*झाबुआ~तुझको मिर्ची लगी तो.... मैं क्या करूं*~~

*8 सालों में रोड पर लाकर रख दिया उद्योग पतियों को कई बड़े कारखाने हुए बंद पलायन जारी*~~

*राजनीतिक रसूख के दम पर पद पर बने रहने के लिए छटपटा रहा है मिस्टर बंटाढार*~~

झाबुआ से दशरथ सिंह कट्ठा की रिपोर्ट....9039452025~~

झाबुआ- एक और कोरोना वायरस पूरे देश में घमासान मचा रहा है..तो वही मेघनगर के नवीन औद्योगिक संगठन को लेकर भी घमासान मचा हुआ है। मेघनगर के कुछ भ्रष्ट मलाई चाटने वाले नेता की कुर्सी क्या खिसकी...सूत्र बताते हैं मिस्टर बंटाढार नए बने औद्योगिक संगठन के पदाधिकारियों को अपने प्रभाव व दुम छल्लो से फोन लगवा कर धमकी देने पर उतारू हो गया। मेघनगर का नया उद्योगपति  संगठन आई.ए.एम.11 फरवरी को उद्योगपति की बैठक करके सर्व सहमति से बन गया था। लेकिन मध्यप्रदेश में बीजेपी की सरकार क्या आई....मानो मिस्टर बंटाधार के अपने कमीशन हीस्सेदारी व राजनीति चमकाने के पंख निकाल कर झूठी दिखावे की उड़ान भरने में अब बंटाढार लगा हुआ हैं। ये कमीशन बाज येन केन प्रकार से अपनी राजनीति चमकाने व शतरंज के इस खेल में चीट भी और पट भी मेरी करने का चक्रव्यूह रच रहा है। नए बने संगठन के एक व्यक्ति ने दूरभाष पर बताया कि संगठन कोरोनावायरस वैश्विक महामारी आने के पहले से ही 11 फरवरी को सर्व सहमति से बन गया था पूर्व के औद्योगिक संगठन और वर्तमान में बने एआईएम संगठन का नाम भी अलग है और कार्य करने का तरीका भी वर्तमान संगठन पूर्व के संगठन से पैरलल नहीं है। वही नया संगठन सामाजिक सेवा औद्योगिक क्षेत्र के कारखानों के ढांचे को मजबूत करना और यदि कोई गलत तरीके से फैक्ट्री को संचालित कर रहा है तो  उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर उसे बंद करवाने के लिए इस संगठन को बनाया गया है और लोगो को यही पर रोजगार मिल सके उसके लिए भी नई योजनाएं बनाई जायगी जिसके चलते इसे संगठन का रजिस्टर्ड भी करवा कर नियमों के आधार पर चलाया जा रहा है उन्होंने यह भी बताया की 3 माह के किए गए कार्य एवं पूर्व के 8 सालों के कार्य की तुलना कर ली जाए हम किसी पर आरोप प्रत्यारोप कर औद्योगिक संगठन में राजनीति करना नहीं चाहते।

*8 सालों में रोड पर लाकर रख दिया उद्योग पतियों को कई बड़े कारखाने हुए बंद पलायन जारी*

मेघनगर में चल रहे उद्योगो ने पिछले 8 सालों में कई उतार-चढ़ाव देखे उद्योगपतियों ने मार भी खाई और कोर्ट के चक्कर भी लगाए लेकिन इन तकलीफो मैं कोई भी सर्वे सर्वा आगे नहीं आया और ना ही उद्योग पतियों की मदद की सिर्फ कमीशन की मलाई राजनीतिक रसूख चमकाने में मिस्टर बंटाढार लगे रहे सिर्फ और सिर्फ मिस्टर बंटाधार ने चंदे और धंधे की राजनीति की।अब मिस्टर बंटाढार यह भी बताएं कि उसके संगठन में कितने मेंबर थे और कौन-कौन पदाधिकारी थे और क्या सेवा के कार्य किए और कौन से नए उद्योग लगाएं निभी इंडस्ट्रीज, मध्य भारत, ऐ.पी.इंडिया आदि कई महत्वपूर्ण इकाइयां बंद हो गई। पिछले कई सालों में उद्योग उजड़ सा गया है जिसके कारण लोग पलायन पर जाने के लिए मजबूर हुए हैं। आप तब आगे नहीं आए जब ग्रामीण लोगों एवं उद्योगपतियों को आपकी मदद की जरूरत थी ..अब जब आपकी कुर्सी खिसकी तब खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे की तर्ज पर आप रोब दिखा रहे हो। नदी का पानी किसी के बाप की जागीर नहीं होती ...नदी के पानी को पीने के लिए  सबका अपना अपना अधिकार है.. वैसा ही मेघनगर औद्योगिक क्षेत्र में 2 संगठन क्या 10 नए संगठन बन जाए और यदि नैतिकता पूर्ण नियमों को ध्यान में रखकर समाज सेवा का कार्य करें तो इसमें बुराई क्या है।


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