धार~ उम्मीदें थी ड्यूटी हो जाएगी कैंसल, कलेक्टर ने कर दिया निलंबित~~

शिक्षक के शाला समय में जनसुनवाई में आने से नाराज हुए कलेक्टर~~

दो छात्रावास अधीक्षक निलंबित, एक को स्कूल भेजा~~

धार ( डाॅ. अशोक शास्त्री )।

 बीएलओ की ड्यूटी निभा रहे गणित के एक शिक्षक को ड्यूटी कैंसल कराने के लिए आवेदन महंगा पड़ गया है। कलेक्टर ने जहां शिक्षक को जमकर फटकार लगाई है। वहीं जिला पंचायत सीईओ व अपर आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग के एल मीणा ने शिक्षक के निलंबन आदेश जारी कर दिए है। यहीं नहीं निलंबन अवधि में मुख्यालय विकासखंड शिक्षाधिकारी डही नियत किया गया है। शिक्षक पर निलंबन की कार्रवाई आवेदन देने के लिए शाला समय में जनसुनवाई में आने को लेकर थी। ब्रह्माकुंडी शासकीय हाईस्कूल में माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक विजय खांगर जनसुनवाई में बीएलओ ड्यूटी कैंसल कराने का आवेदन लेकर आए थे। उनके कार्यालयीन समय में जनसुनवाई में आने पर यह कार्रवाई की गई है।
एसडीएम-तहसीलदार बोले बच्चे भी लाए थे
मंगलवार को कलेक्टर जनसुनवाई में शिक्षक विजय बांगर पहुंचे थे। उनका आवेदन पढऩे के बाद कलेक्टर ने पूछा कि स्कूल समय में कैसे आ गए। अवकाश लेकर आए हो क्या। शिक्षक ने बताया कि लालबाग में ईट राईट फैज-2 में ड्यूटी लगी थी। वहां से यहां आया हूं। इस पर कलेक्टर ने कहा कि यह गलत है। कलेक्टर जब नाराज हो रहे थे तो मौके पर मौजूद एसडीएम दीपश्री गुप्ता और तहसीलदार विनोद राठौर ने बताया कि यह अपनी बात को पुख्ता करने के लिए स्कूली बच्चों को भी लेकर आए थे। एसडीएम ने बताया कि हमने बच्चों को लौटा दिया है। बच्चे कह रहे थे कि शिक्षक के दूसरे कामों में व्यस्त होने से पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शिक्षक ने कहा कि वह बच्चों को नहीं लाए है। इसके बाद कलेक्टर ने नाराजगी से उनकी तरफ देखा और टीप लिखकर आवेदन श्री मीणा की और बढ़ा दिया। जिसके बाद बुधवार को उनके निलंबन आदेश जारी हो गए। इधर सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग श्रीमती सुप्रिया बिसेन ने इस घटना के बाद एक आदेश जारी करते हए संचालित सभी प्रकार के विद्यालय के प्राचार्यों और विकासखंड शिक्षाधिकारियों को बिना अनुमति, बिना अवकाश स्वीकृति के अवकाश पर प्रस्थान नहीं करने के लिए कहा है।
बॉक्स-1
दो छात्रावास अधीक्षक निलंबित, एक को स्कूल भेजा
कलेक्टर के निर्देश पर सभी अनुविभागीय अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के छात्रावासों का निरीक्षण कर रहे है। सरदारपुर एसडीएम के निरीक्षण में दो छात्रावास अधीक्षक छात्रावास के स्थान पर अपने निजी निवास पर निवास करते हुए पाई गई है। इस रिपोर्ट के बाद सहायक आयुक्त श्रीमती बिसेन ने बालक आश्रम रिंगनोद छात्रावास अधीक्षक खेलसिंह भूरिया, बालक छात्रावास रिंगनोद के अधीक्षक इंदरसिंह मकवाना को निलंबित किया है। इनका निलंबन स्थल उमरबन और धरमपुरी नियत किया गया है। इधर जिला पंचायत सीईओ श्री मीणा ने गुरुवार को एक आदेश जारी करते हुए उप संचालक सामाजिक न्याय एवं निशक्त कल्याण विभाग में लेखापाल का दायित्व निभा रहे संजय शर्मा नाम के प्राचार्य को पुन: उनके मूल स्थान शासकीय उमावि बदनावर के लिए कार्य मुक्त कर दिया है।

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