*दीपावली पर टूटेगी परंपरा ? पांच पर्वों पर पहली बार सूर्यग्रहण का ब्रेक * *( डाॅ. अशोक शास्त्री )*
इस बार त्योहारों पर अद्भुत खगोलीय उलटफेर है । मालवा के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य डाॅ. अशोक शास्त्री ने विशेष मुलाकात मे बताया की 27 साल बाद दिपावाली पर सूर्य ग्रहण का साया होगा । पहली बार पांच पर्वों की शृंखला टूट जाएगी । दिपावाली तो 24 अक्तूबर को हो जाएगी लेकिन अगले दिन होने वाला गोवर्धन पर्व एक दिन आगे यानी 26 अक्टूबर को खिसक गया है । सूर्यग्रहण के कारण दिवाली से अगले दिन कोई पर्व नहीं होगा । वहीं देव दीपावली पर भी ग्रहण का असर पड़ रहा है । 8 नवंबर को पूर्ण चंद्रग्रहण होगा । जो भारत के सुदुर अतिपूर्वी प्रांतो आसाम , मेघालय , सिक्किम , अरुणाचल , नागालैंड , मणिपुर , मिजोरम , त्रिपुरा , बांग्लादेश , बिहार , झारखंड , पश्चिम बंगाल , मध्य एवं पूर्वी नेपाल में ग्रस्तोदित एवं शेष भारत मे पश्चिमी , उत्तरी एवं दक्षिणी सभी अन्य क्षेत्रों मे खंडग्रास ग्रस्तोदित रुप मे दिखाई देगा । जहां भी चंद्रग्रहण दिखेगा वहां देवदिपावली एक दिन पूर्व मनाई जाएगी । जबकी हमारे क्षेत्र मे इसका पालन करने की आवश्यकता नही है । जो ग्रहण दिखाई नही दे तो उनके स्नान दान का पालन करना आवश्यक नही है ।
डाॅ. अशोक शास्त्री के अनुसार सूर्यग्रहण की स्थिति केवल अमावस्या तिथि को ही बनती है । इस बार भी कार्तिक अमावस्या 25 अक्तूबर मंगलवार के दिन सूर्यग्रहण होगा और ये सूर्यग्रहण दिल्ली समेत भारत के अधिकांश सभी क्षेत्रों में देखा जा सकेगा । सूर्य ग्रहण बिम्ब 44 प्रतिशत तक ग्रहण से ग्रस्त हुआ दिखेगा । लेकिन सूर्यग्रहण का मोक्ष भारत में नहीं देखा जा सकेगा क्योंकि इससे पहले ही सूर्यास्त हो जाएगा ।
ज्योतिषाचार्य डाॅ. अशोक शास्त्री के अनुसार दिवाली पूजन और भैया दूज के पर्व यथावत रहेंगे । दिवाली की मध्यरात्रि के बाद ही सूतक लग जाएगा ।
डाॅ. अशोक शास्त्री के मुताबिक 27 वर्ष पहले 24 अक्टूबर 1995 को भी दिवाली पर ही सूर्यग्रहण पड़ा था । यह पूर्ण सूर्यग्रहण था। लेकिन मोक्षकाल के बाद दिवाली हो गई थी और त्योहारों पर ब्रेक नहीं आया था । यह पहली बार होगा जब पांच पर्व ( धनतेरस , नरकचतुर्दशी , दिवाली , गोवर्धन और भैया दूज ) में ब्रेक लगा है । पौराणिक मान्यतानुसार ये सभी पर्व एक साथ पड़ते हैं ।
सूर्य ग्रहण का समय - 25 अक्तूबर को सूर्य ग्रहण वैश्विक पटल पर तो दोपहर 2:29 पर आरम्भ हो जाएगा लेकिन भारत में वह भी मालवा क्षेत्र मे यह सायं 4 बजकर 42 मिनट से आरम्भ होगा जो शाम 6 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। यानी के भारत में ग्रहण शाम 4:42 से 6:30 तक उपस्थित रहेगा ।
डाॅ. अशोक शास्त्री के अनुसार सूर्यग्रहण की स्थिति में 12 घंटे पहले सूतक ( पूजा - पाठ , देव दर्शन , धार्मिक कर्मकांड निषेध ) लगता है जबकि चंद्रग्रहण में यह 9 घंटे पहले लगता है । सूर्यग्रहण 25 अक्तूबर को 2.29 से है इसलिए दिवाली की रात 24/25 अक्तूबर को यह रात्रि 2:30 बजे से लग जाएगा । इससे दिवाली का भोर तक किया जाना वाला निशा पूजन प्रभावित होगा । ग्रहण का सूतक आरम्भ - प्रातः 4:34 से ग्रहण आरम्भ - शाम 4:30 से , ग्रहण मध्यकाल शाम 5:33 बजे
ग्रहण समाप्त - शाम 6:30 पर
डाॅ. शास्त्री के मुताबिक गोवर्धन पर्व 26 अक्तूबर को होगा
दिवाली के अगले दिन सूर्यग्रहण कारण देर रात ही सूतक लग जाएगा । मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे और दिवाली के अगले दिन गोवर्धन का पर्व नहीं मनेगा । 26 अक्टूबर को गोवर्धन का पर्व मनाया जाएगा ।
*~~: शुभम् भवतु :~~*
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