बड़वानी~भूत-प्रेत और गढ़े हुए धन (सोना-चांदी) का भय दिखाकर परिवार से जेवरात लेकर भागी महिला को पुलिस ने गिरफ्तार किया~~
थाना पाटी क्षेत्र के गांव पाटी में रहने वाले आदिवासी राजेन्द्र सोलंकी ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई कि वह और उसकी बड़ी बहन अंकिता कई दिनों से बीमार थे। डॉक्टरी इलाज के साथ-साथ वे देशी इलाज भी तलाश रहे थे। इसी बीच, एक दिन चांदनी बी नाम की महिला, जो सेंधवा की निवासी है, उनके घर आई। महिला ने घर का निरीक्षण कर बताया कि उनके घर में भूत-प्रेत का साया है और जमीन में पुराना गढ़ा हुआ धन (सोना) छिपा है, जिसके कारण वे बीमार हो रहे हैं।
महिला के इन दावों से परिवार भयभीत हो गया। चांदनी बी ने उन्हें दिलासा दिया कि जादू-टोना और पूजा-पाठ के माध्यम से वह घर से भूत-प्रेत का साया हटाकर गढ़ा हुआ धन निकाल देगी। उसने पूजा के लिए सोने-चांदी के जेवरात की मांग की। भय और लालच के कारण, परिवार ने उसे अपने जेवरात सौंप दिए। चांदनी बी ने जेवरात पेटी में रखकर चेतावनी दी कि उसे छूने से अनर्थ हो जाएगा और अगले दिन पूजा करके उन्हें वापस सौंपने का वादा किया।
अगले दिन, चांदनी बी घर नहीं लौटी और न ही उससे कोई संपर्क हो सका। जब परिवार ने पेटी खोली, तो उसमें अनाज के पोटले भरे मिले और सारे जेवरात गायब थे। चांदनी बी ने छल-कपट से सारे जेवरात ले लिए थे।
पाटी पुलिस ने शिकायत पर तुरंत मामला दर्ज किया और पुलिस अधीक्षक श्री पुनीत गेहलोद के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अनिल पाटीदार और अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) श्री दिनेश सिंह चौहान के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी श्री रोहित पाटीदार द्वारा टीम का गठन किया गया। टीम ने महिला की तलाश आरम्भ की। पुलिस की चतुराई और कुशलता से महिला को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान, महिला ने पहले अनजान बनने का प्रयास किया, लेकिन अंततः उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से छल-कपट से लिए गए सोने चांदी के जेवरात कुल कीमती 4 लाख 50 हजार रुपए के बरामद किए गए।
इस घटना का खुलासा पुलिस अधीक्षक जिला बड़वानी श्री पुनीत गेहलोद ने किया। उन्होंने जिले की जनता को जागरूक रहने का संदेश दिया और अपील की कि इस प्रकार के छल-कपट से सावधान रहें। किसी भी संदेह पर तुरंत पुलिस को सूचना दें। पुलिस ऐसे अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करेगी।
**विशेष भूमिका:**
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी पाटी उप निरीक्षक श्री रोहित पाटीदार के नेतृत्व में सहायक बल के रूप में उप निरीक्षक निर्भयसिंह मुजाल्दे, सहायक उप निरीक्षक राजेन्द्र अटोदे, सहायक उप निरीक्षक निलेश गड़बड़ी, प्रधान आरक्षक 446 बलवीर, प्रधान आरक्षक 360 रितेश, महिला प्रधान आरक्षक 174 रेशम निंगवाल, महिला आरक्षक 660 दुना निंगवाल, आरक्षक 561 पवन, आरक्षक 141 पारसिंह डोडवा, और आरक्षक 338 सयदाम की सराहनीय भूमिका रही।
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