धार~नर्मदा में पर्यटन- धार के मेघनाथ घाट से गुजरात के स्टेच्यू आॅफ यूनिटी तक चलेगा क्रूज~~
पर्यटन विभाग के अधिकारियों ने क्रूज स्टेशन बनाने के लिए किया निरीक्षण ~~
सब कुछ ठीक रहा तो नदी मार्ग से क्रूज का आनंद लेते हुए पहुंच सकेंगे गुजरात ~~
कुक्षी तहसील के निसरपुर ब्लॉक के ग्राम चंदनखेड़ी के मेघनाद घाट से गुजरात के केवड़िया (स्टेच्यू आॅफ यूनिटी ) तक नर्मदा नदी में क्रूज चलाने को लेकर पर्यटन विभाग ने कार्रवाई को बढ़ाते हुए शनिवार को मेघनाद घाट का भ्रमण किया। यहां पर क्रूज स्टेशन बनाने के लिए जमीन का मौका निरीक्षण किया और प्रस्ताव बनाने की बात कही। अगर यह कार्रवाई तय समय में हो जाती है तो आगामी वर्ष के अंत में क्रूज की यात्रा शुरू हो सकती है।
शनिवार को विवेक श्रोत्रीय अपर प्रबंध संचालक पर्यटन विभाग, अमिनेश श्रीवास्तव सहायक संचालक पर्यटन विभाग, सी पी निगम डिप्टी डायरेक्टर और पर्यटन विभाग की टीम ग्राम चंदनखेड़ी के समीप मेघनाद घाट पहुंची। जहां पर शासन ने पूर्व से पर्यटन विभाग को जमीन आवंटन की हुई है उसका निरीक्षण किया। इसके बाद टीम ने बोट में बैठकर नर्मदा नदी में आधे घण्टे तक घूमकर पानी की गहराई और क्रूज के लिए कहा टर्मिनल पार्इंट बनाया जा सकता है उसे देखा। इस दौरान कुक्षी एसडीएम नवजीवन पवार, तहसीलदार गणपत डावर, नायाब तहसीलदार कुणाल अवासिया और एनव्हीडीए के अधिकारी मौजूद रहे।
150 किमी का होगा सफर
जिले के निसरपुर ब्लॉक मेघनाद घाट से केवड़िया तक की दूरी 150 किमी के लगभग है। यहां से नर्मदा नदी में पर्यटन विभाग 15 मीटर चौड़ा और 80 मीटर लंबाई वाला क्रूज चलाने की योजना पर कार्य कर रहा है। इस क्रूज में 170 से 200 लोग तक सफर कर सकते है और दो रात तीन दिन का यह सफर होगा। इसमें धार, बड़वानी, आलीराजपुर जिले की आदिवासियों की संस्कृति और उनके रहन सहन से भी पर्यटक रूबरू हो सकेंगे।
मेघनाद घाट पहाड़ियों से घिरा हुआ
गौरतलब है कि पूर्व में पर्यटन विभाग ने बड़वानी जिले के राजघाट से क्रूज चलाने की योजना बनाई थी पर वहा क्रूज ट्रमिनल के लिए नदी में अधिक समय तक पानी की उपलब्धता और स्थान नही मिल पा रहा था। इसके बाद धार जिले का मेघनाद घाट जो चारों और से पहाड़ियों से और यहां पर नर्मदा की गहराई और पानी अधिक समय तक नर्मदा में बने रहने के कारण उक्त स्थान क्रूज के टर्मिनल बनाने के लिए चयन किया गया है।
एक साल में हो सकता है क्रूज शुरू
पर्यटन विभाग ने राजघाट से केवड़िया तक के जल मार्ग का सर्वे पूर्व में किया था। अब क्रूज के टर्मिनल के लिए स्थान का जो चयन किया जा रहा है वह जमीन पर्यटन विभाग के पास है। ऐसे में एक से दो माह में कागजी और अन्य प्रकिया पूर्ण करके इसे केंद्रीय जल निगम के पास भेज दिया जाएगा। इसके बाद लगभग 8 से 10 माह में कार्य पूर्ण होने के बाद नर्मदा में क्रूज चल सकेंगे।
चित्र है 18धार5- नर्मदा नदी में बोट में बैठकर निरीक्षण करते हुए अधिकारी।
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