झाबुआ~आखिर पुलिस क्यों नही कर रही कोई कार्रवाई जिला थोक भंडार मधुबन के आरोपियों पर ~~
झाबुआ।संजय जैन -ब्यूरो चीफ़~~
जिला थोक भंडार मर्यादित झाबुआ में इन दिनों कुछ भी ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। पूर्वी जांच में डीआर के आदेश अनुसार कुछ कर्मचारी भंडार की राशि के गबन में आरोपी पाए गए थे। सूत्रों से प्राप्त जानकारी नुसार जांच के पश्चात उनके खिलाफ थोक भंडार के प्रबंधक द्वारा प्रशासक के निर्देश पर थाना झाबुआ में उनके खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया है। लेकिन उक्त आवेदन के बाद भी पुलिस द्वारा समाचार लिखे जाने तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया है जो संदेह के घेरे में बना हुआ है....? प्रशासन द्वारा यदि उक्त गबन की सूक्ष्म और बारीकी से बाहरी एजेंसियों द्वारा जांच करवाई जाय तो, इस मामले में प्रशासक और प्रबंधक दोनों ही शायद आरोपी बन सकते हैं।
भ्रष्टाचार की गंगा में ऊपर से लगाकर नीचे तक सभी डुबकी लगा रहे....
इस मामले में पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष दौलत भावसार से हमारी टीम ने चर्चा की तो उन्होंने बताया कि यह सहकारिता क्षेत्र हैं। यहाँ तो भ्रष्टाचार की गंगा में ऊपर से लगाकर नीचे तक सभी डुबकी लगा रहे हैं। इसमें डीआर मकवाना राजनीतिक दबाव में भ्रष्ट प्रशासक को पूर्ण रूप से संरक्षण देते नजर आ रहे हैं, जो एक गंभीर जांच का विषय है...?आदिम जाति कल्याण सहकारी समिति देवझिरी में पुनःभ्रष्ट प्रशासक को संभागीय आयुक्त सहकारिता विभाग के निर्देश पर पदस्थ कर दिया गया है। यह पदस्थापना भी शायद किसी राजनीतिक दबाव के चलते की गयी है। जबकि पूर्व पदस्थ डीआर ने उनके आचरण के चलते उन्हें हटा दिया था। परंतु वर्तमान डीआर ने पुन उनको देवझिरी समिति में प्रशासक बना दिया। यह बात पत्रकारिता जगत के गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
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