धार ~मामला सेना भर्ती का......

नंबर के इंतजार में सड़क बनी बिछौना, उज्जैन-आलीराजपुर से हजारों युवा पहुंचे~~

अग्निपथ आर्मी भर्ती के दूसरे दिन युवाओं की चुनौती बढ़ी, सुबह की कुछ घंटे की बारिश से रनिंग ट्रेक हुआ गीला~~

बारिश थमने के बाद कलेक्टर-एसपी पहुंचे चयन स्थल, सेना अधिकारियों के साथ ग्राउंड ना सूखने पर दौड़ के लिए सीमेंटेड फोरलेन पर संभावनाएं तलाशी~~

धार ( डाॅ. अशोक शास्त्री )।

 जिले में अग्निपथ योजना के तहत आर्मी भर्ती रैली के दूसरे दिन चयन के मापदंड पर खरा उतरने के लिए उज्जैन-आलीराजपुर के हजारों युवा धार पहुंचे। भर्ती स्थल पर युवाओं के हजारों की संख्या में जुटने के बाद प्री हाईट टेस्टिंग के बाद प्रवेश दिया गया। नंबर के इंतजार में चयन स्थल के बाहर की सड़क को ही युवाओं ने बिछौना बना लिया।  देर रात तक युवाओं को अंदर प्रवेश मिल पाया है। परिसर में दौड़ सहित अन्य शारीरिक मापदंडों की कसौटी पर युवाओं को कसा जा रहा है। इधर प्रथम दिन नीमच और धार जिले के युवाओं ने दौड़ सहित अन्य गतिविधियों में हिस्सा लिया। सेना ने चयनित अभ्यर्थियों का आंकड़ा नहीं बताया है। अभी तक की भर्ती रैलियों के आंकड़ों के अनुसार 10 प्रतिशत के लगभग युवा प्रारंभिक चयन मापदंडों पर खरे उतर पाए हैं। इधर प्रथम दिवस दौड़ परीक्षा में कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने पहुंचकर प्रतिभागियों को झंडी दिखाई। उन्होंने व्यवस्थाओं को लेकर आर्मी अधिकारियों से चर्चा भी की और युवाओं की हौंसला अफजाई की।
चुनौतियां बढ़ी, रनिंग टे:क में नमी बरकरार
गुरुवार सुबह कुछ घंटों की बारिश ने धार को भले ही राहत दी हो, लेकिन भर्ती रैली में शामिल होने आए उज्जैन-आलीराजपुर के युवाओं के लिए चुनौतियां बढ़ा दी है। रनिंग ट्रेक गीला हो चुका है। मिट्टी में दौडऩे के दौरान फिसलने की स्थितियां हो गई थी। हालांकि सेना के अधिकारियों ने नपाकर्मी एवं अन्य कर्मियों के माध्यम से दिन में टाट के खाली बोरो के माध्यम से जमीन का पानी सोखने और उसे सुखाने की कवायद की। इसके परिणाम में ट्रेक भूमि काफी हद तक सूख गई है। कई युवाओं ने बाउंड्रीवाल के पार से रनिंग ग्राउंड की स्थिति देखने की कोशिश की। इसके बाद अपने उस्तादों से इन परिस्थितियों में दौडऩे  को लेकर मशवरा लेते हुए दिखाई दिए।
जगह-जगह युवाओं के जत्थे
आर्मी में अलग-अलग ट्रेड में भर्तियां निकाली गई है। अग्निपथ योजना के तहत भर्ती में 4 साल का निश्चित रोजगार युवाओं के पास मौजूद रहेगा। बेहतर परफार्मेंस वाले 25 प्रतिशत युवा नियमित आर्मी मेन भी बन सकेंगे। इसके अतिरिक्त देश भक्ति का जज्बा और 4 साल के बाद सुनहरे आर्थिक भविष्य के कारण युवाओं में अलग ही उत्साह देखा जा रहा है। गुरुवार को भी उज्जैन-आलीराजपुर के युवा जत्थे-जत्थे के रूप में शहर में घूमते दिखाई दिए। बड़ी संख्या में युवाओं ने होटलों और लॉजों में रूककर भी रात का इंतजार किया।
