धार~मामला देवी सागर का....................
पिचिंग डूबी- झुग्गे पर पानी भराया, 10 दिन से 24 घंटे पानी मुंज में छोड़ने के बाद भी ऐसे हालात ~~
इस नवरात्र झुग्गे पर दर्शनार्थियों को तफरीह का मौका मिलना मुश्किल, समय पर मोटरें चालू ना करते तो क्षतिग्रस्त हो सकता था तालाब ~~
धार ( डाॅ. अशोक शास्त्री )।
देवी सागर तालाब में पानी लबालब होने से तालाब की पिचिंग से पानी किनारे तक आ गया है। यह वह जगह है जहां पर नगरपालिका ने करोड़ों रुपए खर्च करके तालाब किनारे लोगों की तफरीह के लिए प्लान तैयार किया था। यह हालात तब है जब पिछले 10 दिनों से 30 हॉसपॉवर की मोटर से पानी खेंचकर दिन-रात मुंज सागर में लिफ्ट किया जा रहा है। यदि समय रहते नगरपालिका दूरदर्शिता से पानी खाली करने का निर्णय नहीं लेती तो तालाब क्षतिग्रस्त होने की स्थिति बन सकती थी।
ओवरफ्लो होने लगा पानी
9-10 सितंबर को तालाब का पानी अचानक सड़क पर बहने लगा था। यह स्थिति आसपास के बोरिंगों के ओवरफ्लो होने एवं अन्य आवकों से तालाब में पानी बढ़ने के कारण हुई थी। जिसके बाद नगरपालिका ने पानी रोकने के लिए मिट्टी का भराव कर दिया था। इसके बाद मोटर चालू करके पानी लिफ्ट करने का निर्णय लिया गया था। तमाम प्रयास के बाद भी तालाब में लगी स्केल मीटर डूबने में महज 1 फीट पानी की कमी है। हालात यह है कि वेस्टवियर से ओवरफ्लो होकर पानी बह रहा है। आगामी दिनों में पानी गिरने की स्थिति बनती है तो वेस्टवियर के गेट खोलना पड़ेंगे।
शारदेय नवरात्र पर्व प्रारंभ होने में महज एक सप्ताह शेष है। नगरपालिका मेले की तैयारियों में जुट गई है। वहीं देवी सागर का पानी से लबालब तालाब जहां दर्शनार्थियों की आंखों को सुकून देने वाला है। वहीं तालाब के अंदर के झुग्गे पर पर्यटना करना संभव नहीं रहेगा। दरअसल इन दिनों तालाब का पानी झुग्गे तक आ गया है। इसके कारण झुग्गे के मुख्य हिस्से में पहुंचने वाले मार्ग पर पानी भरा गया है। शहर में यदि और बारिश होती है तो झुग्गे पर नवरात्र में प्रवेश प्रतिबंधित भी हो सकता है। फिलहाल यहां पर सफाई में भी कर्मचारियों को दिक्कतें है। मार्ग पर एक विद्युत पोल बिल्कुल धराशाही होने की स्थिति में आ गया है। इसकी शिफ्टिंग सहित अन्य कार्य जरूरी हो गए है। इधर झुग्गा क्षेत्र में रैलिंग ना होने के कारण बच्चों के साथ दर्शनार्थियों के पर्यटन प्रवेश को लेकर भी अनुकूल स्थितियां नहीं है।
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