धार~सतर्कता जरूरी- जिले में डेंगू प्रकोप की दस्तक, 9 वर्षीय बालिका की मौत ~~
डेंगू के संभावित लक्षण टाईफाईड, मलेरिया के मरीज बढेÞ, स्वच्छता व्यवस्था पर उठे सवाल ~~
। मंगलवार रात को नगर में 9 वर्षीय बालिका की डेंगू से मौत हो गई। वहीं इसके अलावा भी नगर में कई मरीजों में डेंगू के लक्षण पाए गए है। जिनका उपचार निजी अस्पतालों में चल रहा है। बालिका की मौत के बाद नगर में भय का वातावरण है।जिम्मेदार इस पर ध्यान देने को तैयार नही है। नागरिकों द्वारा शिकायत करने के बावजूद भी डेंगू की रोकथाम के लिए किसी तरह की कोई कारवाई नही गई है। जिसके चलते नगर में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है।
16 को हुई थी तबीयब खराब
नगर के वार्ड 7 भिश्ती मोहल्ला में नौ वर्षीय खुशी नासीर शेख की डेंगू से मंगलवार रात को मौत हो गई। मृतिका के पिता ने बताया कि गत 16 अक्टुबर को खुशी की तबीयत खराब हुई थी। जिसके बाद उसे स्थानीय निजी दवाखाने में दिखाया गया था। उपचार के पश्चात ठीक नही होने पर व डेंगू के लक्षण पाये जाने पर उसे यहां से खरगोन रैफर किया गया था। वहां से भी इन्दौर रैफर किया गया था। जहां पर की गई जांच में डेंगू की रिपोर्ट पॉजिटीव आई थी। वही प्लेटलेट्स व डब्ल्युबीसी काउंट भी कम आए थे। बालिका की मौत के बाद नगर में भय का वातावरण है।
अस्पतालों में लग रही है मरीजों की भीड़
नगर के सरकारी सहित सभी निजी अस्पतालों में इन दिनों मरीजों की भीड़ लग रही है। जिनमें अधिकांश मरीज डेंगू के लक्षण सहित मलेरिया, टाइफाईड, वायरल आदि के पहुंच रहे है। मरीजों की भीड़ इस बात की पुष्टि कर रही है कि नगर में बीमारी का प्रकोप फैल रहा है। इसके बावजूद जिम्मेदारों के द्वारा इसको लेकर अब तक कोई कारवाई नही की गई है। ना ही ब्लॉक मेडिकल आफिसर (बीएमओ) ने कुछ किया है और ना ही नगर परिषद की ओर से इसकी रोकथाक के लिए किसी तरह की कोशिश की गई है। ऐसे में जिम्मेदारों की लापरवाही का परिणाम नागरिकों को भुगतना पड़ रहा है।
नालियों में गदंगी, बढ़ रहा मच्छरों का प्रकोप
मच्छरों का प्रकोप नगर में बढ़ रहा है, नालियों में गंदगी जमा हो रही है। कई स्थानों पर कचरा पड़ा हुआ है, बारिश का पानी जमा हुआ है। किंतु जिम्मेदारों ने आंखे मुंद रखी है। भुगतना नागरिकों को पड़ रहा है। जिस वार्ड में बालिका की मौत हुई है उस वार्ड में मंडी से लगे हुए नाले की कई वर्षों से सफाई ही नही हुई है। जिसके चलते बदबु व गंदगी फैल रही है। मच्छरों का प्रकोप है। जिसको लेकर नागरिकों में आक्रोश है।
मौत के बाद टीम पहुंची सर्वे करने
बालिका की मौत के बाद बुधवार को जब बीएमओ ब्रह्मराज कौशल को मोबाइल पर काल किया तो उन्होनें काल नही उठाया। जिसके बाद जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ शिरिश रघुवंशी को डेंगू से बालिका की मौत होने की सूचना दी गई। दोपहर में स्वास्थ्य विभाग की टीम सर्वे के लिए क्षेत्र में पहुंची। जहां पर अधिकांश लोगों में बीमारी के लक्षण पाए गए।
सूचना के बाद भी नहीं दिया ध्यान
भिश्ती मोहल्ले के रहवासी उस्मान खान ने बताया कि बालिका गत 16 अक्टूबर से बीमार थी। जिसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दे दी गई थी, किंतु इसके बावजूद इस पर ध्यान नही दिया गया। ना ही सर्वे किया गया ना रोकथाम के लिए कोई उपाय किए गए। नगर के निजी चिकित्सकों से भी जब चर्चा की गई तो सभी ने इस बात की पुष्टि की कि अस्पताल में अधिकांश मरीज डेंगू लक्षण के ही आ रहे है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इसकी रोकथाम के लिए कोई कदम नही उठाना गंभीर लापरवाही की ओर इशारा कर रहा है।
आवेदन दिए 5 दिन बीते, नहीं हुई कार्रवाई
नगर के बायपास मार्ग से लगे वार्ड 6 के नागरिकों ने भी 14 अक्टूबर को नगर परिषद में एक आवेदन देकर वहां पर जमा हो रहे गंदे पानी की निकासी के लिए निवेदन किया था। जिसके पांच दिन बीतने के बाद भी अब तक नगर परिषद की ओर से कोई कार्रवाई नही की गई, जबकि इस क्षेत्र में भी दो बच्चों में डेंगू के लक्षण पाए गए है जिनका उपचार इन्दौर के अस्पताल में चल रहा है। वही वार्ड 14 सहित कई वार्डों में भी डेंगू लक्षण के मरीज पाए गए है। जिनका उपचार निजी अस्पतालों में चल रहा है।
इनका कहना है
जिस क्षेत्र में बालिका की मौत हुई है। वहां सर्वे कराने के लिए टीम भेजी जा रही है। रोकथाम के लिए कार्रवाई की जाएगी।
डॉ शिरिश रघुवंशी, सीएमएचओ धार
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