धार ~अडाणी मुद्दे पर राहुल के मुखर सवाल से डरी भाजपा सरकार, सदस्यता रद्द करना बताती है घबराहट~~

लोकसभा से राहुल गांधी की सदस्यता खत्म होने के निर्णय का कांग्रेस ने किया विरोध, गांधी प्रतिमा के समक्ष किया ‘संकल्प सत्याग्रह’~~

धार ( डाॅ. अशोक शास्त्री )।

 पूर्व राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म करने के बाद केन्द्र सरकार के खिलाफ कांग्रेस सड़कों पर उतर गई है। सरकार के निर्णय को अलौकतांत्रिक बताते हुए गांधीवादी तरीके से कांग्रेस ने सत्याग्रह के माध्यम से निर्णय के विरुद्ध विरोध शुरु कर दिया है। रविवार को जिला कांगे्रस कमेटी के बैनर तले जिला मुख्यालय धार में कांग्रेसियों ने गांधी प्रतिमा के समक्ष संकल्प सत्याग्रह किया। सत्याग्रह के पूर्व रघुपति राघव राजा राम महात्मा गांधी का प्रिय भजन बजाया गया। करीब 20 से अधिक वक्ताओं ने संबोधित किया। इस दौरान कांग्रेसियों ने कहा कि अडाणी मुद्दे पर राहुल गांधी के मुखर सवालों से डरी भाजपा ने इस तरह का कदम उठाया है। सत्याग्रह में संकल्प लिया गया कि सत्य के समर्थन में आवाज हमेशा उठाई जाएगी। वह एक गांधी की आवाज बंद करेंगे। हम 100 गांधी बनकर सड़कों पर उतरेंगे।
3 घंटे चला सत्याग्रह
हटवाड़ा स्थित गांधी उद्यान में करीब 3 घंटे के सत्याग्रह के दौरान कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष हाजी मुजीब कुरैशी, प्रदेश महामंत्री कुलदीपसिंह बुंदेला, जिला कांग्रेस अध्यक्ष कमलकिशोर पाटीदार, विधायक हीरालाल अलावा, वरिष्ठ नेता गजेन्द्रसिंह राजूखेड़ी, पीसीसी सदस्य कुलदीपसिंह डंग, वरिष्ठ नेता हितैष ठाकुर, टोनी छाबड़ा सहित करीब 20 से अधिक वक्ताओं ने गांधी की संसद सदस्यता खत्म करने के मुद्दे पर भाजपा को घेरा। कांग्रेस नेता अधिवक्ता हितैष ठाकुर ने मानहानि की धाराओं का उल्लेख करते हुए कहा कि इसमें अभी तक कोर्ट से उठने तक की सजा या अर्थदंड किया जाता था। गांधी के मामले में सूरत की कोर्ट ने दो साल की सजा सुनाई। इसमें 30 दिन का अपीलिय समय दिया था, लेकिन दूसरे दिन ही उनकी सदस्यता खत्म की गई है। श्री ठाकुर ने कांग्रेसजनों को संगठित होकर दबाने की सोच वाली नीतियों के खिलाफ जनता के सामने मुद्दे रखने का आह्वान किया।
भारत जोड़ों यात्रा से घबराई भाजपा-बुंदेला
पीसीसी महासचिव श्री बुंदेला ने सत्याग्रह में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा में देश से मिले समर्थन से भाजपा घबराई हुई है। सांसद सदस्यता खत्म करने का भाजपा सरकार का यह निर्णय उनकी घबराहट बताता है। श्री गांधी के साथ पूरी कांग्रेस खड़ी है। जहां-जहां गांधी का पसीना गिरेगा वहां पर धार या मप्र ही नहीं बल्कि पूरे देश के कांग्रेसी अपना खून बहा देंगे।
बारीकियों को समझे, लोगों को बताएं- कुरैशी
ेपीसीसी उपाध्यक्ष हाजी मुजीब कुरैशी ने कार्यकर्ताओं के समक्ष पूरा मामला रखा। उन्होंने कहा कि जनता आपसे सवाल पूछेगी। आपको मामले की पूरी बारीकियां पता होना चाहिए। इसके पश्चात श्री कुरैशी ने कोर्ट में लगाए गए मामले और उसके बाद कोर्ट के निर्णय के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि राहुल गांधी ने कार्पोरेट सेक्टर में आम आदमी के गाढ़े पसीने की कमाई का जोखिम बढ़ाए जाने को लेकर केन्द्र सरकार को सवाल पूछे थे। उन्होंने अडाणी को लेकर सवाल पूछे। जनता से जुड़े सभी मसलों पर संसद में लगातार आवाज उठाई। इन सब स्थितियों में कोर्ट के फैसले के तुरंत बाद जिस तरह लोकसभा सचिवालय ने जल्दबाजी दिखाते हुए गांधी की संसद सदस्यता को खत्म किया है। यह अलौकतांत्रिक है। हम कोर्ट में भी जाएंगे, लेकिन पहले जनता के बीच जाएंगे और उन्हें बताया जाएगा कि किस तरह आवाज को दबाने के लिए केन्द्र की भाजपा सरकार मनमानी कर रही है।
सदस्यता बहाल करें- पाटीदार
कांग्रेस जिलाध्यक्ष कमलकिशोर पाटीदार ने कहा कि वर्तमान में कई परिस्थितियां और घटनाएं यह दर्शा रही है कि नियम कायदों को नजर अंदाज करके लोगों को दबाया जा रहा है। श्री गांधी की संसद सदस्यता समाप्त करने का निर्णय सही नहीं है। हम इसका विरोध करते है और राष्ट्रपति से मांग करते है कि वायनाड से राहुल गांधी की सांसद सदस्यता को पुन: बहाल किया जाए।
राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
कांग्रेस ने रविवार को सत्याग्रह के पश्चात राष्ट्रपति के नाम संबोधित एक ज्ञापन राजस्व अधिकारी श्री उपाध्याय को सौंपा। जिसमें बताया गया कि गुजरात राज्य के जिस कोर्ट से मानहानि के मुकदमें में राहुल गांधी को दो वर्ष की दंड आज्ञा दी गई है। यह निर्णय अंतिम नहीं है। न्यायालय ने अपने निर्णय को स्थगित करने और अपील करने का समय दिया है। ऐसी स्थिति में आदेश स्थगित होने से प्रभावशील नहीं है। राहुल गांधी की सदस्यता को रद्द करने की अधिसूचना रद्द करें। भविष्य में इस प्रकार का आदेश पारित करने के पूर्व अंतिम निर्णय तक प्रतीक्षा करने और जल्दबाजी में कोई आदेश जारी नहीं करने की नीति बनाई जाए।
यह भी थे मौजूद
सत्याग्रह में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए। जिसमें मुख्य रूप से वरिष्ठ नेता जीपीसिंह, अभिषेकसिंह टिंकु बना, राकेश डोड, बंटी डोड, नरेन्द्रसिंह बुंदेला, शकील खान, प्रमोद सेनापति, अजय सिंह ठाकुर, जगदीश सेन, अशोक सोलंकी, कैलाश तिवारी, कमल राठौर सहित अन्य लोग मौजूद थे।
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