धार~सफलता- नकबजनी के आरोपी धराए, व्यापारी के कर्मचारी ने रचा था षड़यंत्र ~~

कोतवाली पुलिस ने 48 घंटे में किया मामले का खुलासा, दो आरोपी पुलिस गिरफ्त में-दो की तलाश जारी ~~

कारोबारी ने लिखवाई थी 13 लाख की चोरी की रिपोर्ट फिर साढ़े 18 बताए,  पुलिस ने बदमाशों से 16 लाख किए बरामद~~

धार डाॅ. अशोक शास्त्री )। 

कोतवाली पुलिस को लाखों रुपए की नकबजनी के मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने महज 48 घंटे के भीतर घटना में शामिल बदमाशों का पता लगाते हुए दो को गिरफ्तार किया है। बदमाशों के पास से 16 लाख रुपए की नकद राशि भी बरामद हुई है। बुधवार को पत्र परिषद् में एएसपी देवेन्द्र पाटीदार ने मामले की जानकारी दी। इस दौरान सीएसपी देवेन्द्र धुर्वे और कोतवाली थाना प्रभारी समीर पाटीदार भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि शनिवार-रविवार की दरम्यिानी रात में बदमाशों ने कृषि उपज मंडी परिसर में संचालित आॅफिस से लाखों रुपए चोरी किए थे। 
कर्मचारी ने रचा था षड़यंत्र 
एएसपी श्री पाटीदार ने बताया कि नकबजनी की वारदात के बाद घटना स्थल के आसपास के सीसी टीवी फुटेज चेक किए गए थे। संदेहियों के बारे में जानकारियां भी निकाली गई थी। इस दौरान राहुल खराड़ी निवासी गंजीखाना उम्र 29 वर्ष द्वारा बीते कई दिनों से लोगों से उधार मांगने के जानकारी मिली थी। यह बात भी सामने आई थी कि घटना को उसने दोस्तों के साथ मिलकर अंजाम दिया है। इसके बाद पुलिस ने राहुल और रोहित पिता रणधीरसिंह राणा को अभिरक्षा में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने अपने दो अन्य साथी लोकेश पिता प्रह्लाद हारोड निवासी नौगांव व हिमांशु पिता संजय मराठा निवासी खारीबावड़ी के साथ वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया।
 
13 की रिपोर्ट  फिर 18 बताएं  
मंडी प्रांगण में हुई चोरी की वारदात के बाद फरियादी संदीप यादव द्वारा रकम को लेकर अलग-अलग आंकड़े बताए गए। पहले 30 लाख रुपए होने की बात कही गई। इसके बाद यह आंकड़ा 50 लाख भी आंका गया था। फरियादी ने पुलिस में अपनी रिपोर्ट में 13 लाख रुपए नकदी जाने की बात कही थी। हालांकि पुलिस ने पकड़ाए दो युवकों से करीब 16 लाख रुपए नकद बरामद किए है। दरअसल रिपोर्ट दर्ज होने के बाद फरियादी के पिता गोपाल यादव ने अलमारी में एक थैली में 5 लाख 86 हजार रखने की जानकारी दी। जिसके बाद नकबजनी में गई रकम का आंकड़ा 18 लाख 86 हजार हो गया।  
इनकी रही भूमिका 
मामले का खुलासा करने में थाना प्रभारी समीर पाटीदार, सहायक उपनिरीक्षक नीलेश यादव, प्रधान आरक्षक धर्मेन्द्रसिंह तोमर, सुनील यादव, आशिफ शेख, आरक्षक प्रदीप पाटिल, रामनरेश यादव, अरविंद चौहान, प्रभु परमार तथा सायबर क्राईम प्रभारी त्रिलोकसिंह बेस, सहायक उपनिरीक्षक भेरूसिंह देवड़ा, आरक्षक प्रशांतसिंह चौहान का सराहनीय योगदान रहा। 

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