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सीमेंटेड ट्रेक पर ढूंढी रनिंग संभावनाएं
भारतीय खेल प्राधिकरण का सेना दौड़ के लिए ट्रेक गीला होने के बाद उसके विकल्प को लेकर भी संभावनाएं तलाशी गई। कलेक्टर डॉ जैन और एसपी आदित्य प्रतापसिंह सहित प्रशासनिक अमले ने सैन्य अधिकारियों के साथ चर्चा की। इसके बाद प्राधिकरण भवन के सामने स्थित सीमेंटेड फोरलेन का उपयोग रनिंग ट्रेक के रूप में करने के लिए विमर्श हुआ। इसके बाद सीएमओ निशिकांत शुक्ला और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी मोटर साइकिल पर बैठकर माईलो मीटर के माध्यम से 1600 मीटर यानि 1.6 किलोमीटर तक सड़क की लंबाई नापी। हालांकि अंतिम निर्णय रनिंग ट्रेक को सुखाने का ही किया गया। जिसके बाद दोपहर में टाट के बोरो का उपयोग करके ट्रेक सुखाया गया।
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लोड मत लेना, सब आसानी से क्लीयर हो जाएगा
भर्ती स्थल पर अलग-अलग जिले से आए युवाओं में आपसी भाईचारा भी दिख रहा है। बुधवार रात को चयन परीक्षा क्लीयर करने वाले नीमच जिले के झिरण तहसील के नरेन्द्रसिंह नाम के युवक ने भर्ती स्थल से बाहर उज्जैन-आलीराजपुर के युवाओं की हौंसला अफजाई की। उन्हें टिप्स भी दिए। नरेन्द्र ने दूसरे साथियों से कहा कि लोड मत लेना, सब आसानी से क्लीयर हो जाएगा। बस दौड़ के लिए जब टे:क पर जाने का बोले तो आगे खड़े होने की कोशिश करना। इससे कुछ सेकंड का फायदा मिलता है। इसके बाद उन्होंने कल रात तक जिन परिस्थितियों को महसूस किया उसके बारे में दूसरे अभ्यर्थियों को अवगत कराया। नरेन्द्र ने 1600 मीटर की दौड़ 5 मिनट 30 सेकंड में पूरी की है। उसने युवाओं ने कहा कि मेरे आगे भी 8-9 लोग थे। मुझे लगता है कि उन्होंने चार मिनट कुछ सेकंड में दौड़ क्लीयर की। पुसअप के बारे में जानकारी दी। कहा नंबर नहीं मिलते है लेकिन पुसअप के भी मायने है। इस तरह उन्होंने अभ्यर्थियों के अंदर के हौंसलों को बल दिया।
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जज्बा- प्री हाईट टेस्ट में निकल गया तो कुछ उम्मीदें बंध जाएगी
भर्ती स्थल के बाहर उज्जैन जिले के खाचरौदा तहसील से तीन युवा मिलेट्री कलर की टी-शर्ट जिस पर राष्ट्रीय ध्वज अंकित था, पहने घूम रहे थे। तीनों मित्र है और खाचरौदा से ही साथ आए है। इनमें विजयसिंह नाम का एक किशोर भी शामिल था। विजय कक्षा 11वीं में अध्ययन कर रहे है। अपने साथियों से उनकी हाईट कम है। प्रतिनिधि ने जब हाईट कम होने पर सवाल किया तो   उन्होंने कहा कि प्री हाईट में अंदर पहुंच गया तो सभी क्लीयर कर लूंगा। आधा इंच हाईट कम है उम्मीद है सिलेक्शन हो जाएगा। विजय का सपना आर्मी में जाने का शुरु से है।
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