बड़वानी~अंतराष्ट्रीय सम्मेलन में बड़वानी के कृषि वैज्ञानिक सम्मानित~~



बड़वानी /इंटरनेषनल कांफ्रेस आॅन ग्लोबल इनीसिएटिव्स इन एग्रीकल्चरल एण्ड एप्लाइड सांइसेस फाॅर इको फ्रेडलीं इन्वारमेंट विषय पर आयोजित अंतराष्ट्रीय सम्मेलन में कृषि विज्ञान केन्द्र बड़वानी के प्रधान वैज्ञानिक डाॅ. एस. के. बड़ोदिया एवं डाॅ. डी. के. तिवारी वैज्ञानिक द्वय को कृषि विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान व किसान समुदाय के विकास के लिए किए गए कृषि हस्तांतरण जैसे जल प्रबंधन तकनीक में सुक्ष्म सिचांई के क्षेत्र को बढ़ाने हेतु किये गये विषेष प्रयासों, जैविक खेती, फसल विविधता, एकीकृत कृषि प्रणाली के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के साथ आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में परपरांगत फसलों की देषी किस्मों के संरक्षण के साथ  अन्य विषयों पर शोध कार्य के लिए विषिष्ठ सम्मान इमरजिन्ग सांइटिस्ट अवार्ड-2019 से सम्मानित किया गया । यह अन्तराष्ट्रीय सम्मेलन काठमांडु नेपाल  के त्रिभुवन विष्वविद्यालय में आयोजित किया गया जहाॅ पर डाॅ. एस. के. बड़ोदिया एवं अन्य वैज्ञानिकों द्वारा विष्लेषित एवं रचित शोध पत्र ’’विभिन्न कृषि तकनीकियों/गतिविधियों द्वारा आदिवासी कृषक समुदाय की आय में वृद्वि करने हेतु उद्यमीता विकास’’ डाॅ. डी. के. तिवारी द्वारा प्रभावी प्रस्तुती दी गयी जिससे निर्णायक मंडल द्वारा आदिवासीयों के उत्थान हेतु आदिवासी उपयोजना के क्रियान्वयन पर बधाई दी । 
उक्त शोध पत्र में कृषि लागत को कम करने हेतु विभिन्न तकनीकियों के साथ जल संवर्धन हेतु सुक्ष्म सिचांई पद्वतियों एवं जल-विलेय पोषक तत्वों के माध्यम से बैमौसमी सब्जियों की खेती के साथ-साथ फसल-चक्र, फसल विविधीकरण एवं समन्वित कृषि प्रणाली के उपयोग से उत्पादन में वृद्वि हेतु विभिन्न माडलों को बताया गया । इस सम्मेलन में विभिन्न देषों के वैज्ञानिकों के साथ भारत के 500 वैज्ञानिकों ने भागीदारी कर कृषि के क्षेत्र में किये गये अनुसंधानों पर शोध पत्र प्रस्तुत कियें । इस उपलब्धि पर केद्रं के डाॅ. डी. के. जैन, यू. एस. अवास्या, रंजीत बारा ने हर्ष जताया ।


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