झाबुआ~5वीं व 8वीं के छात्रों के पोर्टल पर होंगे पंजीयन अब तक ऑफलाइन होते थे छात्रों के ~~
पंजीयन,पहली बार की ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था~~
कक्षा 10वीं और 12वीं की तरह अब कक्षा 5वीं और 8वीं के छात्रों के पंजीयन भी ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज कराएंगे। अब तक छात्रों के पंजीयन ऑफलाइन होते थे, लेकिन इस बार बोर्ड परीक्षा होने से पंजीयन ऑनलाइन दर्ज कराने होंगे। जिनके पंजीयन होंगे वे ही परीक्षार्थी पेपर दे पाएंगे ।
7 से 16 नवंबर तक परीक्षा चलेगी.................................
13 साल बाद कक्षा 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पद्धति पर आयोजित हुई हैं। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 2008 में दोनों कक्षाओं से बोर्ड पैटर्न हटा दिया था। हाल ही में राज्य शिक्षा केंद्र ने नया आदेश जारी कर 5वीं और 8वीं की परीक्षा को बोर्ड कर दिया। जिसके तहत इस बार सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में एक जैसे पैटर्न पर परीक्षा हो रही है। 7 से 16 नवंबर तक परीक्षा चलेगी। जिनका बकायदा शिक्षा विभाग की ओर से निरीक्षण किया जा रहा है। ब्लू प्रिंट प्राइवेट स्कूलों को दिए जाएंगे उसके अनुसार ही वे परीक्षा कराएंगे। परीक्षा के बाद उनको 21 नवंबर तक पेपर जमा भी करना होंगे।
7 से 16 नवंबर तक परीक्षा चलेगी.........................
13 साल बाद कक्षा 5वीं और 8वीं की परीक्षाएं बोर्ड पद्धति पर आयोजित हुई हैं। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 2008 में दोनों कक्षाओं से बोर्ड पैटर्न हटा दिया था। हाल ही में राज्य शिक्षा केंद्र ने नया आदेश जारी कर 5वीं और 8वीं की परीक्षा को बोर्ड कर दिया। जिसके तहत इस बार सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में एक जैसे पैटर्न पर परीक्षा हो रही है। 7 से 16 नवंबर तक परीक्षा चलेगी। जिनका बकायदा शिक्षा विभाग की ओर से निरीक्षण किया जा रहा है। ब्लू प्रिंट प्राइवेट स्कूलों को दिए जाएंगे उसके अनुसार ही वे परीक्षा कराएंगे। परीक्षा के बाद उनको 21 नवंबर तक पेपर जमा भी करना होंगे।
स्कूलों में नहीं हुआ नियमों का पालन..............
राज्य शिक्षा केंद्र ने भले दोनों कक्षाओं की परीक्षाओं को बोर्ड पद्धति कराने का फैसला लिया हो और इसके नियम भी बना दिए हो,लेकिन स्कूलों में परीक्षा देते समय बच्चों ने बोर्ड पद्धति का पालन नहीं किया। बच्चे परीक्षा देते समय एक दूसरे से पास सटकर बैठे रहे,तो कुछ जगह टाट-पट्टी पर बैठाकर परीक्षा दिलाई गई। इससे विद्याथी परेशान होते देखे गए।
राज्य शिक्षा केंद्र ने भले दोनों कक्षाओं की परीक्षाओं को बोर्ड पद्धति कराने का फैसला लिया हो और इसके नियम भी बना दिए हो,लेकिन स्कूलों में परीक्षा देते समय बच्चों ने बोर्ड पद्धति का पालन नहीं किया। बच्चे परीक्षा देते समय एक दूसरे से पास सटकर बैठे रहे,तो कुछ जगह टाट-पट्टी पर बैठाकर परीक्षा दिलाई गई। इससे विद्याथी परेशान होते देखे गए।
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