बड़वानी~~नर्मदा तटों पर गूंजायमान हुआ नर्मदे हर... रोहिणी तीर्थ पर 1100 मीटर विशाल चुनरी अर्पण की~~
सनातन महत्तम कथा के बाद पूर्णाहुति कर 51 लीटर दुध से अभिषेक किया~~
बड़वानी। प्रदेश की जीवनदायिनी मां नर्मदा का जन्मोत्सव मंगलवार को जिलेभर में मनाया गया। जिले के तटीय क्षेत्रों में अल सुबह से रात्रि तक नर्मदे हर के जयघोष गूंजायमान हुए। मुख्यालय के समीप स्थित रोहिणी तीर्थ पर तीन दिवसीय आयोजन के तहत नर्मदा जन्मोत्सव पर मां नर्मदा को 1100 मीटर की विशाल चुनरी अर्पण की गई। इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
नर्मदा जन्मोत्सव के चलते सुबह से श्रद्धालु कार, ऑटो, बाइक सहित पैदल रोहिणी तीर्थ किनारे पहुंचने लगे थे। सरदार सरोवर बांध का बैकवाटर बढ़ा होने से पुराना गांव जलमग्न हैं। ऐसे में इस बार भी पहली रपट के आगे खेत में तीन दिवसीय मां नर्मदा प्रकटोत्सव एवं सनातन धर्म महत्तम कथा का आयोजन हुआ। कथा के तीसरे दिन मंगलवार को कथावाचक पंडित गुरु राघवेंद्र महाराज ने मां नर्मदा के विभिन्न धार्मिक प्रसंग सुनाए। इसके बाद दोपहर में मंत्रोच्चार के साथ हवन की पूर्णाहुति की गई। दोपहर करीब 1 बजे कथा स्थल से विशाल चुनरी यात्रा निकली, जो बैकवॉटर किनारे पहुंची। नाव व बोट के माध्यम से श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा को 1100 मीटर की चुनरी अर्पण की। इसके बाद 51 लीटर गाय के दूध से दुग्धाभिषेक किया गया। इस दौरान विधायक राजन मंडलोई सहित मां नर्मदा सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष संजय पुरोहित, महेंद्रसिंह सोलंकी, ठाकुर देवेंद्रसिंह सोलंकी, राजेंद्र पांडे, अजयसिंह ठाकुर, गुरमितसिंह गांधी, कनकसिंह दरबार, पवन केवट, कैलाश केवट मुन्नाभाई, किशोरसिंह ठाकुर, पंडित सचिन शुक्ला सहित समिति सदस्य व नर्मदा भक्तों का
बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
बालिका ने मां नर्मदा रुप धारण कर दिया संदेश
समिति सदस्यों ने बताया कि कथा समापन अवसर पर बालिकाओं ने मां नर्मदा के स्वरुप धारण कर उपस्थित श्रद्धालुओं को स्वच्छता का संदेश दिया। बालिकाओं ने मां नर्मदा के रुप में साक्षात संदेश दिया कि मैं तो स्वच्छ हूं। आप लोग ही मेरे आंचल में कूड़ा-कचरा फेंककर मुझे गंदा कर रहो। मुझे स्वच्छ बनाने से पहले आप स्वयं अपने मन में स्वच्छता की सोच रखे। आज पैसा-संपत्ति के युग में लोग अंधे हो रहे हैं। नर्मदा के आंचल में अंधाधुंध रेत, मिट्टी खोद रहे हैं, तटीय क्षेत्र में अंधाधुंध पेड़ों की कटाई कर रहे हैं। यह पीड़ा मैं देख रही हूं और आप को चेतावनी दे रही हूं, अन्यथा भविष्य में इसके दुष्परिणाम आपको ही भुगतने होंगे। जिसके जिम्मेदार सिर्फ आप ही होंगे।
हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की
मां नर्मदा सेवा ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी अजयसिंह ठाकुर ने बताया कि आयोजन को लेकर व्यापक तैयारियां की गई थी। कथा स्थल पर 8 क्विंटल शकर की नुक्ती और 10 क्विंटल आटे की पूड़ी और सहित मिश्रित सब्जी का प्रसादी तैयार की गई। दोपहर 1 बजे से प्रसादी भंडारे की शुरूआत हुई। इसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। सैकड़ों लोगों ने भोजन परोसगारी में सेवाएं दी।
सैकड़ों लोगों की निशुल्क जांच की
नर्मदा जन्मोत्सव के दौरान इस बार समिति के माध्यम से इंदौर अपोलो अस्पताल का विशेष स्वस्थ चेकअप शिविर आयोजित किया गया। भारतेंद्र सोलंकी के नेतृत्व चिकित्सकों ने सैकड़ोंं श्रद्धालुओं की ब्लड प्रेशर, शुगर, ईसीजी जैसी प्रारंभिक कई जांचें निशुल्क की। जांच उपरांत मरीजों को अन्य जांच कराने व उपचार व बेहतर स्वास्थ्य के ट्प्सि भी दिए।
पालकी यात्रा निकाल महाआरती की
आयोजन के मद्देनजर कथा स्थल से लेकर बैकवॉटर किनारे आकर्षक विद्युत सज्जा की गई थी। तीन दिवसीय आयोजन के दौरान प्रतिदिन मां नर्मदा की पालकी यात्रा निकाली गई। इसके बाद 101 जोड़ों के साथ हजारों श्रद्धालुओं ने मां नर्मदा की महाआरती की। इसके बाद मां नर्मदा में हजारों दीपदान किए। इससे नर्मदा का आंचल जगमगा उठा।
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