झाबुआ~27 फरवरी को जारी हुई थी तीसरी किश्त,किसानों के खातों में नहीं पहुंची-बैंक खाते से आधार लिंक न होने से अटकी 16 हजार से ज्यादा किसानों की सम्मान निधि~~
अब तक बांटी जा चुकी हैं 9 अरब 90 करोड़ रुपए की सम्मान निधि ~~
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए जिले में कुल 1 लाख 28 हजार 350 किसान पात्र है। लेकिन उनके बैंक खाते में आधार लिंक न होने से उनकी 13वीं किश्त अटक गई है। ऐसे में जिला प्रशासन ने इन किसानों के खातों से आधार लिंक कराने की जिम्मेदारी दी है। लेकिन बीते एक महीने में एक फीसदी किसानों ने भी आधार सीडिंग में रुचि नहीं दिखाई है।
अटकी 16 हजार से ज्यादा किसानों की सम्मान निधि...................
जिले में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में कुल 1 लाख 28 हजार 350 किसानों को दायरे में लिया गया है। इन किसानों के खातों में बराबर राशि भी अब तक पहुंच रही थी। लेकिन अब सरकार ने योजना में पात्र किसानों के बैंक खातों में आधार नंबर लिंक होना अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए पिछले एक साल से किसानों से बैंक खातों में आधार नंबर लिंक कराने के लिए कहा जा रहा था। लेकिन जागरूकता के अभाव में किसान बैंक खाते से आधार नंबर लिंक कराने में रुचि नहीं दिखा रहे थे। वहीं जिला प्रशासन की ओर से किसानों के बैंक खातों से आधार नंबर लिंक करने के लिए शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। बावजूद अब तक 16 हजार से ज्यादा किसान के खातों से आधार नंबर लिंक नहीं हो पाया है। परिणामस्वरूप इनकी 13वीं किस्त अटक गई है।
आधार सीडिंग अनिवार्य..................
27 फरवरी को आ चुकी है निधि की 13वीं किस्त सम्मान निधि की 13वीं किश्त 27 फरवरी को आ चुकी है। लेकिन जिन किसानों के खातों से आधार लिंक नहीं है, उनमें यह किस्त नहीं पहुंची है। जिले में 16 हजार से ज्यादा किसानों के बैंक खातों से आधार नंबर लिंक नहीं है। यानी इन किसानों के खातों में यह पैसा नहीं पहुंचा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए पात्र किसानों से पहले सिर्फ बैंक खाते लिए गए थे। लेकिन बाद में सरकार के पास कुछ शिकायतें प्राप्त हुई, ऐसे में आधार सीडिंग अनिवार्य कर दी।
6 हजार 200 नए खाते खोले .......................
कई पात्र किसान ऐसे हैं जिनके दूसरी बैंकों में खाते हैं। ऐसे में दूसरी बैंक के खाते से आधार लिंक करने का उन्हें अधिकार नहीं है। इसके लिए वे किसानों से जानकारी लेकर दूसरी बैंकों को भेज रहे हैं। ऐसे में करीब 1800 किसानों के खातों से आधार लिंक कराया गया है,जिनके दूसरी बैंक में खाते थे। इसके अलावा किसानों ने 6 हजार 200 नए खाते खोले हैं। साथ ही उनमें आधार लिंक किया है। किसानों को लगातार समझाइश दी जा रही है कि वे अपने खातों से आधार लिंक करा लें। तभी उन्हें योजना का लाभ मिल पाएगा।
अब तक बांटी जा चुकी हैं 9अरब 90 करोड़ रुपए की सम्मान निधि ................
जिले मे 2 लाख 25 हजार परिवार है, जिसमें से 1 लाख 67 हजार खाते धारक है। इसमें से 1 लाख 28 हजार 350 पात्र किसान की पात्रता सम्मान निधि के लिए जिले में पहले ही चयन की जा चुकी है। इसके आधार पर परिवार बनाए जाते है। इसके लिए शासन ने गाइडलाइन दी है। वर्तमान में पात्र किसानो को अब तक 9 अरब 90 करोड़ रुपए की सम्मान निधि बांटी जा चुकी है। पिछले दो साल में हुई जांच में तीन हजार से ज्यादा अपात्र किसान मिले है। लगभग 8 हजार किसान ऐसे है जिनकी मौत हो गई है और इसके बाद भी उनके खातों में सम्मान निधि की राशि जमा हो रही थी। अपात्र किसानों से 3 करोड़ 42 लाख रुपए की सम्मान निधि वसूलना है। इसमें से अब तक 3 0 लाख रुपए की राशि वसूली जा चुकी है। ज्यादातर ने स्वयं ही यह राशि सरेंडर की है।
इन्हें नहीं दिया जा सकता योजना का लाभ.............
पूर्व और वर्तमान मंत्री,विधायक,महापौर,जिला पंचायत अध्यक्ष,केंद्रीय, राज्य सरकार सभी सेवारत या सेवानिवृत्त अधिकारी-कर्मचारी,सेवानिवृत्त पेंशनर्स जिनकी मासिक पेंशन दस हजार से अधिक हो,आयकर का भुगतान करने वाले सभी व्यक्ति, डॉक्टर,इंजीनियर, वकील,चार्टर्ड अकाउंटेंट और आर्किटेक्ट जो निकाय में पंजीकृत हो उन्हें इस योजना में लाभ नहीं देने का प्रावधान है।
किसानों को जागरूक कर रहे...................
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में जिले के 16 हजार से ज्यादा पात्र किसानों ने अपना आधार बैंक खाते में फीड नहीं कराया है, जिसके चलते उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। हम पिछले एक महीने से शिविरों का आयोजन कर रहे हैं। 6 हजार किसानों के आधार लिंक कराए गए हैं। साथ ही किसानों को इसके लिए जागरूक कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक को भी किसानों के आधार फीडिंग की जिम्मेदारी दी हैं।
.................................सुनील राणा-अधीक्षक-भू-अभिलेख,झाबुआ
Post A Comment: