झाबुआ~आचार्य राजीव नारायण शर्मा की चौंकाने वाली भविष्यवाणी देखे सभी~~

अगला प्रधानमंत्री दक्षिण से चंद्रबाबू नायडू या खड़गे में से कोई हो सकता है क्या~~

दुनिया मे जीना है तो हाथ जोड़ो प्यारे,वरना यह दुनिया जीने भी नही देगी और मरने भी नही देगी~~

भाजपा की बुरी हालत का कारण आधे-अधूरे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा, मूर्तियों का खंडित होना, संतों की उपेक्षा तो नही ~~

झाबुआ। ब्यूरो चीफ - संजय जैन~~


लोकसभा चुनावों के परिणाम में भाजपा अपने अकेले के दम पर सरकार बनाने की स्थिति में नहीं रह पायी। ऐसे में अगले प्रधानमंत्री मोदी ही होंगे इसमें भी शायद संदेह है। अगला प्रधानमंत्री दक्षिण से भी हो सकता है या इंडिया गठबंधन के समीकरण राजयोग के हालात बन रहे हैं, ऐसे में बहुत संभव भी है कि दक्षिण के चंद्र बाबू नायडू या मल्लिकार्जुन खड़गे में से कोई अगले प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ले सकते है। 

स्मृति ईरानी अमेठी नौकर किशोरीलाल शर्मा से बुरी तरह हारेंगी... 


बजरंगबली के साधक आचार्य राजीव नारायण शर्मा ने चुनाव परिणामों के बाद भाजपा, इंडिया अलायंस सहित अन्य दलों को मिली सीटों के बाद बने राजनीतिक हालात को लेकर यह चौंकाने वाला दावा किया है। आचार्य राजीव नारायण शर्मा ने मतगणना से एक दिन पहले भविष्यवाणी में कहा था सारे एग्जिट पोल झूठे साबित होंगे। इंडिया गठबंधन प्रभावी सीटें प्राप्त करेगा, स्मृति ईरानी अमेठी में गांधी परिवार के नौकर किशोरीलाल शर्मा से बुरी तरह हारेंगी, भाजपा को उसका अहंकार ले डूबेगा, पार्टी में बिखराव होगा, प्रधानमंत्री कोई और हो सकता है। 

हनुमानजी की साधना के बल पर उनका दावा....

हनुमानजी की साधना के बल पर अब जो उन्होंने दावे किए हैं वो यदि सही साबित होते हैं तो भारतीय राजनीति से ज्यादा भाजपा को हिला देने वाले साबित हो सकते हैं। न्यूज चैनल 4 पीएम के संपादक के के कहे नुसार यह खबर बनाई भी गयी है।

आचार्य राजीव नारायण शर्मा ने किया है यह भी दावा... 

-आधे अधूरे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का पाखंड, मंदिर प्रांगण में हनुमानजी की मूर्ति और महाकाल लोक की मूर्तियों का खंडित होना राजा पर संकट का द्योतक साबित हुआ है। 
-अभी जो हालात हैं उसमें भाजपा के बड़े नेताओं के इस्तीफे हो सकते हैं। 
-इंडिया अलायंस का अन्य दलों से समझौता उसे और मजबूत बनाएगा ।
-दक्षिण राज्य का कोई चेहरा खड़गे या नायडू अगला पीएम हो सकता है। 
-अगला पीएम दलित, आदिवासी, मजदूर वर्ग का प्रतिनिधि हो सकता है। 
-मतगणना के एक दिन पहले प्लांटेड एग्जिट पोल अंबानी-अडानी और उनके संरक्षणदाताओं ने कारपोरेट समूह को लाभ पहुंचाने का षड़यंत्र था। बड़े घरानों ने शेयर बाजार औऱ चुनाव में लगा अपना अपना पैसा निकाल भी लिया है। दूसरे दिन शेयर बाजार धड़ाम भी हो गया। 
-चुनाव आयोग, सुप्रीम कोर्ट हेट स्पीच मामले में प्रधानमंत्री का चुनाव रद्द क सकता है। 
-प्रमोद महाजन के वक्त से मजबूत होती गई कारपोरेट ग्रुप को संरक्षण की नीति और पब्लिक वेलफेयर नीति का कमजोर होना इन परिणामों पर असरकारक रहा है। 
- वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी कहना है कि उन्होंने भी संघ को चेताया था कि इन्हें आगे मत बढ़ाओ।

 झूठ बोलने में माहिर है, डरपोक है, आईक्यू लेवल कमजोर है.....

-इन दस सालों में आरएसएस की भूमिका भी बगुला भगत जैसी हो गई है। मणिपुर हो या किसान आंदोलन, महिला पहलवानों से ज्यादती हर मामले में वह चुप रहा था। 
-मोदी स्वयं को परमात्मा मानने लगे थे, अहंकार की इसी पराकाष्ठा के चलते भाजपा का इतना बुरा हाल शायद हो गया है। 
-कही कांग्रेस मुक्त भारत की जगह मोदी मुक्त भारत होने की भी प्रबल संभावना दिख सकती है। यह सब समीकरण तो 9 जून के बाद सभी के सामने आ ही जायेंगे । इस पर तो वह पुराना सुपर हिट गीत स्मरण में आ सकता है कि दुनिया मे जीना है तो हाथ जोड़ो प्यारे,वरना यह दुनिया जीने भी नही देगी और मरने भी नही देगी..... 

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