धार~लाट मस्जिद में पढ़ी ईद की नमाज, अमन-चैन के साथ अच्छी बारिश की दुआ मांगी~~
उत्साह, सद्भावना के साथ मना ईद-उल-अजहा का पर्व, शहरकाजी ने नमाज के बाद दिया ईद का संदेश~~
धार~( डॉ. अशोक शास्त्री )
धार। गुरूवार को ईदु-उल-अजहा का पर्व मुस्लिम समुदाय ने उत्साह के साथ मनाया। इस दौरान नमाज लाट मस्जिद और उटावद दरवाजा स्थित मस्जिद में अदा की गई। लाट मस्जिद में शहरकाजी वाकर सादिक ने नमाज अदा करवाई। इस दौरान नमाजियों ने ईद की नमाज में देश-परिवार के लिए तरक्की, अमन-चैन की दुआ मांगी। नमाज के बाद सभी एक-दूसरे को ईद मुबारक कहकर गले मिले। ईद को बकरीद के तौर पर भी संबोधित किया जाता है। इस दिन कुर्बानी का विशेष महत्व होता है। इस वर्ष समुदाय के लोगों ने बड़ी संख्या में बकरों की कुर्बानियां दी।
कुर्बानी के किए जाते हैं तीन हिस्से
बकरीद पर लोग बकरों की कुर्बानी देते हैं। कुर्बानी के गोश्त को तीन हिस्सों में बांटा जाता है। इसमें एक हिस्सा गरीबों में बांटा जाता है, जबकि दूसरा हिस्सा अहबाब (रिश्तेदारों) के लिए और तीसरा हिस्सा घर में उपयोग के लिए रखा जाता है। वहीं बकरे की खाल को मस्जिदों को दान कर दिया जाता है। पैगम्बर हजरत इब्राहिम को सपने में अल्लाह ने आदेश दिया कि वह अपनी सबसे प्यारी चीज को कुर्बान कर दें। पैगम्बर हजरत इब्राहिम ने अपने बेटे की कुर्बानी दी, लेकिन जब उन्होंने अपनी आंखें खोली तो उनका बेटा सामने खेल रहा था, जबकि उनके बेटे के स्थान पर बकरा आ गया, जिसकी कुर्बानी अल्लाह ने कुबूल की थी। तभी से बकरीद पर बकरे की कुर्बानी की रस्म शुरू हुई।
जिलेभर में हुई नमाज
धार जिले में मनावर, डही, पीथमपुर, कुक्षी, बदनावर सहित सभी क्षेत्रों में ईद की नमाज अदा की गई। मुस्लिम इलाकों में गुरुवार को खासी रौनक रही। नए परिधान पहनकर सभी ने एक-दूसरे को बधाइयां दी। कानून व्यवस्था के मद्देनजर पर्याप्त पुलिस बल चौराहों और मस्जिद परिसरों के बाहर लगाया गया था। इधर कलेक्टर के शांति समिति के निर्देश के पालन में एक दिन पूर्व से विशेष सफाई अभियान नगर पालिका द्वारा मस्जिद क्षेत्रों व मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में चलाया गया।
बॉक्स-1
अल्लाह की राह में सब कुछ समर्पण ईद का है मकसद- शहर काजी
त्याग और बलिदान का पर्व ईदुल अजहा सादगी के साथ संपन्न हुआ। ईद के प्रमुख नमाज लाट मस्जिद में शहर काजी वकार सादिक ने अदा कराई। इससे पूर्व शहर के सभी मुस्लिम लोग नए कपड़े पहन कर सादगी के साथ लाट मस्जिद में पहुंचे। जहां शहर काजी वकार सादिक साहब ने कौम को खिताब किया। अपने उद्बोधन में शहर काजी वकार सादिक ने बताया कि कुर्बानी हमें कई चीजें सिखाती है जिसमें से एक प्रमुख चीज यह है कि अपना सब कुछ अल्लाह की राह में कुर्बान करने के लिए तैयार रहना चाहिए। कुर्बानी के दिन गरीब लोगों का खास ख्याल रखना चाहिए। उनको उनका हिस्सा जल्द से जल्द पहुंचाना चाहिए। इसके उपरांत शहर काजी वकार सादिक ने ईद की नमाज अदा कराई। ईद का खुतबा पढ़ा और मुल्क और शहर में अमन और शांति के लिए अच्छी बारिश के लिए दुआ की। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने भी मुस्लिम समाज के लोगों को एवं शहर काजी वकार सादिक को पुष्पगुच्छ देकर ईद की मुबारकबाद दी।
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