धार~राहुल जी की आवाज को नहीं लोकतंत्र को म्यूट करने की कोशिश, तानाशाही पर उतरी मोदी सरकार- मेहता~~

कांग्रेस का जय भारत सत्याग्रह प्रारंभ, 31 मार्च से 30 अप्रैल तक होंगे कई प्रदर्शन कार्यक्रम~~

कांग्रेस ने पत्र परिषद् में कहा- शैल कंपनियों में 20 हजार करोड़ का निवेश किसका इस सवाल के जवाब से बचने के लिए राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त की~~

धार ( डाॅ. अशोक शास्त्री )। 

लोकसभा से राहुल गांधी की सांसद सदस्यता खत्म करने का विरोध तेज हो गया है। कांग्रेस ने इसे मोदी सरकार की तानाशाही बताया है। इसको लेकर 31 मार्च से 8 अप्रैल तक कांग्रेस ने ‘जय भारत सत्याग्रह’ प्रारंभ कर दिया है। इसके तहत शुक्रवार को जिला कांग्रेस कार्यालय में पत्र परिषद् आयोजित की गई। जिसमें जिला प्रभारी निर्मल मेहता ने कहा कि राहुल गांधी ने आम लोगों की आवाज उठाई। उन्होंने संसद में शैल कंपनियों में 20 हजार करोड़ के निवेश को लेकर सवाल पूछे। उन्होंने अडाणी का मामला उठाया। उनके सवालों का केन्द्र की मोदी सरकार को जवाब देना चाहिए था, लेकिन उन्होंने जवाब देने की बजाय राहुल गांधी की सदस्यता को अयोग्यता के आधार पर खारिज कर दिया है। यह सीधे-सीधे तानाशाही की और कदम है। कांग्रेस ही नहीं अन्य राजनैतिक दलों के लोगों को झुठे मुकदमों और चरित्र हनन के माध्यम से प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने संसद में राहुल गांधी की आवाज को बंद नहीं किया है बल्कि लोकतंत्र की आवाज को म्यूट करने की कोशिश की है। कांग्रेस और राहुल गांधी संविधान बचाने, लोकतंत्र की रक्षा करने से कभी भी पीछे नहीं हटेंगे। राहुल गांधी ने कहा है सत्य की आवाज उठाने में किसी से भी ‘डरो’ मत। पत्र परिषद् में पीसीसी महासचिव कुलदीपसिंह बुंदेला, प्रदेश उपाध्यक्ष गजेन्द्रसिंह राजूखेड़ी, पीसीसी सदस्य कुलदीपसिंह डंग, जिला संगठन महामंत्री मधुमोहन हिरोड़कर, प्रमोद सेनापति मौजूद थे।
बलिदानी परिवार को राष्ट्रद्रोही कहते है
जिला प्रभारी श्री मेहता ने कहा कि विपक्षी दलों के नेताओं को टारगेट किया जा रहा है। यह लोग राहुल गांधी को राष्ट्रद्रोही कहते है। राहुल गांधी के परिवार में दादी इंदिरा गांधी ने आतंक के विरुद्ध आवाज उठाते हुए अपना बलिदान दिया। उनके पिता ने अपने प्राण खोये। राहुल गांधी ने भारत जोड़ों यात्रा निकाली। दक्षिण से लेकर उत्तर तक 4 हजार किलोमीटर का पैदल सफर तय किया। जो भारत जोड़ने निकला है यह लोग से राष्ट्रद्रोही करार दे रहे हैं। राहुल से नाराजगी सिर्फ इसलिए है कि वह नफरत के खिलाफ मोहब्बत की बात करते है। सरकारी संसाधनों और आम लोगों के निवेश के जोखिम को बढ़ाने वाले विषयों को लेकर आवाज उठाते है।
मुकदमें को समझना होगा
डीसीसी अध्यक्ष कमलकिशोर पाटीदार ने कहा कि राहुल गांधी को मानहानि के मुकदमें में अधिकतम सजा दो वर्ष की सुनाई गई है। यह सब इतना सीधा नहीं है। इधर सजा होती है। वहीं 24 घंटे भी गुजरते नहीं है और संसद सदस्यता खत्म की जाती है। दो दिन बाद घर खाली करने का नोटिस दिया जाता है। 2019 में उनके खिलाफ मुकदमा दायर किया जाता है। कोर्ट में कहा जाता है उन्हें प्रत्येक पेशी पर कोर्ट में हाजिर होने के लिए कहा जाए। कोर्ट इस बात को नहीं मानती है। इसको लेकर उच्च न्यायालय में चले जाते है। वहां पर केस रहता है। इस दौरान अचानक वाद दायर करने वाले विधायक कहते है कि वापस मुकदमा पुरानी कोर्ट में भेज दिया जाए। जिसके बाद 30 दिनों में ट्रायल होकर फैसला सुना दिया जाता है।
बॉक्स-1
पोस्टकार्ड अभियान चलेगा, सत्याग्रह सभाएं के साथ कलेक्ट्रेट घेराव करेंगे
पत्र परिषद् में प्रदेश उपाध्यक्ष हाजी मुजीब कुरैशी ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री खड़के एवं पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के निर्देश पर 31 मार्च से कांग्रेस का जय भारत सत्याग्रह प्रारंभ हो गया है। पत्र परिषद् इसी का एक हिस्सा है। 8 अप्रैल तक कार्यक्रम आयोजित होंगे। जिसमें 1 अप्रैल शनिवार को सभी ब्लॉक और मंडलम् स्तर पर पत्रकारवार्ताएं आयोजित होगी। इसी सत्याग्रह कार्यक्रम के माध्यम से ‘मोडानी’ द्वारा जनता के धन और देश की लूट के खिलाफ लोगों में आवाज उठाई जाएगी। 3 अप्रैल को कांग्रेस के अनुसांगिक संगठन एनएसयूआई, यूथ कांग्रेस सहित अन्य पार्टी संगठन पोस्टकार्ड अभियान चलाएंगे। प्रासंगिक मुद्दों पर पूछताछ करते हुए मोदी को पोस्टकार्ड भेजने के लिए व्यापक सार्वजनिक अभियान चलेगा। इधर कार्यक्रम के तहत कांग्रेस नुक्कड़ सभाएं आयोजित करेगी। जिसमें ज्वलंत व प्रासंगिक मुद्दों पर जनता के बीच आवाज उठाई जाएगी। श्री कुरैशी ने बताया कि 15 से 20 अप्रैल आयोजन के तहत कलेक्टेÑट का घेराव होगा। सत्याग्रह सभाएं होगी। 20 स 30 अप्रैल 10 दिनों में पीसीसी राज्य स्तर पर बड़ा कार्यक्रम आयोजित करेगी। नेता उपवास करेंगे। राज्य स्तरीय कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित राहुल गांधी और प्रियंक गांधी वाड़रा भी शामिल होगी। पूर्व केन्द्रीय मंत्री भी आयोजनों में शिरकत करेंगे। पत्र परिषद् में इंदौर में बावड़ी धंसने से प्राण गंवाने वाले 36 लोगों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांंजलि दी गई।
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