवा चौथ पर बहुत ही शुभ संयोग बन रहा है ।
          डाॅ. अशोक शास्त्री के मुताबिक करवा चौथ का व्रत हर वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है । 13 अक्टूबर को करवा चौथ का व्रत रखा जाएगा । ऐसे में शाम में कृतिका नक्षत्र सायं 6 : 48 बजे तक रहेगा । इसके बाद रोहिणी नक्षत्र का आरंभ होगा । चंद्रमा करवा चौथ के दिन वृष राशि में संचार करेंगे जो चंद्रमा की उच्च राशि है । इस पर रोहिणी नक्षत्र का संयोग मिल जाने से करवा चौथ का व्रत सुहागिनों के लिए और भी शुभ फलदायी होगा क्योंकि चंद्रमा का सबसे प्रिय नक्षत्र रोहिणी माना गया है ।
          डाॅ. अशोक शास्त्री के अनुसार करवा चौथ के दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करके निर्जला व्रत रखती हैं और चौथ माता यानी माता पार्वती की उपासना करती हैं और उनसे अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती है । इसके बाद शाम के समय दिन ढलने से पहले महिलाएं अपनी सास या ननद को उपहार के रुप में कपड़े और श्रृंगार का सामान भेट करती हैं । दिनभर निर्जला व्रत रखकर रात के समय महिलाएं चंद्रमा का अर्घ्य देने के बाद ही अपना व्रत खोलती हैं ।
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