झाबुआ~क्षमा दान महादान , क्षमा के बिना करोड़ों का दान निरर्थक हे -मुनि निपुण रत्न विजय जी~~

 ऐतिहासिक चातुर्मास में हुई ऐतिहासिक तपस्या,चौसठ प्रहरी पौषध और अद्भुत व अकल्पनीय केश लोच करने वाले तपस्वियों का बहुमान जितेंद्र,संजय जगावत द्वारा किया गया~~


 झाबुआ।बिना क्षमा के करोडो श्लोक पढ़ने वाला भी अज्ञानी कहलाता है और क्षमा महाव्रत है , बिना क्षमा के इंद्रियों का निग्रह सफल नहीं होता है "उपरोक्त प्रेरक उद्बोधन पूज्य आचार्य श्री नित्यसेन सुरीश्वरजी म सा और साधु साध्वी मंडल की पावन निश्रा मे चल रहे पर्युषण पर्व के समापन पर आयोजित सामूहिक क्षमा वाणी कार्यक्रम एवं तपस्वी बहुमान समारोह में मुनिराज पूज्य निपुण रत्न विजय जी म सा ने आज श्री राजेंद्र सूरी पौषधशाला मे आज व्यक्त किये | आपने क्षमा की महिमा का विस्तृत उदाहरण देकर समझाते हुए कहाँ की "क्षमा दो और क्षमा मांगने "के सिद्धांत को अपने जीवन मे रखने का प्रण यह संवत्सरी पर्व हमे दे रहा हे | आपने कहाँ की क्षमा देकर सामने वाले का भला हो या न हो हमारा भला निश्चित हे | क्षमा देने से प्रभु महावीर की आज्ञा का पालन भी हम कर लेते हे  | 
ऐतिहासिक चातुर्मास में हुई ऐतिहासिक तपस्या,चौसठ प्रहरी पौषध और अद्भुत व अकल्पनीय केश लोच करने वाले तपस्वियों का बहुमान जितेंद्र,संजय जगावत द्वारा किया गया.........
पारणा उत्सव के लाभार्थी यशवंत ,निखिल शादुल, जिनांश भंडारी परिवार थे । बाद श्री राजेन्द्र सूरी पौशध शाला मे सामूहिक क्षमापना समारोह मे वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये। इसके बाद ऐतीहासिक चातुर्मास में हुई ऐतिहासिक तपस्या चौसठ प्रहरी पौषध और अद्भुत व अकल्पनिय केश लोच करने वाले तपस्वियों का बहुमान के लाभार्थी  जितेंद्र ,संजय एवं श्रीमती मोनिका जगावत(जैन) परिवार और साथ मे श्री संघ और चातुर्मास समिति की और से साल , तिलक ,माला से किया गया | संचालन यशवंत भण्ड़ारी और संजय मेहता ने किया | 
बाहर से पधारे सभी संघो का भी बहुमान जगावत परिवार द्वारा किया गया.......
राणापूर,कुशलगढ़ और बामनिया से श्री संघ पूज्य आचार्य श्री नित्यसेन सुरीजी,साधु साध्वी मंडल के दर्शन वंदना करने आया |  सभी संघो की और से वर्ष भर मे हुई गलतियों के लिये क्षमा याचना गुरदेव से की गयी। उपरोक्त सभी संघो का बहुमान जितेंद्र,संजय जगावत परिवार द्वारा किया गया।
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