झाबुआ~भोजन की थाली 20 रुपए,चाय,कचौरी, समोसा 2 रुपए हुए महंगे-बिजली का भी झटका~~
झाबुआ। संजय जैन~~
महंगाई दिनोंदिन बेतहाशा बढ़ रही है। लॉकडाउन के पहले 25 मार्च 2020 को लॉकडाउन लगने से पहले ईंधन, रसोई गैस छोड़ दें तो तेल, दाल, अन्य खाद्यान्न सामग्री के दाम कंट्रोल में थे। अनलॉक होने के बाद इन पर भी डीजल,पेट्रोल, गैस के दाम बढऩे का असर तेजी से दिखने लगा। तब पेट्रोल 79.11 रुपए व डीजल 69.73 रुपए लीटर था। रसोई गैस सिलेंडर 831 रुपए का था।
छू रहे दाम आसमान ......
15 माह में डीजल 29.51, पेट्रोल 29.22-30 रुपए बढ़े। रसोई गैस में 26 रुपए की वृद्धि हुई। जुलाई 2020 में सिलेंडर 618.50 रुपए का था। एक साल में यह 858 रुपए हो गया। 12 माह में ही 239 रुपए बढ़े। जिससे होटल में भोजन की थाली 50 से 60-80 रुपए हो गई। 5 रुपए में मिलने वाली चाय,कचौरी,समोसा,आलूबड़ा 2 रुपए बढ़कर 7 रुपए में मिलने लगा। किराना सामग्री के दाम भी आसमान छू रहे हैं। इंदौर जाने का बस का किराया 150 से बढ़कर 180 रुपए हो गया है। वहीं ट्रांसपोर्ट वाले भाड़ा बढ़ाने की तैयारी में हैं। पेट्रोल पंप संचालक कमीशन नहीं बढऩे से हड़ताल की तैयारी में हैं।
टैक्स माफी की मांग......
डीजल-पेट्रोल के दाम लगातार बढऩे का असर निजी बस सेवा पर पड़ रहा है। इंदौर का किराया 200 रुपए पहुंचने की अटकलें हैं। आसपास के छोटे रूट व गांवों में जाने के लिए बस सुविधा अभी बंद है। आए दिन ईंधन के रेट बढऩे से बस संचालक किराया भी फिक्स नहीं कर पा रहे है,जिसे लेकर रोज यात्रियों से विवाद होता है। बस संचालक टैक्स माफी की मांग कर रहे हैं।
तेल, दाल, मसाले के रेट बढ़े, होटल में खाना महंगा.....
अपना होटल के सचिन माहेश्वरी बताते हैं कि होटल, रेस्टारेंट का धंधा मंदा चल रहा है। पहले तेल 1100 रुपए कंटेनर था,अब 2200 का हो गया। दाल,मसाले,सब्जियों के भाव दोगुना हो गए। महाराजा भोजनालय के सचिन मेहता बताते हैं कि कोरोना से पूर्व में रोटी, दाल,चावल, सलाद,पापड, एक हरी सब्जी की थाली 50 रु.में देते थे। अब 70 रु.ले रहे हैं।
पंप संचालक बोले-30रु. रेट बढ़े,कमीशन नहीं.....
डीजल-पेट्रोल पर सरकार कई तरह के टैक्स उपभोक्ता से वसूल रही है। मार्च 2020 से अभी तक दोनों के दाम करीब 30 रुपए लीटर बढ़े, लेकिन सारा पैसा सरकार ले रही है। नेशनल पेट्रोल के नुरुदीन बोहरा ने बताया कि पेट्रोल पंप संचालकों का कमीशन नहीं बढ़ा। इससे संचालकों में नाराजी है।
बिजली का झटका-200 यूनिट खपत पर 14 रुपए ज्यादा आएगा बिल.........
बिजली कंपनी ने सात महीनों में दूसरी बार बिलों का भार बढ़ा दिया है। इसमें 200 यूनिट तक की खपत वाले उपभोक्ताओं को 14 रुपए ज्यादा चुकाना होंगे। इसके पहले दिसंबर-2020 में दरें बढ़ाई थी, जिसमें 200 यूनिट पर 24 रुपए बढ़ाए थे। सात माह में 200 यूनिट पर कुल 38 रुपए बढ़ाए गए हैं। विद्युत नियामक आयोग ने बिजली की दरों का नया टैरिफ जारी किया है। इसमें 0.63 फीसदी की वृद्धि की गई है। नया टैरिफ 8 जुलाई से लागू होगा,अगस्त के बिजली बिल बढ़े हुए आएंगे और लोगों को ज्यादा राशि के बिल चुकाना होंगे। ऐसे उपभोक्ता जिनके यहां अब तक 200 यूनिट की खपत होने पर 1468 रुपए का बिल आता था,अब उनके यहां पर नए टैरिफ के तहत 1482 रुपए का बिल चुकाना होगा।
दाम बढऩे का असर.........
रसोई गैस****
1 जुलाई से रसोई गैस 26 रुपए महंगी हो गई। जून में दाम 832 रुपए थे। अब 858 रुपए हो गए। एक माह में सीधे 26 रुपए की वृद्धि हुई। जुलाई 2020 में सिलेंडर 619 रुपए का था। एक साल में यह 858 रुपए का हुआ। सब्सिडी 6.02 रुपए दी जा रही है।
पेट्रोल****
पेट्रोल के भाव एक माह 4-5 बार तक बढ़ चुके हैं। अभी यह 108.32 पैसेलीटर है। केंद्र से राज्य को यह 77.63 रुपएध् लीटर मिल रहा है। जिस पर 35 प्रतिशत वेट,4.50 रुपए अतिरिक्त वेट,1 प्रतिशत सेज वसूल रही है। सरकार उपभोक्ता से एक लीटर पर 31.20 रुपए टैक्स वसूलती है।
डीजल****
डीजल 99.24 रुपए लीटर हो गया है। एक महीने में ही करीब 9 रुपए बढ़े हैं। केंद्र से राज्य सरकार को मिलने वाली डीजल की बेसिक कीमत 77.44 रुपए लीटर है। इस पर वेट,अतिरिक्त वेट,सेज आदि टैक्स मिलाकर यह 99.24 रुपए जा पहुंचा। उपभोक्ता से सरकार प्रति लीटर 21.80 रुपए टैक्स ले रही है।
बस किराया****
डीजल के दाम बढऩे के कारण इंदौर का पहले किराया 150 रुपए लगता था जो अभी 180 रुपए वसूला जा रहा है, 30 रुपए की वृद्धि हुई।
टिफिन****
कामकाजी लोगों को पहले एक समय का टिफिन 40 रुपए में मिल जाता था। जो आज बढ़कर 60 रुपए हो गया है। यानी 20 रुपए दाम बढ़ गए हैं।
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