धार~जनजाति गौरव दिवस- हमारा जो जनजाति समाज है वह एक हिन्दुत्व समाज है-डावर~~
बिरसा मुंडा जयंती पर्व पर जनजाति उल्लास में रंगा जिला मुख्यालय, सैकड़ों लोग शोभायात्रा में हुए शामिल~~
धार ( डाॅ. अशोक शास्त्री )।
15 नवंबर मंगलवार को जिला मुख्यालय धार में जनजाति गौरव दिवस आयोजन के तहत जनजाति विकास मंच द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की शोभायात्रा निकाली गई। बिरसा मुंडा जयंती पर लालबाग उद्यान में मंचीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां समुदाय से जुड़े वक्ताओं ने अपनी बात रखी। मुख्य वक्ता पूर्व सैनिक अरविंद डावर ने कहा कि 25 राज्यों का मैंने भ्रमण किया है। एक चीज समान देखी है कि सभी राज्यों में हमारे रहने का तरीका, हमारी संस्कृति, वन संस्कृति सभी रूप से 25 राज्यों में एक समान है। इसका मतलब यह है कि हमारा जो जनजाति समाज है वह एक हिन्दुत्व समाज है। आज बहुत सी ऐसी विषम परिस्थितियां बन गई है जो भोलेनाथ के भोले-भाले लोगों को राम-राम कहने से मना कर रही है। हमारे पूर्वज आदिकाल से राम-राम करते आ रहे है। यह अजीब विड़म्बना है कि दोबारा वहीं समय आ रहा है जो हमारे भगवान बिरसा मुंडा के सामने था। जनजाति समाज को संगठित होकर लडऩा होगा। आज वहीं परिस्थितियां दोहराई जा रही है। महापुरुषों के पदचिह्नों पर चलना हमारी परंपरा है। इसी श्रेष्ठ परंपरा से हम रामनवमीं मनाते है। आज भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मना रहे हैं।
जय टंट्या मामा-जय बिरसा मुंडा के नारे लगे
प्रात: से ही जनजाति गौरव दिवस को लेकर नगर में उत्साह का माहौल था। एक दिवस पूर्व सर्व समाज द्वारा वाहन रैली के माध्यम से उत्सव के आगाज का संदेश दिया गया था। मंगलवार को लालबाग परिसर के मंचीय कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ देवेन्द्र मंडलोई, मुख्य वक्ता अरविंद डावर व अध्यक्षता रामसिंह चौहान ने की। श्री डावर ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा 25 साल की उम्र में भारत की आजादी के लिए समाज को संगठित किया साथ ही उन्हें भगवान का दर्जा मिला। 25 साल की उम्र में अपने प्राणों की आहूति दे दी। उनके पदचिह्नों पर हमें चलना है। मंचीय कार्यक्रम के पश्चात शोभायात्रा की शुरुआत हुई जो शहर के प्रमुख मार्गों से निकली।
डीजे पर नाचते-गाते निकले
भगवान बिरसा मुंडा का चित्र रथ पर रखा गया। इसके पश्चात शोभायात्रा लालबाग से प्रारंभ हुई। यात्रा में आदिवासी लोक संस्कृति की प्रस्तुति देते हुए आदिवासी कलाकार शामिल हुए। डीजे में बज रहे गीतों पर नाचते-गाते जनजाति समाज के लोग शहर की सडक़ों पर निकले। पिछले 20 दिनों से आयोजन को लेकर तैयारी चल रही थी। मंगलवार को शोभायात्रा में परिश्रम सार्थक दिखाई दिए। सैकड़ों की संख्या में आदिवासी युवक-युवतियां शामिल हुए और जय ट्ंटया मामा, भगवान बिरसा मुंडा की जय के नारे लगाए। अनेकों आदिवासी तीरकमान सहित पारंपरिक शस्त्रो के साथ भी शामिल हुए। शोभायात्रा लालबाग से प्रारंभ हुई और मोतीबाग चौक स्थित भोजशाला मार्ग पर समाप्त हुई। यात्रा में हिन्दू संगठन और आरएसएस से जुड़े पदाधिकारी भी शामिल थे। जिसमें प्रमुख रूप से अरविंद चौधरी, गोपाल शर्मा, हेमंत दौराया, महेश अग्रवाल, सुमित चौधरी सहित भाजपा के लोग भी शामिल थे।
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