दसई~~सरदारपुर जनपद के रोजगार सहायको पर लग रहे भृष्टाचार के आरोप~~
जनपद की 95 पंचायतो में अब पंचायतो के रोजगार सहायक अपने आप को पंचायत नही बल्कि जनपद का अधिकारी समझने लगे है इसका एक कारण यह है कि 95 मे से दर्जनों पंचायतो में पंचायत सचिव के पद खाली है और इसी के कारण ये रोजगार सहायक प्रभारी सचिव के पद पर काम करने के कारण घमंड में अपने आप को वास्तविक सचिव मानने लगे है इसी चक्कर मे आज रोजगार सहायक जनचर्चा में हैं और सचिव के प्रभार के चलते ये रोजगार सहायक उन कामो को करने की जिम्मेदारी भी लेते है जो कि जनपद सीईओ के बिना कोई नही कर सकता है। सूत्रों की माने तो ये रोजगार सहायक हितग्राही मुलक योजना में फेर बदल भी आसानी से कर देते हैं इसकी एवज में ये लोग स्वीकृत राशि पर कमीशन लेने की शर्त रखते है।
ऐसा ही एक मामला सरदारपुर के जनपद के निकट ग्राम चालनी का आया है जहाँ एक सभा के दौरान रुपये देकर भी काम नही होने पर ग्रामीण ने रोजगार सहायक को चाटे जड़ दिए है जिसका वीडियो जम कर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। चालनी में यह घटना मुख्यमंत्री जन अभियान परिषद की सभा के दौरान हुई जिसमें ग्रामीणों ने रोजगार सहायक रामसिंह गोहरिया पर पीएम आवास स्वीकृति के लिए पांच-पांच हजार रुपये मांगने का आरोप लगाया और इसी दौरान बहस छिड़ी ओर एक ग्रामीण ने रामसिंह पर चांटे जड़ दिए। हालांकि क्या सही है क्या गलत इस बात की पुष्टि के लिए जनपद सीईओ शैलेन्द्र चौहान से चर्चा करना चाही लेकिन उनसे संपर्क नही हो सका । लेकिन धरातल की बात करे तो अधिकतर रोजगार सहायक पर सीएम हेल्प लाइन की शिकायत पीएम आवास ओर बलराम तालाब को लेकर चल रही है। इसके प्रमाण भी कुछ लोगो ने सुरक्षित कर अपने पास है। जो कि शिकयकर्ता के सहमति पर प्रकाशित किये जा सकते है क्योकि इन लोगो ने अपने नाम योजना में आने के बाद रोजगार सहायकों के भयभीत करने से उन्हें रुपये दिए है।
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