धार~मामला अवैध शराब परिवहन का.....

टीआई-चौकी प्रभारी निलंबित, लोकेशन-सीसी टीवी फुटेज के आधार पर 10 आरोपी बढ़े ~~

इनाम घोषित आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गुजरात और अन्य क्षेत्रों में पुलिस टीम की सर्चिंग 
पूर्व मंत्री कुक्षी विधायक बघेल ने विधानसभा में उठाया अधिकारियों पर हमले का मामला ~~

धार ( डाॅ. अशोक शास्त्री )। 

मंगलवार को कुक्षी में अवैध शराब परिवहन पर कार्रवाई के दौरान हुए प्रशासनिक टीम पर हमले के मामले में 10 और आरोपित चिह्नित किए गए है। पुलिस इनका नाम भी एफआईआर में दर्ज करने वाली है। इन लोगों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। मुखबिर टीप, मोबाईल लोकेशन और सीसी टीवी फुटेज के आधार पर इन्हें चिह्नित किया गया है। इधर इस मामले में बुधवार को लाईन अटैच किए गए कुक्षी थाना प्रभारी सीबी सिंह और निसरपुर चौकी प्रभारी जेसी नीनामा पर निलंबन की कार्रवाई भी कर दी गई है। इधर एसडीएम के गनमेन रहे बटालियन के जवान चंचल चौहान को भी निलंबित किया गया है। चंचल ने घटनाक्रम के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से फायर नहीं किया था। 
जगह-जगह धरपकड़ के लिए दबिश 
घटना को तीन दिन बीत गए है। मौके से पकड़ाए गए 1 आरोपी मुकाम के अतिरिक्त कोई भी बदमाश पकड़ में नहीं आया है। पुलिस की अलग-अलग टीम बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए उनके गृह ग्राम सहित नजदीक के राज्य गुजरात में भी दबिश दी जा रही है। इधर पकड़ाई शराब का बैच नंबर मिलान करने के लिए पुलिस बड़वानी जिले की शराब दुकानों को आंवटित बैच नंबर की जानकारी जुटा रही है। अभी तक सिलावद दुकान से शराब कुक्षी पहुंचने की बात चर्चा में थी। सूत्रों की माने तो जो बैच नंबर पकड़ाया है   वह शराब सिलावद दुकान को नहीं दी गई थी। इधर मजिस्ट्रियल जांच भी जारी है। इससे जुड़े अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं। 
दो जांचों का निष्कर्ष होगा महत्वपूर्ण 
1 घटनाक्रम को लेकर जिले में दो जांच दल लगभग समान बिंदुओं पर जांच कर रहे है। कलेक्टर द्वारा गठित मजिस्ट्रियल जांच दल सहित पुलिस की स्पेशल टीम अपनी रिपोर्ट बना रही है। दोनों जांच दल की रिपोर्ट आने के बाद का निष्कर्ष पूरे मामले में आरोप सिद्ध करने से लेकर आरोपितों को सजा दिलाने सहित उसकी पुनर्रावृत्ति रोकने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
बॉक्स-1
विधानसभा तक पहुंच गया मामला 
ध्यानाकर्षण में कुक्षी विधायक सुरेन्द्रसिंह बघेल हनी ने कुक्षी की घटना का मामला विधानसभा में उठाया है। उन्होंने घटना को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए है। वहीं इस पूरे मामले में कौन सी डिस्लरी से शराब जारी हुई और यहां तक कैसे पहुंची इसको लेकर सवाल खड़े किए है। डिस्लरी पर तैनात आबकारी अधिकारियों की जानकारी सहित सरकार से उन डिस्लरियों के लाईसेंस रद्द करने की मांग की है। जहां से शराब जारी की गई थी। इसके अलावा कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए है।
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