बड़वानी~ बेटी को टीकाकरण करवाने की ललक माॅ को लाई स्कूल तक~~
बड़वानी /जिले में चल रहे मीजल्स-रूबेला अभियान के दौरान गुरूवार को एक ममताई वाक्या देखने को मिला। जब नई दिल्ली रहवासी श्रीमती पल्लवी तारे अपनी 3 वर्षीय बेटी बेबी लावण्या तारे को शहर के रूकमणी एकेडमी बड़वानी में लेकर आई एवं खुशी-खुशी अपनी बच्ची का टीकाकरण करवाया।
इस दौरान श्रीमती पल्लवी ने बताया कि वे नई दिल्ली में रहती है तथा बड़वानी में अपने मायके आई हुई है। जब उन्हे पता चला कि जिले में मीजल्स-रूबेला का टीका 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को लग रहा है तो उन्होने भी एक पल में निर्णय यह कर लिया कि वे अपनी बच्ची को उक्त टीका अनिवार्य रूप से लगायेगी एवं अपनी बच्ची को मीजल्स-रूबेला जैसी घातक बीमारी से बचायेगी।
श्रीमती पल्लवी तारे 9 माह से 15 वर्ष तक के सभी बच्चों के माता-पिता को यह संदेश देती है कि वे भी अपने बच्चों को उक्त टीका अवश्य लगवाये। वे बताती है कि टीका लगवाने के पश्चात् बच्चों को किसी प्रकार का कोई दर्द या साईड इफेक्ट नही होता है। बच्चा सामान्य तरह से ही रहता है। अगर कोई माता-पिता यह सोचते है कि हम यह टीका नही लगवायेंगे तो ऐसा करके वे अपने बच्चे के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है। क्योंकि मीजल्स-रूबेला यह दोनो बीमारी इतनी घातक है कि बच्चों की होने वाली मौतों में इनका 35 प्रतिशत स्थान है। वे कहती है कि आज बच्चे को टीकाकरण से उतना दर्द नही होगा जितना की इस बीमारी की चपेट में आने से होगा। अतः माता-पिता अपने पालक होने का फर्ज निभाये ओर अपने बच्चों का अनिवार्य रूप से टीकाकरण कराये।
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