धार~खुल गई फिर से नन्हें विद्यार्थियों की ‘पाठशाला’, सत्कार हुआ मीठा भी खिलाया~~
नवीन शैक्षणिक सत्र में 1 जुलाई को मनाया गया प्राथमिक शालाओं में प्रवेशोत्सव~~
धार~( डॉ. अशोक शास्त्री )
धार। जिले में 1 जुुलाई से नन्हें विद्यार्थियों की पाठशालाएं नवीन शैक्षणिक सत्र की पढ़ाई के लिए फिर से खुल गई है। शनिवार को प्राथमिक शालाओं के विद्यार्थियों का स्कूल में प्रवेशोत्सव मनाया गया। इस दौरान स्कूल पहुंचे बच्चों का शिक्षकों ने तिलक लगाकर स्वागत-सत्कार किया। वहीं विशेष भोज में सब्जी, पुडी के साथ मीठा भी खिलाया गया। प्रवेशोत्सव के मद्देनजर शिक्षकों ने कक्षाओं को भी सजाया था। द्वार पर कहीं रंगो से रंगोली थी तो कहीं पर फूलों से रंगोली बनाई गई थी। माता सरस्वती पूजन के साथ बच्चों का नाम परिचय लिया गया। पहला दिन बच्चों के लिए खेलने और मिलने का दिन रहा। सोमवार 3 जुलाई से शैक्षणिक गतिविधियां सुचारू रूप से संचालित होगी।
टीएलएम से सजाई कक्षाएं~~
जिले में बड़े पैमाने पर शिक्षकों को नियुक्ति दी गई है। शालाओं में शिक्षकों की कमी लगभग पूरी हो गई है। नव शिक्षकों में अपने स्कूल में अध्यापन को लेकर खासा उत्साह दिखाई दे रहा है। विशेषकर प्राथमिक शालाओं के शिक्षक प्रवेशोत्सव के लिए ऊर्जा से परिपूर्ण दिखाई दिए। स्कूलों में शिक्षकों ने कक्षा को टीएलएम (टिचिंग लर्निंग मटेरियल) के माध्यम से सजाया। सीएम राईज स्कूल घोड़ा चौपाटी पर शिक्षिकाओं ने वेस्ट मटेरियल से आकर्षक वस्तुओं का निर्माण कर शालाओं की दीवार पर चस्पा किए। इसके माध्यम से बच्चों को आसान तरीके से खेल-खेल में पढ़ाने की व्यवस्था बनाई गई। स्कूल में शिक्षिकाओं ने नव प्रवेशित बच्चों के फोटो को दीवारों पर गुलदस्ते के रूप में भी सजाया था।
रंग-बिरंगे परिधाम में बच्चे, गणवेश की कमी दिखी
प्राथमिक शालाओं के विद्यार्थियों के प्रवेशोत्सव कार्यक्रम में पुस्तकों का प्रतिकात्मक वितरण भी किया गया। पहले दिन बच्चे रंग-बिरंगे परिधान में शाला पहुंचे थे। गणवेश की कमी दिखाई दी। उल्लेखनीय है कि बीते सत्र में भी बच्चों का गणवेश नहीं मिल पाए थे। कुछ स्थानों पर नवीन सत्र के लिए गणवेश भेजे गए है। पढ़ाई के दौरान गणवेश का बेहद महत्व होता है। कक्षा में अनुशासन का बोध कराता है।
सीएम राईज पहुंचे सहायक आयुक्त~~
शनिवार को जिला मुख्यालय पर घोड़ा चौपाटी स्थित सीएम राईज मॉडल विद्यालय के प्रवेशोत्सव में सहायक आयुक्त ब्रजकांत शुक्ला बतौर अतिथि शामिल हुए। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित किया। श्री शुक्ला ने विद्यार्थियों को शालाओं में नियमित रूप से आने और अच्छी तरह पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान नन्हें विद्यार्थियों के मध्य शासन की योजनाओं की जानकारी भी दी गई। अध्यक्षता विद्यालय के प्राचार्य डॉ स्मृति रत्न मिश्र ने की। सहायक आयुक्त शुक्ला ने नवप्रवेशी छात्रों का तिलक लगाकर, फूल मालाओं से स्वागत किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों को पुस्तकें भी वितरित की गई। विद्यार्थियों को विशेष भोज भी दिया गया। विद्यालय के शिक्षक राजेंद्र मुद्गल ने बताया कि सहायक आयुक्त ने शिक्षकों द्वारा तैयार की गई शैक्षणिक सामग्री का भी अवलोकन कर सराहना की।
शालाओं की मरम्मत के लिए राशि नहीं, बारिश में पिटेगी भद्द~~
जिले की सरकारी शालाओं में स्कूल मैंटनेंस के लिए राशि नहीं मिल पा रही है। लंबे समय बाद सिंगल एकाउंट में लिमिट राशि डाली गई, लेकिन इस प्रोसेस से काम करवाने में शिक्षकों को दिक्कत आ रही है। मरम्मत राशि के अभाव में कई शालाओं की कक्षाओं में दीवारों पर सीलन दिखाई दे रही है और रंग लगभग उड़ गए है। सीलन और बेरंग दीवारें बेहतर पढ़ाई होने के बावजूद घुटन का आभास करवा रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि कई स्कूलों में बारिश में छत टपकने की स्थिति बनी हुई है। राशि के अभाव में इस बारिश कई सरकारी स्कूल एक बार फिर सरकार की भद्द पिटाते हुए नजर आएंगे।
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