झाबुआ~जिले में प्राइम लोकेशन पर 20 से 40 प्रतिशत दर बढ़ाने की तैयारी~~
कलेक्टर गाइडलाइन-शहरी क्षेत्र को छोड़ आस-पास के मार्गों व हाइवे से लगे गांवों पर नजर-पहली बार तहसील मुख्यालय में भी प्राइम लोकेशन की तलाश~~
रजिस्ट्री से शासन को होने वाली आय के मामले मे जिला अपने टारगेट से काफी पीछे चल रहा हैं। जिले को 48 करोड़ रुपए के सालाना लक्ष्य की तुलना में 1 मार्च तक केवल 26 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है। बाकी का लक्ष्य 31 मार्च तक हासिल करना मुश्किल प्रतीत हो रहा है। कोरोना काल को छोड़कर जिला लक्ष्य से ज्यादा आय प्राप्त कर रिकॉर्ड बना रहा था।
बढ़ सकती है गाइडलाइन प्राइम लोकेशन पर 20 से 40 प्रतिशत तक .......................
आय कम होने पर विगत दिनों वरिष्ठ अधिकारी ने वीसी की। इसमें मिले निर्देशों पर अधिकारियों ने अमल किया तो प्राइम लोकेशन पर 20 से 40 प्रतिशत तक गाइडलाइन बढ़ सकती है। इसमें जिले के आस-पास के क्षेत्र के साथ पहली बार तहसील मुख्यालय क्षेत्र भी शामिल हैं,इनमें मुख्यतः: थांदला, पेटलावद और राणापुर हैं। प्रदेशभर में जमीनों की कलेक्टर दर निर्धारित करने के लिए उप पंजीयक व जिला पंजीयक कार्यालय तैयारी में जुटे हैं। वित्त वर्ष 2023-2024 की प्रस्तावित गाइडलाइन को मार्च माह में फाइनल करना है ताकि 1 अप्रैल से नई दर लागू हो सकें। इस बार माना जा रहा था कि विधानसभा चुनावों के कारण गाइडलाइन नहीं बढ़ाई जाएगी लेकिन दस्तावेज पंजीयन से होने वाली आय कम होने के कारण कुछ जगह दर बढ़ना लगभग तय हो गया है।
अधिकारी फील्ड सर्वे करने में लगे..........................
इनकम बढ़ाने को लेकर शुक्रवार को महानिरीक्षक पंजीयन में प्रदेश के सभी जिलों के अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बात की। उन्होंने साफ किया कि शहर की प्राइम लोकेशन का सर्वे कर देखे की वहां जमीन की वास्तविक कीमत क्या है....? यदि ज्यादा है तो उसी अनुसार वृद्धि कर कीमतें वास्तविक रखी जाए। यदि ऐसा होता है तो शहर में सबसे ज्यादा असर चंद्रशेखर आजाद मार्ग,जगमोहनदास मार्ग,किशनपूरी,गादिया कॉलोनी कॉलेज मार्ग,माधोपुरा जैसे क्षेत्र में रहेगा। विभाग के अनुसार इन लोकेशन सहित कुछ अन्य प्राइम लोकेशन व जहां ज्यादा दरों पर रजिस्ट्रियां हुई हैं,वहां 20 से 40 फीसदी तक दर बढ़ सकती है। वीसी के बाद अधिकारियों ने भोपाल से मिली वास्तविक दरों पर हुई रजिस्ट्री व अन्य स्त्रोत के आधार पर फिल्ड सर्वे करने में लगे हैं।
तहसील मुख्यालय पर भी नजर पहली बार सामान्यतः: ..........
हर बार जिला मुख्यालय व उससे जुड़े गांवों में ही जमीनों की दर बढ़ाने पर फोकस रहता है। इस बार भी कुछ ऐसा ही था लेकिन महानिरीक्षक पंजीयन द्वारा वीसी में दिए निर्देश के बाद जिला पंजीयक की नजर पहली बार तहसील मुख्यालय पर भी हैं,इनमे मुख्यत: थांदला, पेटलावद और राणापुर हैं। यहां भी कई क्षेत्रों विकास हो रहे हैं और जमीन की वास्तविक दर ज्यादा है। विभाग द्वारा यहां भी सर्वे करवाया जा रहा है और चिह्नित प्राइम लोकेशन पर 20 से 40 फीसदी तक दरे बढ़ाने की संभावना है।
जिला पंजीयक विभाग के चार सालों में लक्ष्य व आय की स्थिति .......
वर्ष लक्ष्य आय
2018-19 25.00 20.00
2019-20 26.00 20.00
2020-21 23.00 25.00
2021-22 24.00 48.00
2022-23 48.00 26.00 (1मार्च तक)
(नोट-जानकारी विभाग के अनुसार लक्ष्य व आय करोड़ रुपए में।)
जहां जरूरी है वहां बढ़ाने का प्रस्ताव...........
जहां जरूरी है उन लोकेशन पर गाइडलाइन बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। फिलहाल विभिन्न वरिष्ठ कार्यालय से मिले आंकड़ों व अन्य स्रोतों से मिले इनपुट के आधार पर सर्वे कर रहे हैं। विशेषकर प्राइम लोकेशन देखी जा रही है। जिला राजस्व आय के लक्ष्य से काफी पीछे है इसे पूर्ण करना चुनौती है। वीसी के दौरान भी निर्देश मिले हैं। उसी अनुरूप तैयारी की जा रही है।
.........................................................अमरीश नायडू-जिला पंजीयक,झाबुआ ।
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