धार~बेमौसम बारिश-ओले गिरे, 2 तहसील के 23 गांवों में फसलों को नुकसान~~
विभाग ने जुटाना शुरु किया नुकसानी का आंकलन, मक्का-चना-गेहूं फसल को नुकसान ~~
जिले में बुधवार को बेमौसम बारिश और ओले गिरने की घटना हुई है। इसमें कई इलाकों में फसलों को नुकसान पहुंचा है। सर्वाधिक नुकसान जिले की 2 तहसील सरदारपुर और बदनावर में होने की जानकारी सामने आई है। इस तरह की जानकारी के बाद नुकसानी का आंकलन करने के लिए सरकारी महकमें के अधिकारी जुट गए है। कई इलाकों में फसलें आड़ी हो गई है। कहीं पर पूरी तरह भीग गई है। मक्का-चने और गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है। अच्छी बात यह रही कि मौसम का असर पूरे जिले में दिखाई दिया, लेकिन नुकसान प्रभावित इलाकों की संख्या सीमित है। सरदारपुर में कुछ स्थानों पर नुकसान होने की जानकारी सामने आई है। जिसमें मिंडा, तिरला को चिह्नित किया गया है।
23 से अधिक गांवों में नुकसानी
प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को जगह-जगह बारिश हुई है। तेज बंूदाबांदी के साथ ओले भी गिरे है। कई खेतों में कटी हुई फसल भीग गई है। जिससे गेहूं में नमी और रंग फीका पड़ने की स्थिति बन गई है। मक्का की फसल आड़ी पड़ गई है। वहीं चना भी खराब हुआ है। फिलहाल बदनावर के 10 गांव छायन, पंचमुखी, गोपालखेड़ी, तारोद, बेगंदा, सिलोदा, टकरावदा, कटलावदा, खिलेड़ी, कडौदकला में ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है। मनावर के 13 गांव नुकसान प्रभावित के रूप में चिह्नित किए गए है।
मौसम में अभी भी ठंडक
बुधवार को बेमौसम की बारिश और ओलावृष्टि के बाद गुरुवार को दिन में मौसम साफ रहा है, लेकिन शाम को बादल और ठंडी हवाएं चल रही थी। फिलहाल अब बारिश की उम्मीदें नहीं की जा रही है, लेकिन मौसम का मिजाज अभी भी आशंकित कर रहा है। यही कारण रहा कि गुरुवार को लोगों ने खेतों में कटाई तेज कर दी है। उल्लेखनीय है कि अभी जिले में गेहूं की फसल पककर तैयार हो गई है, लेकिन 25-30 प्रतिशत कुल रकबे में कटाई हो पाई है। जिसके कारण किसान चिंतित है।
Post A Comment: