धार~कंपनी के अधिकारी ने किया निरीक्षण~~
छत से पानी टपकने से रोकने को लेकर होगी कोशिश~~
वार्ड को किया बंद, नए स्थान पर बेडों की संख्या बढाई~~
धार~( डॉ. अशोक शास्त्री )
धार। जिला अस्पताल में महिला प्रसूता वार्ड की छत पर लगी पीओपी गिरने के बाद कंपनी के अधिकारियों ने निरीक्षण किया हैं, अब छत पर पानी गिरने से रोकने को लेकर सुधारात्मक काम जल्द शुरु होंगे। क्योंकि इस वार्ड का निर्माण सीएसआर फंड के माध्यम से पीथमपुर की एक कंपनी द्वारा किया गया था, जिसके कारण ही अस्पताल प्रबंधन ने पीओपी गिरने की सूचना संबंधित कंपनी को दी थी। इधर 7 माह पहले बने 30 बेड के वार्ड को पूरी तरीके से बंद कर दिया गया हें, यहां पर काम होने के बाद ही महिलाओं को शिफ्ट किया जाएगा। वहीं पहले दिन जहां एक बेड पर दो महिलाओं को उपचार दिया जा रहा था, इसमें भी बदलाव किया गया है। पुराने भवन में स्थित एसएनसीयू वार्ड के पास बने कमरों में 15 बेड की व्यवस्था की गई हैं। जिसमें महिलाओं को शिफ्ट किया गया हैं, ताकि सभी को बेड मिल सके।
दरअसल मानसून की आहट के साथ ही 23 जून की रात से लेकर 24 जून की सुबह तक शहर में एक इंच के करीब बारिश हुई थी, इस बारिश से ही अस्पताल में मरीजों की परेशानी शुरु हो गई। अस्पताल परिसर में बनाए गए ट्रामा सेंटर की पहली मंजिल पर महिलाओं के लिए प्रसुता वार्ड बनाया गया था, कल सुबह करीब 8-30 बजे अचानक वार्ड में लगी पीओपी गिर गई। हालांकि पीओपी गिरने से किसी को चोट नही आई, किंतु इसके बाद यहां से पानी गिरना शुरु हो गया था। वहीं कुछ देर बाद ही वार्ड के अलग-अलग कक्षों में भी छतों से पानी गिरने लगा था। जिसके कारण मरीजों को दिक्कत आ रही थी, इसी कारण शनिवार को जहां महिलाओं को इसी मंजिल पर बने अन्य कक्षों में शिफ्ट किया गया था। अब व्यवस्थाओं में सुधार करते हुए सिविल सर्जन ने प्राथमिक रुप से 15 बेड का एक वार्ड तैयार करवाया हैं। हालांकि अगर महिला मरीजों की संख्या बढ़ती हैं, तो जरुर आने वाले दिनों में पुन परेशानी शुरु होगी। ऐसे में वार्ड का काम जल्द पूरा करवाना होगा। सिविल सर्जन डॉ एमएस मालवीय ने बताया कि कंपनी के अधिकारियों ने निरीक्षण किया हैं, छत पर से पानी नहीं टपके इसको लेकर वे सुधार कार्य करवाएंगे। वहीं कुछ बेड की व्यवस्था की गई हैं, ताकि महिलाओं को उपचार मिलने में परेशानी नहीं आए।
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