धार~जनसरोकार- पीथमपुर में अब तक 3191 श्वानों की नसबंदी, धार में बच्ची पर कुत्ते का हमला ~~

मुख्यालय पर आवारा श्वानों की संख्या बढ़ी, दो दिन पहले कलेक्टर ने दिए नसबंदी के निर्देश ~~

धार ( डाॅ. अशोक शास्त्री )। 

देसी श्वानों की बढ़ती संख्या के नियंत्रण को लेकर पीथमपुर नगरपालिका ने बेहतर काम किया है। अप्रैल से लेकर नवंबर तक करीब 3191 सड़क पर घूमने वाले श्वानों की नसबंदी की गई है। यह काम अभी भी जारी है। इसके इतर जिला मुख्यालय और उससे सटे गांवों में आवारा श्वानों की संख्या बढ़ गई है। हालात यह है कि गुरुवार को तिरला जनपद क्षेत्र के ग्राम कुआं में 8 वर्षीय बालिका प्रियंका पिता जगदीश पर श्वान ने हमला कर दिया। कुत्ते के काटने से बच्ची को छाती और पीठ पर गंभीर निशान हुए है। उसका जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है। इधर जिला मुख्यालय पर बस स्टैंड सहित कई क्षेत्रों में दर्जनों की संख्या में श्वान घूमते   हुए दिखाई देते है। नगरपालिका ने इन्हें पकड़कर नसबंदी के लिए प्रयास शुरु किए थे, किंतु प्रक्रिया के सही पालन के ना चलते एनिमल राईट्स के लिए काम करने वाली संस्थाओं की आपत्ति के बाद इसको रोक दिया गया था। 
24 घंटे बाद तबीयत बिगड़ी 
प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार को ग्राम कुआं में एक कृषक के खेत में उसकी बच्ची पर श्वान ने हमला किया। इस दौरान परिवार पुराने मकान में था और बच्ची खेलते हुए निर्माणाधीन नए मकान की और गई थी। बच्ची की चीख सुनकर चाचा मलसिंह ने कुत्ते को भगाया और घायल बच्ची को लेकर नजदीक के उमरबन स्वास्थ्य केन्द्र पर ले गया था। यहां पर प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची को इंजेक्शन लगाया गया। रात में बच्ची की तबीयत बिगड़ने लगी। इसके बाद परिजन उसे 50 किमी दूर जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां पर चिकित्सकों ने बच्ची को जरूरी उपचार देना शुरु कर दिया है और उसे भर्ती किया गया है। 
नियमों के साथ बर्थ कंट्रोल प्रोग्राम 
सीएमओ पीथमपुर मधु सक्सेना ने बताया  कि शहर की सड़को एवं  मोहल्लो में घुमने वाले आवारा श्वानों की प्रतिदिन दो से तीन शिकायतें आती थी। इस प्रकार पूरे माह 60 से 70 शिकायते फोन द्वारा एवं सीएम हेल्पलाईन पर आती थी। शिकायतों को देखते हुए नगर पालिका परिषद् पीथमपुर द्वारा इनका विधिवत एबीसी रूल्स (एनीमल बर्थ कन्ट्रोल नियम ) के तहत आवारा श्वानों की विधिवत नसबंदी कार्य करने की योजना बनाकर सागौर एफएसटी प्लॉट कैम्पस के पास श्वान घर बनाकर आवारा श्वानों को पकड़कर नसबंदी माँ ज्वाला मुखी सेवा संस्थान समिति जबलपुर द्वारा की जा रही है। नसबंदी कार्य की निगरानी हेतु पांच सदस्यों की निगरानी समिति भी बनाई गई है। जिसमें जनप्रतिनिधि, प्रोफेसर बेटनरी कॉलेज महू, नगर पालिका स्वास्थ अधिकारी, सेनेटरी इन्सपेक्टर एंव दरोगा जो समय समय पर निगरानी करते है। 
चित्र है 23धार 15- धार। बस स्टैंड पर इस तरह झूंड में घूमते है आवारा श्वान।
चित्र है 23धार16- पीथमपुर में श्वान की नसबंदी करते हुए। 

Share To:

Post A Comment: