बड़वानी~महाराणा प्रताप जयंती एवम बड़वानी गौरव दिवस पर बही काव्य सरिता ~~
साहित्य परिषद की नगर इकाई बड़वानी द्वारा कवि योगेंद्र मिश्रा के आवास पर गीतों / कविताओं के माध्यम से महाराणा प्रताप जयंती एवम बड़वानी गौरव दिवस मनाया गया ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार प्रबोध मिश्र हितैषी द्वारा की गई एवम मुख्य अतिथि के रूप में बड़वानी प्रेस क्लब के अध्यक्ष प्रवीण सोनी, विशेष अतिथि उपाध्यक्ष श्याम राठौड़, सचिव विजय निकुम उपस्थित रहें ।
आयोजन में निशा गुप्ता , सुनीता शुक्ला , शोभा सोनी , जीवनलता शर्मा , योगेंद्र मिश्रा , राजीव वर्मा , वेदांत मिश्रा , संजय उपाध्याय , सुदीप साहू , योगेश कुशवाह उपस्थित रहें । आयोजन का कुशल संचालन आर. आर. प्रिंस द्वारा किया गया ।
महाराणा प्रताप के घोड़े चेतक को तो सब जानते हैं पर उनके पास एक बलशाली हाथी भी था जिसका नाम रामप्रसाद था । जिसकी शौर्यगाथा अपनी कविता के माध्यम से जीवनलता शर्मा ने प्रस्तुत की - हिन्दोस्तां की रज का बढ़ाया था जिसने मान
महाराणा का साथी था वो हाथी बेजुबान ।।
हितैषी जी ने अपनी रचना से भारतीय इतिहास में महाराणा प्रताप की भूमिका पर प्रकाश डाला - राणाप्रताप भूमिका , मिट्टी पर है कर्ज ।।
प्राणों की परवाह बिन , करी भूमिका दर्ज ।
अंत समय तक देश हित भले रोटिया घास ।
चेतक भामा ने किया पूरा अपना फर्ज ।।
निशा गुप्ता ने बड़वानी शहर का गौरवगान किया - दुनिया वालो तुम्हें बताए बात बड़वानी शान की
जहाँ हम रहते हैं मिलजुलकर ऐसे प्यारे धाम की ।।
सुनीता शुक्ला ने अपनी रचना से महाराणा को याद किया - मानसिंह चढ़कर के आया
हल्दीघाटी जंग मचाया
तेरा चेतक पार ले गया
पीछे लश्कर छूट गया ।
योगेंद्र मिश्रा ने जीवनसाथी का महत्व दर्शाती अपनी रचना सुनाई
जितना प्यार दिया है तुमने
उतना कहाँ सबको मिलता है
फलीभूत हो सत्कर्म सभी जब
तब ऐसा जीवनसाथी मिलता है ।
बालकवि वेदांत मिश्रा ने माता पिता के महत्व पर अपनी रचना प्रस्तुत की ।
राजीव वर्मा ने महाराणा के पराक्रम , उनकी कद काठी , उनकी तलवार पर अपनी रचना सुनाई - जिनके कदमो की आहट से धरती जावें कांप
सूर्य से प्रचंड जिनका ताप
ऐसे वीर महाप्रतापी महाराणा प्रताप ।
भुजाओ में दस हाथियों का बल
जिनकी तलवार को हिला भी न सके आप
ऐसे वीर महाप्रतापी महाराणा प्रताप ।
आयोजन में मिश्रा दम्पति की वैवाहिक वर्षगांठ पर परिषद की ओर से उन्हें शुभकामनाएं दी गई साथ ही आर.आर.प्रिंस ने कविता के माध्यम से मिश्रा जी के विवाह से संबंधित प्रशन कर वैवाहिक वर्षगांठ को यादगार बनाया l साहित्य परिषद् ने पहली बार नवगठित प्रेस क्लब बड़वानी के पदाधिकारियों का सम्मान किया यह सम्मान वरिष्ठ साहित्यकार प्रबोध मिश्र हितैषी द्वारा किया गया ।
Post A Comment: