धार~कार्रवाई शुरू- मंडी सचिव से स्पष्टीकरण मांगा, कर्मचारियों से होगी वन-टू-वन चर्चाा~~

मंडी स्टॉफ में समन्वय बनाने के पहले भार साधक अधिकारी व एसडीएम दीपाश्री गुप्ता सुनेगी सबकी बात~~

धार~( डॉ. अशोक शास्त्री )


धार। कृषि उपज मंडी सचिव श्री नरगांवे के खिलाफ विभागीय कर्मचारियों द्वारा सोमवार को सौंपे गए आवेदन के बाद कार्रवाई शुरु हो गई है। मंडी की भार साधक अधिकारी व एसडीएम दीपाश्री गुप्ता ने मामले को संज्ञान में ले लिया है। उन्होंने मंडी सचिव से मामले को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है। इधर सचिव के स्पष्टीकरण के बाद विभागीय कर्मियों के साथ वन-टू-वन चर्चा करके दिक्कतों को समझा जाएगा। दोनों पक्षों को सुनने के बाद निश्कर्ष प्रतिवेदन कलेक्टर प्रियंक मिश्रा को सौंपा जाएगा। इधर आवेदन सौंपने के बाद मंगलवार को मंडी सचिव भी मंडी में कार्यरत रहे और आम दिनों के तरह बगैर खींचतान के विभागीय कर्मचारियों ने भी काम किया। जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के साथ विभागीय कर्मचारियों और सचिव के मध्य समन्वय बनाने के प्रयास भी किए जाएंगे।
नई बातें सामने आई
मंडी में अचानक इस तरह का माहौल उत्पन्न होने के बाद अधिकारी अपने स्तर पर भी जानकारी जुटा रहे है। इस मामले में दस्तावेजों के विपरित ओवरलोड मंडी से गया ट्रक अन्य जिले में पकड़ाने की घटना और उसके बाद सचिव द्वारा जारी किए गए शोकाज नोटिस व पद प्रभार बदलने की प्रक्रिया का उनके खिलाफ नाराजगी के तौर पर देखा जा रहा है। वहीं कई विभागीय दायित्वों में भी प्रभार बदलने के संकेत मंडी सचिव द्वारा दिए गए थे। इस तरह की आशंका के चलते कर्मचारियों के लामबंद होने की बात कही जा रही है। वहीं सचिव द्वारा शासन द्वारा प्रदत्त मंडी की यूनिफार्म भी पहनने के लिए बाध्य किया जा रहा था। इसके कारण भी काफी लोग नाराज है। इन सबके बीच किसानों की उपज राशि की सुरक्षा बड़ा मुद्दा बन गया था। उपज क्रय के बाद चंद व्यापारी मियाद से अधिक दिन के बाद भुगतान कर रहे थे। इस तरह की प्रक्रिया को रोकने के लिए कर्मियों को हिदायत दी गई थी, जिसको लेकर भी नाराजगी थी। कुल मिलाकर मंडी सचिव ने यदि स्पष्टीकरण में बीते चार-पांच महीने में हुई घटनाओं का उल्लेख किया तो कई कर्मियों के लिए दिक्कतें भी हो सकती है।
हम टीम है, मिलकर व्यवस्था करेंगे
इधर कर्मचारियों द्वारा सौंपे गए ज्ञापन को लेकर मंडी सचिव केके नरगांवे से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम सब एक ही विभाग के कर्मी है। हमारे पद और दायित्व अलग-अलग हो सकते है, किंतु सबका मुख्य दायित्व मंडी नियमों का पालन कराना और राजस्व वृद्धि के लिए प्रयास करना है। मुझे नहीं पता था कि इस तरह की दिक्कतें चल रही है। अन्यथा मैं अपने विभाग के कर्मियों के साथ बात करता और जहां गलत फहमियां है हम उसे दूर करते। चूंकि अब उन्होंने आवेदन सौंपा है। उसका निर्णय वरिष्ठ अधिकारी करेंगे। मुझे किसी से व्यक्तिगत कोई शिकायत नहीं है। काम में नियम का पालन सबको करना पडेÞगा, इसमें मैं भी शामिल हूं।
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