झाबुआ~इस साल 149 दिन का चातुर्मास .................2004 के बाद बना संयोग~~

चातुर्मास 2 जुलाई से शुरू होकर 27 नवंबर तक रहेगा,,धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे~~




झाबुआ। सकल जैन समाज का इस वर्ष चातुर्मास 149 दिन का होगा। पांच माह तक चलने वाले चातुर्मास में इस साल इसलिए भी खास है क्योंकि चातुर्मास में 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के निर्वाण का 2550 वां वर्ष भी शुरू होगा। इसे लेकर जैन समाज में खासा उत्साह दिखाई दे रहा है।

इस साल 149 दिन का चातुर्मास....

 गौरतलब है कि जैन मान्यतानुसार चातुर्मास आषाढ़ शुक्ला चौदस से शुरू होकर कार्तिक पूर्णिमा तक रहता है। हर साल चातुर्मास के दिवस 120 होते हैं। इस वर्ष श्रावण मास की अधिकता से चातुर्मास 2 जुलाई से शुरू होकर 27 नवंबर तक होने से कुल 149 दिवसीय चातुर्मासिक समय रहेगा। वहीं 24 वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का 2550 वां निर्वाण वर्ष की शुरुआत भी 12 नवंबर को होगा।


2042 में भी पांच माह के होंगे चातुर्मास.................

सुश्रावक धर्मचंद मेहता ने जानकारी देते हुए बताया कि 19 साल बाद इस वर्ष पांच माह का चातुर्मास होने जा रहे हैं। इसके बाद साल 2042, 2061, 2080 और 2099 में चातुर्मास पांच माह का रहेगा।

पांच माह एक स्थान पर जैन संत करेंगे जप-तप.......

सुश्रावक संजय मेहता बताते हैं कि वैसे जैन संत किसी भी स्थान पर लंबे समय तक नहीं रूकते हैं। जीव हिंसा न हो इसलिए जैन संत वर्षाकाल में भ्रमण न करके एक स्थान पर ही रहकर साधना करते हैं। चातुर्मास में जैन संत एक ही स्थान पर आगम की आज्ञा के अनुसार रहते हैं। इस दौरान वह तो अपनी आत्मा साधना के साथ जप तप और आराधना करते हैं। पाप का क्षय और पुण्य के संचय का नाम है चातुर्मास।

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