झाबुआ~2012.13 में हुए मध्यांह्र भोजन के घोटाले की मुख्य आरोपी मालती राजपूत पांच साल बाद गिरफ्तार होकर जेल में गयी.~~

 एसडीओपी पेटलावद की प्रमुख भूमिका~~

झाबुआ।संजय जैन~~

झाबुआ आदिवासी बाहुल्य जिला होकर यहा केंद्र और प्रदेश सरकार कई जनकल्याणकारी और जनहितैषी योजनाएं प्रशासनिक मशीनरी के माध्यम से जिले में संचालित जमीन स्तर तक की जाती है। परंतु प्रशासनिक मशीनरी की भ्रष्ट मानसिकता के चलते अपने हितों को साधते हुए आर्थिक भ्रष्टाचार से वे नही चुकते है 

यह है मामला.................
 वर्ष 2012 दिसंबर से 2013 दिसंबर तक मध्यांह्र भोजन योजना में हुए फर्जीवाड़े  का उजागर सिलसिलेवार हमारे लोकप्रिय समाचार पत्र में प्रकाशित कर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज मामा के संज्ञान में लाया गया था। जिसमें उन्होंने उक्त फर्जीवाड़े के जांच के आदेश दिए थे। जांच के दौरान मध्यांह्र भोजन योजना में विशेषकर पेटलावद तहसील में जिला मध्यांह्र भोजन योजना के प्रभारी मालती राजपूत एवं उसके सहयोगी कर्मचारियों ने भारी फर्जीवाड़ा कर बिना स्कूल, छात्र, टिचर और बिना समूह के मध्यांह्र भोजन का वितरण दर्शाकर लाखो रूपए अपने चहतों के खातो में डाल दिए थे।जिसकी जांच होने पर मध्यांह्र भोजन योजना के फर्जीवाड़े में करीब 100 आरोपियों की गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया था।

मुख्य आरोपी विगत 5 से 6 से फरार.......
इस घोटाले की मुख्य आरोपी विगत 5.6 सालो से फरार दर्शायी जा रही थी। जिसकी गिरफ्तारी पुलिस के अल्टीमेटम के बाद पेटलावद कोर्ट में समर्पण करने के बाद की गई और बाद में उसे झाबुआ जेल में भेज दिया गया।
 
30 अक्टूबर को किया समर्पण................
 तत्संबंध में सीईओ वीरेंद्र सिंह रावत द्वारा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी जिसका अपराध क्रमांक 297ध्2014ध्धाराध्420ए467ए471ए409ए120बी भादवी के आधार में अनुसंधान किया गया था।पुलिस द्वारा उक्त मध्यांह्र भोजन योजना की प्रभारी मालती पति महेंद्र कुमार घंघोरिया राजपूत निवासी भोपाल,जो सतत 2014 से फरार चल रही थी सतत गिरफ्तारी और दबिश से परेशान होकर आरोपीया द्वारा माननीय न्यायालय में दिनांक 30 अक्टूबर 2022 को समर्पण किया। माननीय न्यायालय से गिरफ्तार किया जाकर पूछताछ कर विधिसंगत कार्यवाही की गई।

ऐसे किया  था फर्जीवाड़ा...............
आरोपीगण द्वारा फर्जी खाते खोलकर फर्जी समूह के नाम से राशि आहरित की गई थी। पेटलावद पुलिस द्वारा 7,78,950 रुपये वसूल करने की कार्यवाही की गई।समाचार लिखे जाने तक मध्यांह्र भोजन योजना की जिला प्रभारी मालती राजपूत वर्तमान में झाबुआ जेल में बंद है ।

कई घोटालेबाज अभी भी गिरफ्त से बाहर रह गए..............
 यदि माननीय न्यायालय उक्त मध्यांह्र भोजन के घोटाले की सघन जांच करने के आदेश पुनः देते है तो कई बडे बडे मगरमच्छ जो जांच के दौरान साफ बच कर निकल गए है वे भी गिरफ्त में आ सकते है । प्राप्त विश्वसनीय सूत्रों एवं जन चर्चा अनुसार मध्यांह्र भोजन घोटाले की मुख्य आरोपी द्वारा डीआरडीए कार्यालय के मुख्य लेखापाल अधिकारी के खातों में भी फर्जी ढंग से राशि डाली गई थी ऐसा प्रेस जगत के गलियारों में चर्चा व्याप्त है। कई अधिकारी इस घोटाले में शामिल थे,वे जांच के दायरे से अपने आप को बचा ले गए । मुख्य आरोपी द्वारा अपने भाई के नाम से भी खाते में फर्जी ढंग से रुपए डाले गए थे ऐसी भी जनचर्चा है।

जिले में वर्तमान में भी मध्यांह्र भोजन योजना में घोटाले बदस्तुर चालु है...........
 कई लोग यह भी कह रहे है कि योजना वर्तमान में भी डीआरडीए विभाग से संचालित की जा रही है। इसका प्रमुख एक संविदा शिक्षक को बना कर वो इसकी देखरेख कर रहा है। इसके बारे में कहा जाता है  की वह भी पूर्ववर्ती आरोपी मालती राजपूत जो मध्यांह्र भोजन योजना की आरोपी थी,की तर्ज पर ही काम कर रहा है। यानी कि जिले में वर्तमान में भी मध्यांह्र भोजन योजना में घोटाले बदस्तुर चालू है। राजनीतिक सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार मध्यान्ह भोजन योजना के अधिकारी जो वर्तमान में पदस्थ है को हटाने के लिए और बदलने के लिए जिले के प्रमुख जनप्रतिनिधियों एवं रूलिंग पार्टी के पदाधिकारियों ने जिला पंचायत सीईओ से लगाकर कलेक्टर तक संज्ञान में लाकर उसे हटाने का अनुरोध भी किया गया था। लेकिन उसको अभी तक नहीं हटाने प्रशासन की कार्य पद्धति के प्रति कई प्रकार की शंकाएं पैदा करता हुआ नजर आता है.....?

मुख्यमंत्री अभी एक्शन मोड पर है अतः उपरोक्त घोटाले के बचे हुए आरोपियों को भी गिरफ्त में लेवे.................
 गौरतलब है कि इस पूरे घटनाक्रम को न्यायालय संज्ञान में लेकर जांच कराने के आदेश देती है तो भविष्य में आदिवासी आंचल के बच्चों के मध्यांह्र भोजन को हड़पने की हिम्मत कोई नही कर सकेगा ऐसा मेरा मानना है। साथ ही ऐसी मांग झाबुआ जिले की जनता की  प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री से भी है जो अभी एक्शन मोड में आए हुए है और वे इस समाचार को संज्ञान में लेकर पुनः सघन जांच करवाकर जो बच गए है उनको भी गिरफ्त में कर लेवे ......
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