झाबुआ~जेवर का भी रजिस्ट्रेशन नंबर-बीआईएस का एप जारीए खुद परखें कितनी शुद्ध है ज्वेलरी-बनाया केयर ऐप भारतीय मानक ब्यूरो ने~~
जेवर खरीदते समय यदि शुद्धता को लेकर मन में संशय है तो इसे दूर कर लीजिए। सरकार ने नकली या निर्धारित से कम कैरेट वाली ज्वेलरी के लिए हॉलमार्क अनिवार्य किया था,यह पुरानी बात हो गई क्योंकि अब इसमें भी धोखाधड़ी होने लगी है। इससे बचने के लिए अब किसी के पास जाने की जरूरत नहीं।
बनाया केयर एप भारतीय मानक ब्यूरो ने.................
बीआईएस-भारतीय मानक ब्यूरो ने एक केयर एप बनाया है इस ऐप पर जाकर 6 डिजिट का हॉलमार्क यूनिक आईडेंटीफिकेशन-एचयूआईडी जो कि प्रत्येक ज्वेलरी पर अंकित होता है, उसे दर्ज करना होगा। एचयूआईडी दर्ज करते ही मैन्युफैक्चरिंग से लेकर हॉलमार्क जारी करने वाले व्यापारी तक के नाम सहित अन्य जानकारी सामने आ जाएगी। सोना या सोने से बने जेवर को ज्वेलर्स कसौटी पत्थर पर कुछ हिस्से को घिसकर परखते हैं। यह सदियों से चला आ रहा है,किंतु इसमें आम व्यक्ति को कुछ समझ नहीं आता है।
1 जुलाई 2022 से ज्वेलरी पर हॉलमार्क अनिवार्य .......................
भारत सरकार ने 1 जुलाई 2022 से ज्वेलरी पर हॉलमार्क अनिवार्य किया। इसके लिए ज्वेलर्स को लाइसेंस भी लेना अनिवार्य है। कई ने अब तक लाइसेंस नहीं लिया और हॉलमार्क बोलकर ज्वेलरी बेच रहे हैं। शहर के व्यापारियों के अनुसार कुछ समय पूर्व गलत हॉल मार्किंग के कारण भारत मानक ब्यूरो ने रतलाम के एक ज्वेलर्स के यहां कार्रवाई भी की थी। इस प्रकार की धोखाधड़ी से बचने के लिए केंद्र सरकार ने हॉलमार्क यूनिक आईडेंटीफिकेशन-एचयूआईडी मार्क चालू किया है। इसमें प्रत्येक जेवर का रजिस्ट्रेशन होगा और उस पर 6 डिजिट का एक नंबर अंकित करना होगा। इसे ज्वेलरी बनाने से लेकर हॉलमार्क लगाने वाले तक के लिए अनिवार्य किया है क्योंकि इसी यूनिक रजिस्ट्रेशन नंबर से ज्वेलरी की शुद्धता की पहचान होगी।
ऐसे करें परख जेवर की...........
ज्वेलरी की शुद्धता से लेकर उसके निर्माण,वजन,कैरेट से लेकर हॉलमार्क तक की जानकारी परखने के लिए बीआईएस-भारतीय मानक ब्यूरो केयर एप को अपने मोबाइल पर अपलोड करना होगा। इसको जैसे ही खोलेंगे पहले मुख्य पेज पर अन्य आइकन के साथ 9 प्रकार के बॉक्स दिखेंगे। इसमें दूसरे नंबर पर ही वेरीफाई एचयूआईडी लिखा होने के साथ रिंग-अंगूठी बनी दिखेगी। इस पर क्लिक करते ही अगले पेज पर वेरिफाई हॉलमार्क लिखा आएगा। इसमें आपको ज्वेलरी पर अंकित 6 डिजिट वाला रजिस्ट्रेशन अंक डालना होगा। यह डालकर ओके करते ही सारी जानकारी आपके सामने होगी।
प्रत्येक ग्राहक को जागरूक होना जरूरी......
प्रत्येक ग्राहक के साथ दुकानदारों को भी जागरूक होना पड़ेगा। धोखा किसी के साथ भी हो सकता है। इसके लिए बीएसआई केयर एप की मदद लेकर किसी भी स्वर्ण ज्वेलरी पर दर्ज अल्फा न्यूमेरिक कोड अर्थात ज्वेलरी रजिस्ट्रेशन नंबर को दर्ज कर शुद्धता के साथ अन्य जानकारी परख सकते हैं।
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