खेतिया।।मध्य प्रदेश में इंदौर के रहने वाले दृष्टिहीन श्री नीलेश जी धनगर नर्मदा तट को बचाने ,नर्मदा नदी को स्वच्छ बनाने व स्वच्छ पर्यावरण विकसित करने के संकल्प के साथ नर्मदा की पैदल परिक्रमा कर रहे हैं। नर्मदा की पैदल परिक्रमा करते हुए पाटी बोकराटा मार्ग से होते हुए आज खेतिया पहुंचे श्री धनगर अकेले ही यात्रा कर रहे हैं। नेत्रहीन नर्मदा परिक्रमा यात्री की आने की सूचना मिलते ही खेतिया के सेवाभावी युवा खेतिया शहर की सीमा में उन्हें लेने पहुंचे,पुष्पमाला पहनकर स्थानीय गायत्री शक्तिपीठ पर उनका विश्राम कराया ।श्री धनगर राजनीति शास्त्र मेंMA व कम्प्यूटर में डिप्लोमा तक शिक्षित है जिन्होंने 2 जनवरी 23 से सीहोर जिले के बुधनी से नर्मदा की पैदल परिक्रमा प्रारंभ की ।जहां जहां भी वे जाते हैं मां नर्मदा के प्रति श्रद्धा रखने वाले श्रद्धालु उनका स्वागत कर उनके लिए व्यवस्थाएं जुटा रहे ,श्री धनगर भी नर्मदा परिक्रमा में नागरिकों के मिल रहे स्नेह व सहयोग से बहुत प्रसन्न है ।।
आज खेतिया पहुंचे धनगर ने सभी के साथ अपने पैदल नर्मदा परिक्रमा के अनुभव बताये व नेत्रहीन होने के बाद किस प्रकार पैदल चलकर यात्रा कर रहे तो बताया कि मेरे साथ एक डंडा है जिसकी आवाज़ से यह पता चल जाता है कि सड़क कच्ची या पक्की है,वही किनारे भी समझ आते है,अकेले परिक्रमा करने में कोई दिक्कत नही आ रही गाँव गाँव लोग मददगार है, माँ नर्मदा के प्रति श्रद्धालुओं से जानकारी लेकर आगे बढ़ता हु,,नर्मदा मैया की कृपा है यात्रा में निरंतर आगे बढ़ रहा हु,,माँ नर्मदा को स्वच्छ रखना, किनारे पेड़ लगाकर तट की रक्षा कर पर्यावरण को स्वच्छ रखना ही हम सब का माँ नर्मदा के प्रति कर्तव्य है।
मप्र की सीमा खेतिया से अब आगे महारास्ट्र सीमा में श्री धनगर की यात्रा के लिए स्थानीय युवाओं द्वारा विशेष सम्पर्क व प्रवास व्यवस्था की जा रही
खेतिया से राजेश नाहर
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