खिलेडी~~दीपावली पर सूर्य ग्रहण तो पड़वा पर लम्पि वायरस का ग्रहण~~

जगदीश चौधरी खिलेडी 6261395702~~



हिन्दू परम्परा है की दीपावली के दूसरे दिन पड़वा का पर्व मनाया जाता है जिसे गुड़ी पड़वा बोलते है वही गुडी पड़वा बुधवार को अलसुबह से ही पुरुषों महिलाएं व बच्चों मंदिर पहुचकर भगवान के दर्शनकर सुख शांति एवं लम्पि वायरस से गो माता से स्वास्थ होने की कामना की एवं गाँव मे घर घर जाकर बडे बुजुर्ग के आर्शीवाद लेकर दिपावली की एक दुसरे को शुभकामनाएँ दी। लेकिन दीपावली की अमावस्या के पर्व के दूसरे दिन सूर्य ग्रहण ने इस उत्सव को एक रोज आगे बढ़ा कर उत्साह के आनन्द को कम कर दिया वही लम्पि वायरस ने भी इस उत्साह को कम करने के लिये कोई कसर नही छोड़ी मान्यता है की पड़वा के रोज गोपालक गाय के खुरि के नीचे अपनी मन्नत पूरी करने के लिए पेट के बल लेटते है और कई गोवंशों के झुंड इनके ऊपर से निकलते है इस दृश्य को देखने के लिए दूरदराज के लोग एवं बच्चे बूढ़े महिलाये सभी इस गोहरी वाले आयोजन के स्थान पर जमा होते है और अतिबाजी के साथ आनन्द दो गुना हो जाता है लेकिन इस बार ग्रामीणों ने इस गोहरी पर्व पर पूजन के ओटन रोकने के लिए विधि विधान से कुछ चुनिंदा गोमाता की पूजा की व बिना
आतिशबाजी से मन्नत धारी के ऊपर से गोवंश को गुजर कर परम्परा को जीवंत रखा इस नाम मात्र की गोहरी का उद्देश्य ग्रामीणो ने बताते हुए कहा की किसी भी पूजा को निषिद्ध करना उसे हमेशा के लिए बंद करने के जैसा नही है अतः हमारी संस्कृति कहती है की हम अपने संस्कार को जीवंत रखे इसीलिए हमने केवल शासन के निर्देश के दायरे में रहकर शासन का मान रखते हुए अपनी धार्मिक संस्कृति के लिए भी अपने धर्म का निर्वाह किया है वही स्थानीय श्री देवनारायण मंदिर पर अन्तरलाल चौधरी द्धारा पूजन व अन्नकोट करवाकर आरती उतारी गई व प्रसादी का वितरण किया गया।
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