झाबुआ~प्रारंभ होगी डॉक्टरों की हाजरी प्रदेश सहित जिले में 25 नवंबर से,बांड वाले डॉक्टरों को जीपीएस बेस्ड लगाना होगी हाजिरी~~
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने जारी किया पत्र,मरीजों को होगा फायदा-डॉक्टरों को समय पर आना होगा~~
जिला चिकित्सालय सहित जिले के सभी सरकारी अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों पर पदस्थ ऐसे डॉक्टर जिनकी नियुक्ति बंधपत्र-बाँड के माध्यम से एक वर्ष के लिए हुई है। ऐसे सभी पूर्व व वर्तमान डॉक्टरों की उपस्थिति जीपीएस बेस्ड अटेंडेंस सिस्टम से होगी। इसके लिए सभी डॉक्टरों की जानकारी सार्थक एप पर दर्ज की जा चुकी है और उन्हें निर्देश भी दिए गए है।
प्रारंभ होगी डॉक्टरों की हाजरी प्रदेश सहित जिले में 25 नवंबर से ...............
जीपीएस बेस्ड अटेंडेंस सिस्टम से डॉक्टरों की हाजरी प्रदेश सहित जिले में 25 नवंबर से प्रारंभ होगी। इससे अनुपस्थित रहने या समय पर नियुक्त स्थल स्वास्थ्य केंद्र पर नहीं पहुंचने वाले ऐसे चिकित्सकों पर लगाम लगेंगी,क्योंकि साल भर पूर्ण होने पर इसी आधार पर उनकी उपस्थिति मानी जाएगी और अवधि पूर्ण किए जाने संबंधी प्रमाण-पत्र जारी किया जाएगा।
देरी से आते हैं बंधपत्र के आधार पर सरकारी अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर .......................
जिले में वैसे ही डॉक्टरों की कमी है। इस कमी को दूर करने के लिए सरकार बंधपत्र के आधार पर एक वर्ष के लिए डॉक्टरों की नियुक्ति करती है। जिससे वे जिला चिकित्सालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में ड्यूटी दे सकें और मरीजों व उनके परिजनों को डॉक्टरों की कमी के कारण परेशान नहीं होना पड़े। अक्सर यह शिकायतें मिलती रही हैं कि बंधपत्र के आधार पर सरकारी अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर देरी से आते हैं या कार्यस्थल पर उपस्थित ही नहीं रहते हैं। इसका सबसे ज्यादा असर वहां के प्रबंधन और मरीजों पर पड़ता है। यदि डॉक्टर पदस्थ होने के बाद भी डॉक्टर समय पर या उपस्थित ही नहीं होते हैं तो प्रबंधन को अन्य व्यवस्था करने में दिक्कत आती है और मरीजों को उपचार करवाने के लिए परेशान होना पड़ता है।
जिले में बंधपत्र के आधार पर 27 डॉक्टर....................
अब सरकार ने व्यवस्था को दुरुस्त करते हुए प्रदेश सहित जिले में अब लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के तहत समस्त कार्यरत अथवा पूर्व से नियुक्त एमबीबीएस और बांडेड पीजी चिकित्सकों की उपस्थिति जीपीएस बेस्ड अटेंडेंस सिस्टम सार्थक एप के जरिए दर्ज कराने का निर्णय लिया है। इससे डॉक्टर समय पर अस्पताल पहुंचेंगे और मरीजों को परेशानी नहीं होगी। जिले में बंधपत्र के आधार पर 27 डॉक्टर जिला चिकित्सालय सहित अन्य स्थानों पर शासकीय अस्पताल,सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर पदस्थ हैं।
तो होगा एक्शन...................
चिकित्सकों को बंधपत्र अवधि समाप्त होने के बाद उपस्थिति संबंधी जानकारी को सार्थक पोर्टल से मिलान किया जाएगा। बंधपत्र सेवा अवधि पूर्ण किए जाने संबंधी प्रमाण-पत्र में भी इसका उल्लेख किया जाएगा। संचालनालय स्तर पर पुष्टि के दौरान उपस्थिति संबंधी डाटा में किसी प्रकार की विसंगति होने पर संबंधित अधिकारी, कर्मचारी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
आने-जाने का समय होगा दर्ज...................
सार्थक एप जीपीएस के आधार पर अपलोड की गई है। जैसे ही एप पर डॉक्टर की हाजिरी लगेगी लोकेशन व आवाजाही का समय दिखने लगेगा। इससे अब बंधपत्र डॉक्टरों को पूरे दिन सेवा देना होगी। पहले यह बंधपत्र डॉक्टर ज्वाइन करने के बाद कई दिनों तक नहीं आते थे। अब नई व्यवस्था से सभी बंधपत्र डॉक्टर प्रतिदिन बैठेंगे। इससे मरीजों को भी लाभ मिलेगा।
जिले में तैयारी पूरी.....................
जिले में पूर्व के अलावा वर्तमान में 27 डॉक्टर बंधपत्र के आधार पर पदस्थ हैं। इसमें 9 जिला चिकित्सालय,9 शासकीय अस्पताल,5 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व 4 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ हैं। सभी को 25 नवंबर से सार्थक एप के माध्यम से हाजरी भरना होगी। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है।
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