धार~माता की भक्ति से सराबोर होकर निकली चुनरी कलश यात्रा ~~
महिलाओं ने सिर पर धारण किए कलश, अनेक मंचों से हुआ स्वागत ~~
सर पर कलश लेकर हजारों की संख्या में चलती मातृ शक्तियां.....हर तरफ जय माता दी का उद्घोष.....बैंड पर बजते माता रानी के भजन...हजारों की संख्या में पैदल चलते ग्रामीणजन....ये नजारा था शुक्रवार को कचहरी पिपलिया से दिग्ठान तक निकली चुनरी कलश यात्रा का। सुबह 11 बजे कचहरी पिपलिया से शुरु हुई कलश यात्रा दोपहर को दिग्ठान स्थित मालवा की वैष्णोदेवी के नाम से प्रख्यात माता मंदिर पहुंची। मंदिर पहुंच कर यात्रा में उपस्थित पूर्व केंद्रीय मंत्री विक्रम वर्मा, विधायक धार नीना वर्मा व कलश यात्रा के आयोजक समंदर सिंह पटेल उटावद, चंदन सिंह सुनेर घाटाबिल्लौद जिला पंचायत अध्यक्ष सरदार मेड़ा ने माता का पूजन कर चुनरी अर्पित की।
2 किमी लंबी यात्रा, अनेक स्थानों पर स्वागत
तकरीबन 2 किमी लंबी इस यात्रा का समाजसेवी, राजनीतिक संगठनों व ग्रामीणजनों द्वारा रास्ते भर पुष्पवर्षा कर स्वागत किया गया। चिलचिलाती धूप व गर्मी भी माता के प्रति यात्रियों की आस्था को कम नही कर पाई। यात्रा में हजारों की संख्या में महिलाएं, युवा, वृद्धजन शामिल थे। यात्रा की लंबाई का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि यात्रा का एक सिरा जब मंदिर पहुंच गया था तो अंतिम सिरा पिपलिया में था।
एक पाषाण पर माता के तीन रूप
गौरतलब है कि दिग्ठान स्थित माता का यह मंदिर अति प्राचीन है। मंदिर में एक ही पाषाण पर माता तीन स्वरूपों मां काली,मां सरस्वती, मां लक्ष्मी के रूप में विराजित है, इसीलिए इसे मालवा की वैष्णोदेवी के नाम से जाना जाता है। प्रतिमा स्वयंभू है जो कि एक तालाब से निकली थी। नवरात्र में न सिर्फ आस पास के क्षेत्र से अपितु पूरे प्रदेश के अलावा अन्य प्रदेशों से भी दर्शनार्थी यहां दर्शन करने आते है। यात्रा में संजय वैष्णव, अमृत जैन, उमेश गुप्ता, कल्याण पटेल, विनीत मंडलोई, धर्मेंद्र जवरा, डॉ अशोक शास्त्री, धर्मेंद्र जोशी, नवीन गर्ग, नवीन चौहान, मनीष महाजन, अजय चौधरी, सुनील दोराया, दिनेश कुशवाह, पिंटू जायसवाल, संजय सिंह, मेहताब सिंह, अंतर सिंह विशेष रूप से उपस्थित थे।
चित्र है 30धार6 व 7-
Post A Comment: